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Gold Rate Hike : सोने ने तोड़े सारे रिकॉर्ड! 3 महीने में 22% चढ़ा, क्या 2025 तक ₹1 लाख पार करेगा भाव? जानें वजह और एक्सपर्ट्स की भविष्यवाणी

Gold Rate Hike : सोने की चमक इन दिनों आंखों को चौंधिया रही है! पीली धातु की कीमतें रॉकेट की रफ्तार से बढ़ रही हैं, जिससे निवेशक तो मालामाल हो रहे हैं, लेकिन आम खरीदारों की चिंता बढ़ गई है। पिछले कुछ महीनों में सोने ने ऐसा तूफानी रिटर्न दिया है कि जिसने भी साल की शुरुआत में इसमें पैसा लगाया, उसकी चांदी हो गई है।

लेकिन सवाल यह है कि आखिर सोने में यह आग लगी क्यों है? और क्या यह तेजी आगे भी जारी रहेगी? आइए जानते हैं उन कारणों के बारे में जो सोने को आसमान पर पहुंचा रहे हैं और एक्सपर्ट्स 2025 के अंत तक कीमतों के कहां पहुंचने का अनुमान लगा रहे हैं।

निवेशकों की हुई बल्ले-बल्ले: सोने ने दिया बंपर रिटर्न!

अगर रिटर्न की बात करें तो सोना इस साल अब तक निवेशकों के लिए कुबेर का खजाना साबित हुआ है:

  • सिर्फ 3 महीने में: करीब 20-22% का जबरदस्त रिटर्न!

  • 1 महीने में: लगभग 8% की बढ़त।

  • इस साल (YTD): 22% से ज़्यादा का मुनाफा।

  • 1 साल में: करीब 30% का शानदार रिटर्न।

  • 3 साल में: लगभग 78% की भारी बढ़त!

यह आंकड़े बताते हैं कि सोने ने पिछले कुछ समय में किस कदर निवेशकों को फायदा पहुंचाया है।

आखिर क्यों आसमान छू रहे हैं सोने के दाम? ये हैं 10 बड़े कारण:

एक्सपर्ट्स सोने में इस अभूतपूर्व तेजी के पीछे कई वजहें मान रहे हैं, जिनमें से प्रमुख हैं:

  1. वैश्विक अनिश्चितता और ट्रेड वॉर: अमेरिका-चीन जैसे देशों के बीच व्यापारिक तनाव (Tariff War) और दुनिया भर में भू-राजनीतिक अस्थिरता बढ़ने से निवेशक घबराकर सुरक्षित निवेश विकल्पों की ओर भाग रहे हैं।

  2. सोना सबसे सुरक्षित ठिकाना: जब दुनिया में अनिश्चितता बढ़ती है या शेयर बाजार डगमगाता है, तो निवेशक सोने को सबसे सुरक्षित तिजोरी मानते हैं, जिससे इसकी मांग और कीमत दोनों बढ़ जाती है।

  3. डॉलर और बॉन्ड यील्ड में कमजोरी: अमेरिकी डॉलर और बॉन्ड यील्ड (Bond Yield) में गिरावट आने पर भी सोना आकर्षक हो जाता है, क्योंकि इसे खरीदना सस्ता पड़ता है।

  4. सेंट्रल बैंकों की जमकर खरीदारी: दुनिया भर के केंद्रीय बैंक (जैसे RBI) अपने विदेशी मुद्रा भंडार में डॉलर की जगह सोने का हिस्सा बढ़ा रहे हैं, जिससे बड़े पैमाने पर सोने की खरीद हो रही है।

  5. महंगाई का डर: अमेरिका जैसे देशों में महंगाई बढ़ने की आशंका से भी लोग बचाव के तौर पर सोना खरीद रहे हैं।

  6. चीन में बढ़ी मांग: ट्रेड वॉर के असर की आशंका के चलते चीन में सोने की रिटेल खरीदारी और निवेश (खासकर Gold ETF में) काफी बढ़ गया है।

  7. गोल्ड ETF में रिकॉर्ड निवेश: दुनियाभर में गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (ETFs) के जरिए सोने में भारी निवेश आ रहा है। यूरोप और उत्तरी अमेरिका में रिकॉर्ड खरीदारी देखी गई है।

  8. ब्याज दरें घटने की उम्मीद: अमेरिका में भविष्य में ब्याज दरें घटने की संभावना से भी सोने को बल मिल रहा है।

  9. ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी: अमेरिका द्वारा आयात शुल्क बढ़ाने और जांच करने की नीतियों से बाजार में घबराहट है, जो सोने के पक्ष में जा रही है।

  10. तकनीकी कारण: चार्ट्स पर भी सोने ने महत्वपूर्ण स्तरों को पार किया है, जिससे तकनीकी खरीदारी बढ़ी है।

भविष्य की भविष्यवाणी: 2025 के अंत तक कहां पहुंचेगा सोना?

अब सबसे बड़ा सवाल – क्या सोना और महंगा होगा? एक्सपर्ट्स की मानें तो:

  • अंतरराष्ट्रीय अनुमान: कई बड़े विदेशी ब्रोकरेज हाउस और बैंक (जैसे UBS, बैंक ऑफ अमेरिका) का अनुमान है कि अगर मौजूदा वैश्विक हालात बने रहते हैं या बिगड़ते हैं, तो अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना 2025 के अंत तक $3500 से 

    4500 प्रति औंस का स्तर भी बताया जा रहा है!

  • घरेलू बाजार पर असर: अगर अंतरराष्ट्रीय कीमतें इतनी बढ़ती हैं, तो भारतीय बाजार में सोने का भाव ₹1 लाख से ₹1.25 लाख प्रति 10 ग्राम तक पहुंचने की बात कही जा रही है! (यह केवल अनुमान है)।

इसमें कोई शक नहीं कि सोना इस वक्त जबरदस्त तेजी के दौर से गुजर रहा है, जिसके पीछे ठोस वैश्विक कारण हैं। निवेशकों को शानदार मुनाफा मिला है, लेकिन खरीदारों को ज्यादा कीमत चुकानी पड़ रही है। भविष्य के अनुमान बेहद मजबूत दिख रहे हैं, लेकिन यह काफी हद तक वैश्विक आर्थिक और राजनीतिक स्थितियों पर निर्भर करेगा। सोने में कोई भी निवेश या खरीदारी का फैसला करने से पहले बाजार पर नजर रखना और विशेषज्ञों की सलाह लेना समझदारी होगी।