Gold Price: क्या सोने में निवेश करने का सोच रहे हैं? तो यह खबर आपके लिए है! सोने की कीमत (Gold Price) ने हाल के दिनों में लगातार रिकॉर्ड (Record Highs) पर रिकॉर्ड बनाए हैं, जिसने पूरे वित्तीय बाजार (Financial Market) में हलचल मचा दी थी। 2025 में सोना (Gold in 2025) हमेशा से निवेशकों और आम जनता के बीच चर्चा का विषय (Hot Topic) बना रहा है, क्योंकि सोने के दाम (Gold Rate) निरंतर बढ़ोतरी पर दिखाई दे रहे थे। भारतीय सराफा बाजार (Indian Bullion Market) में, सोना ₹76,000 प्रति 10 ग्राम से शुरू होकर एक लाख रुपये के चौंकाने वाले आंकड़े तक पहुंच चुका था। यह एक असाधारण तेजी थी जिसने निवेशकों को मालामाल (Investors Enriched) कर दिया। परंतु, इस अप्रत्याशित उछाल के बाद अब एक लाख रुपये के शिखर से सोने का भाव धड़ाम से नीचे गिरा है (Gold Price Crash)।
सोने के दाम कम क्यों हुए? समझिए गिरावट का कारण! (Why Gold Price Declined? Understanding The Dip)
एमसीएक्स गोल्ड रेट (MCX Gold Rate) में आई इस गिरावट (Gold Price Fall) के पीछे कई अंतर्राष्ट्रीय कारण (International Reasons) सामने आए हैं। सबसे महत्वपूर्ण कारण इजरायल और हमास के बीच संभावित युद्ध विराम (Israel-Hamas Ceasefire) की संभावना है। जब वैश्विक भू-राजनीतिक तनाव (Global Geopolitical Tension) कम होता है, तो निवेशक सोने जैसे सुरक्षित निवेश (Gold as Safe Haven Investment) से निकलकर अधिक जोखिम वाले लेकिन उच्च रिटर्न (High Returns) देने वाले इक्विटी बाजारों (Equity Markets) या अन्य परिसंपत्ति वर्गों में वापस आ जाते हैं।
इसके अलावा, अंतरराष्ट्रीय ट्रेड वॉर (International Trade War) की तीव्रता कम होने का भी सोने की कीमतों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। जब ट्रेड वॉर या वैश्विक आर्थिक मंदी (Global Economic Recession) की आशंका कम होती है, तो सुरक्षित धातुओं की मांग (Demand for Safe Metals) घट जाती है। यही वजह है कि सोने की मांग कम हुई है (Gold Demand Down)। अब निवेशक सोने से अपनी पूंजी (Investors Pull Capital from Gold) निकाल कर दोबारा शेयर बाजार और अन्य वित्तीय बाजार (Financial Markets) में लगा रहे हैं, जिससे सोने पर दबाव (Pressure on Gold) बढ़ रहा है। यह बाजार की चाल (Market Dynamics) और निवेशकों की रणनीति (Investor Strategy) में एक महत्वपूर्ण बदलाव है, जिसने सोने के दामों में गिरावट ला दी है। यह सोने की आज की कीमत (Today’s Gold Price) को भी प्रभावित कर रहा है।
निवेशकों की जबरदस्त खरीदारी ने बढ़ाए थे दाम! (Investor Buying Spree Drove Up Prices)
इस साल की शुरुआत से ही सोने के दाम (MCX Gold Rate) मुख्य रूप से निवेशकों की भारी खरीदारी (Heavy Investor Buying) के कारण बढ़े थे। जब भी वैश्विक अनिश्चितता (Global Uncertainty) या मुद्रास्फीति का डर (Inflation Fear) बढ़ता है, सोना (Gold Investment) एक बेहतरीन बचाव (Best Hedge) के रूप में सामने आता है, और निवेशक (Investors) इसमें जमकर निवेश करते हैं। इसी वजह से निवेशक दिन-प्रतिदिन सोना खरीदते गए (Investors Kept Buying Gold) और सोने के दाम लगातार बढ़ते चले गए (Gold Prices Kept Rising)। यह गोल्ड रैलिंग (Gold Rally) इतनी ज्यादा थी कि आम ग्राहक (Common Consumers) सोने के बढ़ते दाम के कारण इससे दूर हो गए (Customers Distanced From Gold) और सोने के आभूषण (Gold Jewellery) खरीदने से भी कतराने लगे।
आभूषण की खरीद में भारी गिरावट, पर निवेश में तेजी!
इस साल की पहली तिमाही (जनवरी से मार्च) में 16 साल बाद ऐसा हुआ है कि आभूषण खरीद (Jewellery Buying) में 25% तक की भारी गिरावट दर्ज की गई है। वहीं, इसके विपरीत, निवेश के लिए (Gold for Investment) पिछले 10 साल बाद सबसे ज्यादा 7% अधिक सोना खरीदा गया है। यह आंकड़े स्पष्ट रूप से दर्शा रहे हैं कि सोने के दाम (Gold Rate Analysis) किस कदर बढ़े हैं और इसका मुख्य कारण रिटेल आभूषण मांग के बजाय निवेशकों की बढ़ती रुचि (Investor Interest) थी।
सोने ने दिया था ‘तगड़ा रिटर्न’: रिकॉर्ड-तोड़ कमाई! (Gold Offered Massive Returns: Record Breaking Earnings)
सोने के प्रदर्शन (Gold Performance) की बात करें तो इस साल रिटर्न (Gold Returns) के मामले में भी सोने ने सारे रिकॉर्ड तोड़े हैं। साल की शुरुआत से लेकर मध्य तक, सोना कम से कम 35% तक का अभूतपूर्व रिटर्न दे चुका है (35% Return on Gold)। यह रिटर्न किसी भी अन्य एसेट क्लास (Other Asset Classes) जैसे शेयर बाजार (Stock Market), रियल एस्टेट (Real Estate) या बॉन्ड (Bonds) में इस अवधि में देखने को नहीं मिला। जब शेयर बाजार (Share Market) में दाम लगातार गिरते जा रहे थे और आर्थिक अस्थिरता (Economic Volatility) बढ़ रही थी, सोना (Gold) एक सुरक्षित पनाहगार (Safe Haven Asset) के रूप में चमकता रहा। सोने के दाम (Gold Rate Chart) निरंतर बढ़त (Consistent Rise) पर दर्ज किए गए हैं, जिसने निवेशकों को भरपूर लाभ (Good Profits for Investors) दिया।
इतने रुपये गिर गए सोने के दाम: जानिए मौजूदा स्थिति (Gold Prices Dropped by This Much: Current Situation)
हाल की बात करें तो सोने के दामों (MCX Gold Rate Today) में बड़ी गिरावट (Significant Drop) देखी गई है। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (Multi Commodity Exchange – MCX) पर सोना ₹6,127 रुपये तक सस्ता (Gold Cheaper by ₹6127) हो चुका है। यह तेज गिरावट (Sharp Decline) 16 जून के बाद से दर्ज की गई है। ताजा आंकड़ों के अनुसार, सोने के दाम (Gold Rate Live) शुक्रवार को गिरकर ₹94,951 रुपये प्रति 10 ग्राम तक आ गए हैं।
शुक्रवार को सोना (Today’s Gold Rate) ₹95,524 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ (Gold Closed at)। यह गुरुवार के मुकाबले ₹1,563 रुपये यानी 1.61% की बड़ी गिरावट (1.61% Drop) को दर्शाता है। इससे पहले, गुरुवार को सोना ₹97,087 पर बंद हुआ था, और शुक्रवार को यह ₹96,261 पर खुला था। यह आंकड़े भारतीय सराफा बाजार में सोने की कीमत (Gold Price in Indian Bullion Market) में तेजी से हो रहे बदलावों को दर्शाते हैं।
जनवरी 2026 तक कितने होंगे सोने के दाम? जानिए एक्सपर्ट का अनुमान! (Gold Price Forecast: What’s The Price by January 2026?)
गोल्ड मार्केट एक्सपर्ट (Gold Market Experts) और विश्लेषक जॉन मिल्स (John Mills) का मानना है कि सोने के दाम (Gold Rate Forecast) जनवरी 2026 तक तगड़े गिरने (Significant Fall) वाले हैं। इसको लेकर मिल्स का अनुमान है कि सोने के दामों (Gold Prices) को लेकर अब अंतर्राष्ट्रीय परिस्थितियां सामान्य होंगी (Conditions Normalize Globally)। उनके अनुसार, सोने के दाम जनवरी 2026 तक अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर
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1800/ounce by Jan 2026)। यदि यह अनुमान सही साबित होता है, तो भारतीय बाजार (Indian Market) में सोने के दाम गिरकर लगभग ₹56,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक जा सकते हैं (₹56,000/10 Gram Gold)। यह उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण जानकारी है जो लंबी अवधि में सोने में निवेश (Long Term Gold Investment) का विचार कर रहे हैं। सोने का भविष्य (Future of Gold) वैश्विक अर्थव्यवस्था पर निर्भर करेगा।