डेस्क। एशियन गेम्स 2023 का आगाज इसी साल सितंबर-अक्टूबर में होना है और एशियन गेम्स की मेजबानी चीन का हांगझू शहर करने वाला है। एशियन गेम्स के आगाज से पहले 25 अप्रैल को हांगझू में ही एक विशेष बैठक भी होनी है, जिसमें भारत के शेफ डी मिशन भूपेंद्र बाजवा कुछ अहम मुद्दों को उठाने भी वाले हैं।
भूपेंद्र बाजवा ने इंडियन एक्सप्रेस को यह बताया है कि 25 अप्रैल को होने वाली अहम मीटिंग में हम अपनी कुछ मांगों को रखने वाले हैं, जिसमें इंडियन वेज फूड, कम्युनिकेशन के लिए व्हाट्सएप, फेसबुक, इंस्टाग्राम और गूगल के विकल्प, ट्रैवल लॉजिस्टिक और ट्रांसलेटर जैसी मांगें भी शामिल हैं।
भूपेंद्र बाजवा ने कहा है कि इन मांगों को हम इतना समय पहले इसलिए उठा रहे हैं ताकि लास्ट मिनट पर इनको लेकर कोई संशय ना रह जाए और गेम्स के आगाज से पहले हम इन मुद्दों का समाधान भी चाहते हैं।
आपको ये भी बता दें कि भारतीय दल की हाल ही में एक बैठक हुई, जिसमें ओलंपिक स्पोर्ट्स अधिकारियों ने खिलाड़ियों को एशियन गेम्स में रिकॉर्ड मेडल हासिल करने के लिए बोला था। पिछले महीने खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने मिशन ओलंपिक की एक मीटिंग में भी यह भरोसा जताया था कि भारत एशियन गेम्स में अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाला है। आपको बता दें कि एशियाई खेलों में देश का प्रतिनिधित्व करने वाला अब तक का सबसे बड़ा दल भारत का है।
एशियन गेम्स की तैयारियों के बीच भूपेंद्र बाजवा ने खिलाड़ियों की कुछ बुनियादी जरूरतों का मुद्दा उठाते हुए कहा है कि दुनिया में लगभर सभी जगह इस्तेमाल किए जाने वाले कुछ ऐप चीन में बैन हैं जैसे कि सर्च इंजन गूगल और जीमेल जैसी सेवाएं तो 2014 से ही बैन हैं। वहीं व्हाट्सएप को 2017 से बैन किया हुआ है। गेम्स के दौरान भारतीय खिलाड़ी और कोच विदेश यात्रा के दौरान कॉल और मैसेज के लिए काफी हद तक व्हाट्सएप पर निर्भर भी रहते हैं।