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Join NowTata Safari: भारतीय सड़कों पर राज करने वाली दिग्गज ऑटोमेकर टाटा मोटर्स (Tata Motors) ने आखिरकार वह कर दिखाया है जिसका इंतजार एसयूवी प्रेमियों को सालों से था। वर्षों तक सिर्फ ‘डीजल पावर’ के लिए पहचानी जाने वाली Tata Harrier और Tata Safari ने अब पेट्रोल के मैदान में कदम रख दिया है। यह खबर सुनते ही कार मार्केट में हलचल तेज हो गई है। क्या यह नया पेट्रोल इंजन भारी-भरकम सफारी को संभाल पाएगा? क्या माइलेज के मामले में यह जेब पर भारी पड़ेगी? आइए, इस विस्तृत रिव्यू में हर उस सवाल का जवाब जानते हैं जिसने आपको सस्पेंस में रखा है।
इंजन की ताकत: 1.5L का हाइपरियन जादू
नई Tata Safari Petrol के दिल की बात करें तो इसमें कंपनी ने बिल्कुल नया 1.5 लीटर हाइपरियन टर्बो पेट्रोल इंजन (1.5L Hyperion Turbo Petrol) दिया है। यह वही इंजन है जिसकी चर्चा पहले टाटा ‘सिएरा’ (Sierra) के साथ हुई थी।
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आंकड़ों की बात करें तो यह इंजन 170 PS की जबरदस्त पावर और 280 Nm का पीक टॉर्क जेनरेट करता है। जब हमने इसका 6-स्पीड टॉर्क कन्वर्टर ऑटोमैटिक वर्जन चलाया, तो सबसे पहली चीज़ जिसने हमें हैरान किया, वो थी इसकी ‘खामोशी’ (NVH Levels)। डीजल इंजन की गूँज के मुकाबले यह पेट्रोल इंजन बेहद शांत है। ट्रैफिक में कार बिल्कुल स्मूथ चलती है और गियरबॉक्स में कोई झटके महसूस नहीं होते। हाईवे पर धीरे-धीरे स्पीड बढ़ाने पर आपको महसूस होता है कि टाटा ने इंजन ट्यूनिंग पर कितनी मेहनत की है।
डिजाइन जो सबका ध्यान खींचे: ‘रेड डार्क’ एडिशन का जलवा
दिखने में सफारी हमेशा से ‘मैफिया’ लुक वाली एसयूवी रही है, लेकिन नए Red Dark Edition ने इसकी खूबसूरती में चार चाँद लगा दिए हैं। ऑल-ब्लैक एक्सटीरियर के साथ छोटे-छोटे ‘रेड’ एलिमेंट्स और 19 इंच के विशाल अलॉय व्हील्स इसे सड़क पर एक धाकड़ प्रेजेंस देते हैं। भारत ही नहीं, बल्कि USA और UK जैसे देशों में रहने वाले भारतीय मूल के लोग भी सोशल मीडिया पर इसके लुक्स की जमकर तारीफ कर रहे हैं। कार का केबिन अब रेड और ब्लैक थीम के साथ किसी लक्जरी जर्मन एसयूवी की तरह फील होता है।
फीचर्स का पिटारा: प्रीमियमनेस का नया स्तर
टाटा ने फीचर्स के मामले में कोई कंजूसी नहीं की है। सफारी पेट्रोल में कई ऐसे बदलाव हुए हैं जो इसे पहले से ज्यादा हाई-टेक बनाते हैं:
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नया QLED टचस्क्रीन: यह अब और भी ज्यादा रिस्पॉन्सिव और क्रिस्प है।
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डिजिटल रियर व्यू मिरर (Digital IRVM): यह फीचर न केवल पीछे का शानदार विजुअल देता है, बल्कि एक इन-बिल्ट Dashcam की तरह भी काम करता है, जो सुरक्षा के लिहाज से बहुत अहम है।
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सराउंड साउंड: इसमें लगा Dolby Atmos पावर्ड साउंड सिस्टम आपकी बोरिंग ड्राइव को कॉन्सर्ट जैसा बना देता है।
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कंफर्ट: मेमोरी सीट्स, कैमरा वॉशर और रियर वेंटिलेटेड सीट्स जैसी खूबियां इसे लंबी यात्राओं के लिए बेहतरीन साथी बनाती हैं।
राइड, कंफर्ट और वो ‘माइलेज’ की बात
क्या पेट्रोल होने के कारण इसकी परफॉर्मेंस कमजोर हुई है? बिल्कुल नहीं। डीजल वर्जन की तुलना में सफारी पेट्रोल चलाने में काफी ‘हल्की’ महसूस होती है। इसकी राइड क्वालिटी और स्टीयरिंग का फीडबैक इतना सटीक है कि इतनी बड़ी एसयूवी को भी आप शहर की भीड़भाड़ में आसानी से कंट्रोल कर सकते हैं।
अब आते हैं उस सवाल पर जो हर भारतीय पूछता है—माइलेज क्या है? टेस्टिंग के दौरान टाटा सफारी पेट्रोल ने लगभग 10 kmpl के आसपास का एवरेज दिया है। इस सेगमेंट और साइज की पेट्रोल एसयूवी के लिए यह एक स्वीकार्य आंकड़ा है। हालांकि, 19-इंच के पहियों की वजह से गहरे गड्ढों में हल्का झटका लग सकता है, लेकिन कुल मिलाकर कंफर्ट का कोई तोड़ नहीं है।
क्या आपको इसे खरीदना चाहिए?
यदि आप एक ऐसी एसयूवी चाहते हैं जो चलाने में रिफाइंड हो, जिसमें केबिन की आवाज (Noise) न आए और जिसमें दुनिया भर के फीचर्स भरे हों, तो Tata Safari Petrol आपके लिए एक शानदार विकल्प है। यह गाड़ी न तो कम पावरफुल लगती है और न ही भारी। टाटा मोटर्स ने सही मायने में अपनी डीजल एसयूवी को अब ‘पेट्रोल के सुकून’ के साथ पेश किया है।














