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डेस्क। साइबर अपराध भारत में काफी बढ़ते जा रहे हैं और इन साइबर अपराधियों के लिए सबसे आसान पकड़ बच्चे हैं, क्योंकि बच्चे आराम से क्लिकबिट्स पर या अलग-अलग हैडलाइंस की चपेट में आकर उनपर क्लिक कर देते हैं। और कब वह साइबर ठगी या किसी अन्य अपराध का शिकार बन जाते हैं उसका उन्हें खुद भी पता नहीं चलता। बच्चे साइबर अपराधियों का शिकार कई प्रकार से हो सकते हैं।

1. ऑनलाइन धोखाधड़ी: बच्चों को आकर्षक ऑफर या गेम्स के माध्यम से धोखा दिया जा सकता है।

2. साइबर बुलिंग: बच्चों को ऑनलाइन दुर्व्यवहार या धमकी दी जा सकती है।

3. ऑनलाइन बच्चों का शोषण: बच्चों का शोषण करने वाले अपराधी उन्हें आकर्षक वीडियो या गेम्स के माध्यम से फंसा सकते हैं।

4. डेटा चोरी: बच्चों की व्यक्तिगत जानकारी चोरी की जा सकती है।

5. ऑनलाइन गेमिंग के माध्यम से धोखाधड़ी: बच्चों को ऑनलाइन गेमिंग के माध्यम से पैसे की धोखाधड़ी का शिकार बनाया जा सकता है।

6. सोशल मीडिया पर धोखाधड़ी: बच्चों को सोशल मीडिया पर आकर्षक पोस्ट या मैसेज के माध्यम से धोखा दिया जा सकता है।

7. ऑनलाइन पोर्नोग्राफी: बच्चों को ऑनलाइन पोर्नोग्राफी का शिकार बनाया जा सकता है।

8. ऑनलाइन हरासमेंट: बच्चों को ऑनलाइन हरासमेंट का शिकार बनाया जा सकता है।

इन खतरों से बच्चों को बचाने के लिए पैरेंट्स और अभिभावकों को सावधानी बरतनी चाहिए और बच्चों को साइबर सुरक्षा के बारे में शिक्षित करना चाहिए।

साइबर खतरों से बच्चों को बचाने के लिए यहाँ कुछ सुझाव दिए गए हैं:

फ़ोन में सेटिंग

1. पैरेंटल कंट्रोल: फ़ोन में पैरेंटल कंट्रोल सेटिंग को सक्षम करें।

2. ऐप लॉक: ऐप लॉक सेटिंग को सक्षम करें ताकि बच्चे केवल अनुमति वाले ऐप्स का उपयोग कर सकें।

3. लोकेशन ट्रैकिंग: बच्चे के फ़ोन की लोकेशन ट्रैकिंग को सक्षम करें।

4. इंटरनेट फ़िल्टरिंग: इंटरनेट फ़िल्टरिंग सेटिंग को सक्षम करें ताकि बच्चे अश्लील सामग्री का उपयोग न कर सकें।

5. पासवर्ड प्रोटेक्शन: फ़ोन को पासवर्ड से सुरक्षित रखें।

बच्चों को शिक्षित करें

1. साइबर सुरक्षा के बारे में जानकारी दें।

2. ऑनलाइन सुरक्षा के नियमों के बारे में बताएं।

3. ऑनलाइन दुर्व्यवहार के बारे में चर्चा करें।

4. बच्चों को अपने ऑनलाइन गतिविधियों के बारे में चर्चा करने के लिए प्रोत्साहित करें।

निगरानी

1. बच्चों के ऑनलाइन गतिविधियों पर निगरानी रखें।

2. उनके फ़ोन और कंप्यूटर का उपयोग करने के समय को सीमित करें।

3. बच्चों के ऑनलाइन दोस्तों के बारे में जानकारी प्राप्त करें।

अन्य सुझाव

1. बच्चों के लिए सुरक्षित ऐप्स और वेबसाइट्स का उपयोग करें।

2. बच्चों को ऑनलाइन गेमिंग के बारे में सावधान करें।

3. बच्चों को अपने व्यक्तिगत जानकारी को ऑनलाइन साझा न करने के लिए कहें।

4. बच्चों को ऑनलाइन धोखाधड़ी के बारे में सावधान करें।

इन सुझावों को अपनाकर आप बच्चों को साइबर खतरों से बचा सकते हैं।