News – आज के समय मे लोग अपना पार्टनर खुद चुनना पसन्द करते हैं। लोगों को लगता है कि शादी जीवन भर का रिश्ता है। ऐसे ही किसी अनजान व्यक्ति के साथ जब रिश्ता बनता है तो वह बहुत तकलीफ देता है। लेकिन पढ़े लिखे युवा अब लव मैरिज कर रहे हैं।
लेकिन उनके लिये यह आसन नहीं है। समाज ने आज भी प्रेम विवाह को स्वीकृति नहीं दी है। वहीं जब आप अंतरजातीय विवाह करते हैं तो लोग आपको बड़ी ही हीन भाव से देखने लगते हैं। लेकिन कई गैर सरकारी संस्थान ऐसे हैं जो अंतरजातीय विवाह के परिपेक्ष्य में समाज का नज़रिया बदलने की मुहिम चला रहे हैं और उन्हें जागरूक भी कर रहे हैं।
वहीं कई योजनाएं लोगों को विवाह में आर्थिक मदद भी कर रही है। वहीं एक योजना डॉक्टर अंबेडकर फाउंडेशन के नाम से प्रचलित है। इस योजना के तहत यदि कोई कपल अंतरजातीय विवाह कर रहा है तो उसे ढाई लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जाती है।
जानें कैसे मिलेगा लाभ-
अगर आप इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं, तो दूल्हा या दुल्हन में से कोई एक दलित समुदाय से बाहर का होना चाहिए और एक दलित समुदाय का होना चाहिए।
इसके अलावा शादी हिंदू मैरिज एक्ट 1995 के तहत रजिस्टर होनी चाहिए, जो एक हलफनामे के जरिए हो सकती है।
ध्यान रहे कि शादी होने के एक साल के अंदर ही आपको आवेदन करना होता है, वरना बाद में लाभ नहीं मिलता।
आपको ढाई लाख की आर्थिक मदद तभी मिल सकती है, जब आपकी ये पहली शादी हो। दूसरी बार या इससे ज्यादा शादी करने वाले कपल को इसका लाभ नहीं मिलता है।
आवेदन विधि-
अगर आपने अंतरजातीय विवाह किया है, तो आप डॉक्टर अंबेडकर फाउंडेशन के तहत आवेदन कर सकते हैं
आप इस वेबसाइट ambedkarfoundation.nic.in के जरिए अधिक जानकारी लेकर आवेदन कर सकते हैं।