डेस्क। 2024 के लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2023) से पहले तमाम राजनीतिक दल कमर कसते हुए दिखाईं दे रहे हैं। कांग्रेस पार्टी ने भी मैदान में उतरने के लिए अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। कांग्रेस असम में भाजपा से मुक़ाबला करने के लिए एक गठबंधन बनाने की कोशिश में लगी हुई दिखाई दे रही है।
2021 में विधानसभा चुनाव से पहले भी कांग्रेस ने भाजपा विरोधी 10 दलों का गठबंधन किया था पर इस बार कांग्रेस ने नौ दलों को एक बार फिर साथ लाने का प्रयास किया है।
विधानसभा चुनाव 2021 में क्या थी इस गठबंधन की सियासत
कांग्रेस ने 2021 में असम विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा के खिलाफ पूरी तैयारी करते हुए दस संगठनों को अपने साथ में जोड़ा था पर इसके परिणाम बहुत ही ज्यादा बेहतर नहीं आए थे। साथ ही इस गठबंधन में ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (AIUDF), बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (BPF), CPI, CPI (M), CPI (ML), राष्ट्रीय जनता दल (RJD), आंचलिक गण मोर्चा, और समुदाय आधारित पार्टियाँ जिमोचयन (देवरी) पीपुल्स पार्टी और आदिवासी राष्ट्रीय पार्टी भी शामिल थे।
जानिए अब क्या है कांग्रेस की योजना
इस बार कांग्रेस ने खास तौर पर असम में भाजपा को नुकसान पहुंचाने के लिए एक अलग योजना तैयार की है। पार्टी ने नौ अन्य दलों को एक बार फिर से साथ ला दिया है। लेकिन कांग्रेस का यह नया गठबंधन 2021 के गठबंधन से काफी अलग है। इस बार कांग्रेस के साथ दो बड़े दल नहीं दिखाई दे रहे हैं जिसमें एक ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (AIUDF) और दूसरा बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (BPF), यह दोनों ही दल असम के काफी प्रभावशाली दल के रूप में माने जाते हैं।