Swami Vivekananda Birth Anniversary:- हम सबके मार्गदर्शक, युग पुरुष, विश्व पटल पर भारत का नाम रोशन करने वाले और युवाओं को सकारात्मक पथ पर चलने की प्रेरणा देने वाले महान दार्शनिक स्वामी विवेकानंद जी की आज 12 जनवरी को जन्म जयंती है। उनकी जन्म जयंती को भारत राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाता है।
वहीं आज हम आपको स्वामी विवेकानंद के कुछ ऐसे अनमोल वचन बताने जा रहे हैं। जो युवाओं की प्रेरणा बनते हैं और लोगों का सदैव मार्गदर्शन करते हैं। तो आइये जानते हैं…
एक नायक बनो और सदैव खुद से कहो मुझे कोई डर नहीं है जैसा मैं सोच सकता हूं वैसा जीवन में जी भी सकता हूँ।
लगातार अच्छे विचार सोचते रहना ही बुरे विचारों को दबाने का एकमात्र तरीका यही है।
जितना बड़ा संघर्ष होगा जीत उतनी ही शानदार होगी।
उठो मेरे शेरो, इस भ्रम को मिटा दो कि तुम निर्बल हो, तुम एक अमर आत्मा हो, स्वच्छंद जीव हो, धन्य हो, सनातन हो, तुम तत्व नहीं हो, ना ही शरीर हो, तत्व तुम्हारा सेवक है तुम तत्व के सेवक नहीं हो।
किसी की निंदा ना करें, अगर आप मदद के लिए हाथ बढ़ा सकते हैं तो ज़रुर बढाएं अगर नहीं बढ़ा सकते, तो अपने हाथ जोड़िये, अपने भाइयों को आशीर्वाद दीजिये, और उन्हें उनके मार्ग पे जाने दीजिये।
जब लोग तुम्हे गाली दें तो तुम उन्हें आशीर्वाद दो सोचो, तुम्हारे झूठे दंभ को बाहर निकालकर वो तुम्हारी कितनी मदद कर रहे हैं।
यह भगवान से प्रेम का बंधन वास्तव में ऐसा है जो आत्मा को बांधता नहीं है बल्कि प्रभावी ढंग से उसके सारे बंधन तोड़ देता है।
हम जो बोते हैं वो काटते हैं हम स्वयं अपने भाग्य के विधाता हैं हवा बह रही है, वो जहाज जिनके पाल खुले हैं, इससे टकराते हैं, और अपनी दिशा में आगे बढ़ते हैं, पर जिनके पाल बंधे हैं हवा को नहीं पकड़ पाते क्या यह हवा की गलती है? हम खुद अपना भाग्य बनाते हैं।
प्रेम विस्तार है, स्वार्थ संकुचन है इसलिए प्रेम जीवन का सिद्धांत है वह जो प्रेम करता है जीता है, वह जो स्वार्थी है मर रहा है इसलिए प्रेम के लिए प्रेम करो, क्योंकि जीने का यही एक मात्र सिद्धांत है, वैसे ही जैसे कि तुम जीने के लिए सांस लेते हो।
तुम्हे अन्दर से बाहर की तरफ विकसित होना है. कोई तुम्हे पढ़ा नहीं सकता, कोई तुम्हे आध्यात्मिक नहीं बना सकता तुम्हारी आत्मा के आलावा कोई और गुरु नहीं है।