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Join NowHaryana Farmer Compensation 2025: हरियाणा के अन्नदाता यानी हमारे किसान भाइयों के लिए एक बहुत ही शानदार और राहत भरी खबर सामने आई है। पीएम किसान सम्मान निधि (PM Kisan Samman Nidhi) की 2,000 रुपये वाली किस्त का जश्न अभी खत्म भी नहीं हुआ था कि प्रदेश सरकार ने किसानों को एक और बड़ा तोहफा दे दिया है। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी (CM Nayab Singh Saini) ने दरियादिली दिखाते हुए प्रदेश के 53,821 प्रभावित किसानों के लिए 116 करोड़ 15 लाख रुपये की भारी-भरकम राशि जारी कर दी है।
अगर आप हरियाणा के किसान हैं और पिछली बारिश में आपकी फसल खराब हुई थी, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। आइए जानते हैं कि यह पैसा किसे मिलेगा, कितना मिलेगा और आप कैसे चेक कर सकते हैं कि आपके खाते में धनवर्षा हुई है या नहीं।
क्यों बांटे जा रहे हैं करोड़ों रुपये?
दरअसल, यह पैसा उन किसानों के जख्मों पर मरहम लगाने के लिए है, जिन्हें अगस्त और सितंबर महीने में कुदरत की मार झेलनी पड़ी थी। उस दौरान हरियाणा में हुई मूसलाधार बारिश और जलभराव (Waterlogging) के कारण खेतों में खड़ी फसलें बर्बाद हो गई थीं। सरकार ने इस दर्द को समझा और अब मुआवजे के तौर पर राशि जारी की है।
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सीएम नायब सिंह सैनी ने पूरी पारदर्शिता के साथ बताया कि किस फसल के नुकसान के लिए कितना पैसा दिया जा रहा है:
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बाजरा (Bajra): 35 करोड़ 29 लाख रुपये
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कपास (Cotton): 27 करोड़ 43 लाख रुपये
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धान (Paddy): 22 करोड़ 91 लाख रुपये
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ग्वार (Guar): 14 करोड़ 10 लाख रुपये
यह आंकड़ा साफ बताता है कि सरकार ने हर प्रमुख फसल के नुकसान की भरपाई करने की कोशिश की है।
खाते में कब बजेगी मोबाइल की घंटी?
अब सबसे बड़ा सवाल—पैसा कब मिलेगा? सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि मुआवजे की राशि ‘डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर’ (DBT) के माध्यम से भेजी जा रही है। प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। मुख्यमंत्री के आश्वासन के मुताबिक, अगले एक हफ्ते के भीतर सभी 53,821 लाभार्थी किसानों के बैंक खातों में पैसा क्रेडिट हो जाएगा। यह एक बड़ी राहत है, क्योंकि त्योहारी सीजन और अगली बुवाई के लिए किसानों को नकद राशि की सख्त जरूरत थी।
गणित समझें: आपको कितना पैसा मिलेगा? (Compensation Calculation)
प्रशासन ने मुआवजा देने के लिए एक बहुत ही सरल और स्पष्ट पैमाना बनाया है। आपकी जेब में कितना पैसा आएगा, यह आपकी फसल के नुकसान के प्रतिशत पर निर्भर करता है:
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50 से 75% नुकसान होने पर: अगर आपकी फसल आधे से ज्यादा खराब हुई है, तो सरकार आपको ₹12,000 प्रति हेक्टेयर का मुआवजा देगी।
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75% से अधिक नुकसान होने पर: अगर तबाही ज्यादा है और नुकसान 75 फीसदी से ऊपर है, तो आपको ₹15,000 प्रति हेक्टेयर की दर से सहायता राशि मिलेगी।
उदाहरण से समझें:
मान लीजिए, आपने ‘क्षतिपूर्ति पोर्टल’ (Kshatipurti Portal) पर 3 हेक्टेयर जमीन पर फसल खराब होने का दावा किया है और पटवारी की रिपोर्ट में आपका नुकसान 75% से ज्यादा पाया गया है।
तो गणित यह होगा: 3 हेक्टेयर × ₹15,000 = ₹45,000
यानी सीधे 45,000 रुपये आपके खाते में आ जाएंगे। यह राशि एक छोटे किसान के लिए संजीवनी बूटी से कम नहीं है।
सावधान! इन किसानों को नहीं मिलेगी फूटी कौड़ी
यहाँ ध्यान देने वाली बात यह है कि हर किसी को यह पैसा नहीं मिल रहा है। हरियाणा सरकार ने पहले ही नियम साफ कर दिए थे। यह मुआवजा केवल उन जागरूक किसानों को दिया जा रहा है जिन्होंने:
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समय रहते ‘मेरी फसल मेरा ब्योरा’ (Meri Fasal Mera Byora) या ‘क्षतिपूर्ति पोर्टल’ पर पंजीकरण करवाया था।
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वेरिफिकेशन के बाद जिनका दावा सही पाया गया है।
आंकड़ों की बात करें तो, खरीफ सीजन-2025 में 5,29,199 किसानों ने पोर्टल पर 31 लाख एकड़ के नुकसान का दावा किया था। लेकिन जांच के बाद, सिर्फ 53,821 किसानों का दावा सही पाया गया, जिनका लगभग 1 लाख 20 हजार एकड़ क्षेत्र वास्तव में क्षतिग्रस्त था। जिन्होंने पोर्टल पर आवेदन नहीं किया, वे दुर्भाग्यवश इस लाभ से वंचित रह जाएंगे।
पैसा न आए तो क्या करें? (Helpline Number)
अगर आप लिस्ट में हैं और फिर भी एक हफ्ते बाद पैसा नहीं आता, तो घबराने की जरूरत नहीं है। सरकार ने शिकायत के लिए रास्ते खुले रखे हैं:
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किसान कॉल सेंटर: आप तुरंत टोल-फ्री नंबर 1800-180-2117 या 1800-180-2060 पर कॉल करें।
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ऑनलाइन स्टेटस: आप ‘मेरी फसल मेरा ब्योरा’ पोर्टल पर लॉग-इन करके अपने आवेदन और भुगतान की स्थिति (Status Check) खुद देख सकते हैं।
इन 3 जिलों पर सबसे ज्यादा मेहरबानी
बाढ़ और बारिश ने सबसे ज्यादा कहर चरखी दादरी, हिसार और भिवानी में बरपाया था। इसलिए मुआवजे का सबसे बड़ा हिस्सा भी इन्हीं जिलों को मिला है:
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चरखी दादरी: ₹23.55 करोड़
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हिसार: ₹17.82 करोड़
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भिवानी: ₹12.15 करोड़
बोनस खबर: बाजरा किसानों को भावांतर योजना का डबल फायदा
सिर्फ बाढ़ का मुआवजा ही नहीं, सीएम सैनी ने बाजरा उगाने वाले किसानों की भी झोली भर दी है। ‘बाजरा भावांतर भरपाई योजना’ (Bhavantar Bharpayee Yojana) के तहत सरकार ने किसानों को बाजार भाव और समर्थन मूल्य (MSP) के बीच के अंतर की भरपाई की है।
सरकार ने ₹575 प्रति क्विंटल की दर से अतिरिक्त लाभ देने का फैसला किया है। इसके तहत 1 लाख 57 हजार किसानों के खातों में 358 करोड़ 62 लाख रुपये अलग से जारी किए गए हैं। यानी बाजरा किसानों के लिए यह ‘डबल बोनान्ज़ा’ है!
मुख्यमंत्री ने साफ कहा है कि, “हमारी सरकार पिछले 11 सालों से किसान के सुख-दुख में कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है और अब तक हम 15,448 करोड़ रुपये से ज्यादा का मुआवजा और बीमा क्लेम बांट चुके हैं।” तो किसान भाइयों, देर किस बात की? अपना बैंक बैलेंस चेक करते रहें, क्योंकि सरकार की तरफ से भेजी गई लक्ष्मी किसी भी वक्त आपके द्वार खटखटा सकती है….









