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Join NowNoida vs Gurugram:अगर आप दिल्ली-NCR में घर खरीदने या निवेश करने का सपना देख रहे हैं, तो यह खबर आपके होश उड़ा सकती है। पिछले सिर्फ 3 सालों में, रियल एस्टेट के बाजार ने ऐसी करवट ली है कि दिल्ली से सटे दो सबसे बड़े शहरों, नोएडा और गुरुग्राम, में प्रॉपर्टी की कीमतें आसमान छू रही हैं। एक तरफ जहां नोएडा के कुछ इलाकों में प्रॉपर्टी के दामों में 128% का अविश्वसनीय उछाल आया है, वहीं किराये से होने वाली कमाई सिर्फ 66% ही बढ़ पाई है। मिलेनियम सिटी गुरुग्राम, जहां कीमतें पहले से ही काफी ऊंची थीं, वहां भी अच्छी खासी बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जिससे निवेशकों और घर खरीदारों के बीच एक नई बहस छिड़ गई है।
रिपोर्ट में हुआ सनसनीखेज खुलासा: खरीदना हुआ महंगा, किराया उतना नहीं बढ़ा
प्रसिद्ध रियल एस्टेट सलाहकार फर्म एनारॉक (ANAROCK) की हालिया रिपोर्ट ने इस पूरी तस्वीर को साफ कर दिया है। रिपोर्ट के अनुसार, 2021 से 2024 के बीच, भारत के 7 प्रमुख शहरों में घर खरीदना, उसे किराए पर देने की तुलना में कहीं ज्यादा महंगा हुआ है। एनारॉक के चेयरमैन, अनुज पुरी ने बताया कि बेंगलुरु, मुंबई, एनसीआर और हैदराबाद जैसे हॉटस्पॉट बाजारों में घर खरीदने की औसत लागत, किराये की तुलना में बहुत तेजी से बढ़ी है। वहीं दूसरी तरफ, पुणे, कोलकाता और चेन्नई जैसे शहरों में कहानी थोड़ी अलग है, जहां घरों का किराया उनकी खरीद कीमत के मुकाबले अधिक तेजी से बढ़ा है।
नोएडा का सेक्टर-150: जहां प्रॉपर्टी बनी सोने की खान!
इस पूरी रेस का सबसे बड़ा चैंपियन बनकर उभरा है नोएडा का सेक्टर-150। यहां पिछले 3 सालों में जो हुआ है, वह किसी जादू से कम नहीं:
- कीमतों में रॉकेट जैसी तेजी: 2021 के अंत में जहां घरों का औसत प्राइस 5,700 रुपये प्रति वर्ग फुट था, वह अब 128% की छलांग लगाकर 13,000 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गया है। यानी निवेशकों का पैसा दोगुने से भी ज्यादा हो गया!
- किराये में धीमी वृद्धि: इसके मुकाबले, यहां किराये की वैल्यू में “सिर्फ” 66% की वृद्धि हुई है। जो किराया पहले औसतन 16,000 रुपये प्रति माह था, वह अब बढ़कर 26,600 रुपये प्रति माह हो गया है।
गुरुग्राम का सोहना रोड: प्रीमियम लोकेशन पर शानदार ग्रोथ
गुरुग्राम का सोहना रोड, जो हमेशा से एक प्रीमियम लोकेशन रहा है, वह भी इस तेजी में पीछे नहीं है। हालांकि यहां प्रतिशत वृद्धि नोएडा जितनी नहीं है, लेकिन इसका कारण यहां का हाई बेस प्राइस है।
- कीमतों में 59% का उछाल: 2021 के अंत से 2024 के अंत तक, यहां मकानों की औसत दर 6,600 रुपये से 59% बढ़कर 10,500 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गई है।
- किराये में 47% की बढ़ोतरी: इसी दौरान, इस इलाके में घरों का औसत किराया 25,000 रुपये से 47% बढ़कर 36,700 रुपये प्रति माह तक पहुंच गया है। यह इस क्षेत्र में रियल एस्टेट की लगातार बढ़ती मांग को साफ दर्शाता है।
क्यों आ रहा है यह जबरदस्त उछाल?
इस बेतहाशा तेजी के पीछे कई बड़े कारण हैं। व्हाइटलैंड कॉर्पोरेशन के डायरेक्टर, सुदीप भट्ट का कहना है कि निवेशकों का मजबूत रुझान और खासकर लग्जरी प्रॉपर्टी में अच्छे रिटर्न की संभावना के कारण नोएडा और गुरुग्राम में प्रॉपर्टी की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। लोग अब सिर्फ घर नहीं, बल्कि एक लाइफस्टाइल खरीद रहे हैं। हाई-एंड प्रॉपर्टी में भारी निवेश किया जा रहा है, जिससे इन क्षेत्रों की प्रॉपर्टी वैल्यू में जबरदस्त इजाफा हो रहा है। इसके अलावा, बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर, कनेक्टिविटी और कंपनियों के विस्तार ने भी इस आग में घी का काम किया है।
यह ट्रेंड साफ बताता है कि नोएडा और गुरुग्राम का रियल एस्टेट बाजार इस समय निवेशकों के लिए एक हॉट केक बना हुआ है, लेकिन आम घर खरीदार के लिए घर का सपना थोड़ा और महंगा हो गया है।