CIBIL Score: आपका क्रेडिट स्कोर करेगा बड़ा धमाका? जानें सब कुछ

Published On: June 29, 2025
Follow Us
CIBIL Score: आपका क्रेडिट स्कोर करेगा बड़ा धमाका? जानें सब कुछ

Join WhatsApp

Join Now

CIBIL Score: क्या आप जानते हैं कि आपका सिबिल स्कोर (CIBIL Score) आपके वित्तीय स्वास्थ्य का आईना है और यह आपके क्रेडिट इतिहास (Credit History) को दर्शाता है? यह 300 से 900 के बीच का एक तीन-अंकीय नंबर है, जो आपकी क्रेडिट योग्यता (Creditworthiness) को बताता है। एक अच्छा सिबिल स्कोर (Good CIBIL Score), जो आम तौर पर 750 या उससे अधिक (750+ Credit Score) माना जाता है, ऋणदाताओं (Lenders) को यह विश्वास दिलाता है कि आप ऋण (Loan) चुकाने में विश्वसनीय (Reliable Borrower) हैं। यह न केवल ऋण या लोन (Loan) प्राप्त करने में महत्वपूर्ण होता है, बल्कि क्रेडिट कार्ड (Credit Card) हासिल करने में भी आपकी मदद करता है। खराब सिबिल स्कोर के कारण आपके लोन आवेदन (Loan Application) तक रद्द हो सकते हैं, जैसा कि हाल ही में एसबीआई ने किया।

अब हर 15 दिन में अपडेट होगा सिबिल स्कोर! RBI का बड़ा कदम! (CIBIL Score to Update Every 15 Days! RBI’s Major Move!)

नए नियमों (New RBI Rules) के अनुसार, 1 जनवरी 2025 से आपका सिबिल स्कोर (CIBIL Score Update) अब हर 15 दिन में अपडेट किया जाएगा! भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India – RBI) ने सभी बैंकों और वित्तीय संस्थानों (Banks and Financial Institutions) को निर्देश दिया है कि वे अब अधिक तेज़ी से क्रेडिट स्कोर (Credit Score) अपडेट करें। इसका सीधा मतलब है कि आपका सिबिल स्कोर अब हर महीने की 15 तारीख को और महीने के अंत में अपडेट किया जाएगा। यह RBI का नया नियम (RBI New Regulation) आपकी वित्तीय स्थिति (Financial Situation) का अधिक सटीक और नवीनतम विवरण (Up-to-date Details) प्रदान करेगा, जिससे ऋणदाता (Lenders) बेहतर निर्णय ले पाएंगे और आपको आसानी से लोन या क्रेडिट कार्ड (Easier Loan or Credit Card Approval) मिल सकेगा। यह क्रेडिट रिपोर्टिंग (Credit Reporting) में एक बड़ा सुधार है।

READ ALSO  CIBIL Score: अब बिना CIBIL Score भी मिल सकेगा बैंक लोन? सरकार ने बैंकों को दिए सख्त निर्देश

बार-बार सिबिल स्कोर चेक करने से क्या होता है? “सॉफ्ट” बनाम “हार्ड” इंक्वायरी! (What Happens If You Check CIBIL Score Repeatedly? “Soft” vs “Hard” Enquiry!)

आम तौर पर, जब आप खुद अपना Cibil स्कोर (Check CIBIL Score Yourself) चेक करते हैं, तो इसे “सॉफ्ट इंक्वायरी” (Soft Enquiry) कहा जाता है। सॉफ्ट इंक्वायरी आपके स्कोर को प्रभावित नहीं करती है (Soft Enquiry Doesn’t Affect Score), इसलिए आप इसे अपनी क्रेडिट रिपोर्ट (Credit Report) देखने के लिए निर्भीक होकर इस्तेमाल कर सकते हैं।

लेकिन, जब कोई बैंक या वित्तीय संस्थान (Bank or Financial Institution) आपके क्रेडिट स्कोर (Credit Score Check) को नौकरी के लिए या ऋण स्वीकृति के लिए चेक करता है, तो इसे “हार्ड इंक्वायरी” (Hard Enquiry) कहा जाता है। हार्ड इंक्वायरी आपके सिबिल स्कोर को कुछ पॉइंट्स से घटा सकती है (Hard Enquiry Can Reduce Your CIBIL Score), खासकर यदि यह बहुत कम समय में कई बार की जाए। इससे ऐसा लगता है कि आप वित्तीय दबाव (Financial Distress) में हैं और नए ऋणों (New Debts) की तलाश में हैं।

RBI का नया नियम और हार्ड इंक्वायरी का खेल! (RBI’s New Rule & The Hard Enquiry Game!)

RBI ने बीते साल (Last Year) कुछ नए नियम लागू किए थे, जिनके तहत अब हार्ड इंक्वायरी (Hard Enquiry Process) की प्रक्रिया में कुछ अहम बदलाव किए गए हैं। अब, यदि कोई बैंक या वित्तीय संस्थान (Financial Institution) बार-बार आपकी क्रेडिट हिस्ट्री (Frequent Credit History Checks) चेक करता है, तो इससे आपके क्रेडिट स्कोर (Impact on Credit Score) पर पहले की तुलना में ज्यादा असर पड़ सकता है (More Impact than Before)। यह नियम उन लोगों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है जो बार-बार लोन या क्रेडिट कार्ड (Apply Frequently for Loans or Credit Cards) के लिए आवेदन करते हैं। यदि आप यह देखते हैं कि कई संस्थान आपकी क्रेडिट हिस्ट्री (Credit History Monitoring) चेक कर रहे हैं, तो सावधान रहें, क्योंकि इससे आपका स्कोर कम हो सकता है।

READ ALSO  Credit Score : 800+ सिबिल स्कोर चाहिए? अपनाएं ये स्मार्ट तरीके, फटाफट सुधरेगा क्रेडिट स्कोर

क्रेडिट स्कोर गिरने के अन्य मुख्य कारण: सिबिल को डाउन न होने दें! (Other Reasons for CIBIL Score Drop: Don’t Let Your Credit Score Fall!)

क्रेडिट स्कोर (Credit Score) आम तौर पर 300 से 900 के बीच निर्धारित किया जाता है। आमतौर पर 750 से ज़्यादा क्रेडिट स्कोर (Credit Score Above 750) को अच्छा माना जाता है (Considered Good)। यह सिर्फ समय पर लोन रिपेमेंट (Timely Loan Repayment) न करने तक ही सीमित नहीं है। क्रेडिट स्कोर गिरने की मुख्य वजह (Main Reasons for Credit Score Drop) भले ही समय पर लोन या क्रेडिट कार्ड का भुगतान (Credit Card Payments) न करना हो, लेकिन इसके अलावा भी कई ऐसे कारक (Factors) हैं जो आपके स्कोर को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकते हैं।

सिबिल स्कोर किन अन्य वजहों से गिर सकता है? (Other Reasons for CIBIL Score Decline):

  • क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेश्यो (Credit Utilization Ratio – CUR) का बिगड़ना: अपने क्रेडिट लिमिट का 30% से अधिक उपयोग करना आपके स्कोर को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है। क्रेडिट उपयोग अनुपात कम रखें (Keep CUR Low)
  • कम समय में कई लोन के लिए आवेदन करना (Multiple Loan Applications in Short Span): एक ही समय में कई लोन के लिए आवेदन करने से हार्ड इंक्वायरी बढ़ जाती है और स्कोर कम हो सकता है।
  • लोन सेटलमेंट (Loan Settlement): भले ही आपने लोन सेटल (Settle Loan) कर लिया हो, यह आपके क्रेडिट इतिहास पर नकारात्मक निशान छोड़ जाता है।
  • किसी का लोन गारंटर बनना (Being a Loan Guarantor): यदि आपका गारंटर समय पर लोन नहीं चुकाता, तो इसका बुरा असर आपके क्रेडिट स्कोर (Impact on Your Credit Score) पर भी पड़ेगा।
  • क्रेडिट कार्ड पेमेंट में चूक (Missed Credit Card Payments): क्रेडिट कार्ड बिल का भुगतान समय पर न करना, सिबिल स्कोर के लिए सबसे हानिकारक आदतों में से एक है।
READ ALSO  8th Pay Commission : सरकारी कर्मचारियों की बल्ले-बल्ले! 8वें वेतन आयोग से सैलरी में लगेगी ज़ोरदार छलांग? ₹18,000 से सीधे ₹80,000 के करीब? जानिए पूरा गणित

CIBIL स्कोर को घटने से कैसे रोकें? स्मार्ट टिप्स! (How to Prevent CIBIL Score Decline? Smart Tips!)

  • बार-बार लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन न करें (Avoid Frequent Applications): हर लोन या क्रेडिट कार्ड आवेदन (Loan or Credit Card Application) पर आपके स्कोर पर हार्ड इंक्वायरी (Hard Enquiry) होती है, जो आपके स्कोर को कुछ अंकों के लिए नीचे गिरा सकती है। जरूरत पड़ने पर ही आवेदन करें।
  • अपने CIBIL स्कोर को नियमित रूप से मॉनिटर करें (Monitor Your CIBIL Score Regularly): सिबिल की आधिकारिक वेबसाइट (Official CIBIL Website) या भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा मान्यता प्राप्त किसी विश्वसनीय संस्थान (Reputed Institution) का ही इस्तेमाल करके अपने क्रेडिट स्कोर (Credit Score Check) की नियमित जांच (Regular Monitoring) करें। इससे आप समय पर गलतियों को सुधार सकते हैं।
  • अपनी क्रेडिट हिस्ट्री सुधारें (Improve Your Credit History): समय पर लोन (Loan Repayments) और क्रेडिट कार्ड बिलों का भुगतान (Credit Card Bill Payments) करके आप अपने सिबिल स्कोर को बेहतर (Improve CIBIL Score) बना सकते हैं। अच्छी क्रेडिट आदतें आपके वित्तीय भविष्य को सुरक्षित बनाती हैं।

इन आदतों का पालन करके, आप न केवल अपना सिबिल स्कोर अच्छा बनाए रख सकते हैं (Maintain Good CIBIL Score), बल्कि बेहतर लोन की शर्तों (Better Loan Terms) और आकर्षक क्रेडिट कार्ड ऑफर्स (Attractive Credit Card Offers) का भी लाभ उठा सकते हैं। आपका क्रेडिट स्वास्थ्य (Credit Health) आपकी वित्तीय सफलता (Financial Success) की कुंजी है!

Join WhatsApp

Join Now

Join Telegram

Join Now