डेस्क। रानी एलिजाबेथे के निधन के बाद स्वचालित रूप से राजा बने किंग चार्ल्स III की ताजपोशी अगले साल 6 मई को निर्धारित की गई है। इस मौके पर वेस्टमिंस्टर एब्बे में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन भी किया जाएगा जहां पर रॉयल फैमिली की परंपराओं के अनुसार किंग चार्ल्स की ताजपोशी होनी है।
उनके साथ ही द क्वीन कंसोर्ट की भी ताजपोशी उसी दिन की जानी है।
आपको बता दें कि रॉयल फैमिली ने इस बारे में एक विस्तृत बयान जारी किया है जिसमें यह भी कहा गया है कि किंग चार्ल्स का राज्याभिषेक भविष्य की रूपरेखा तैयार करने का काम करेगा वहीं इस कार्यक्रम में पारंपरिक उत्सव की झलक आपको देखने को मिल जाएगी।
एंग्लिकन कम्युनियन के आध्यात्मिक प्रमुख ही इस कार्यक्रम का आयोजन करवाने वाले हैं। साथ ही ऐसा भी कहा जा रहा है कि खुद किंग चार्ल्स अपनी ताजपोशी ज्यादा धूम-धाम से नहीं करना चाहते पर जारी बयान में स्पष्ट कहा गया है कि मूल तत्वों को पहले की तरह बनाए रखा जाना है। और सबसे बड़ी बात ये भी है कि रॉयल फैमिली में ताजपोशी हमेशा से ही वेस्टमिंस्टर एब्बे में होती है, ऐसे में किंग चार्ल्स के राज्याभिषेक के दौरान भी पुरानी परंपरा का पालन किया जाएगा।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि महारानी एलिजाबेथ का निधन 96 साल की उम्र में हुआ और उन्होंने 70 साल तक ब्रिटेन पर शासन किया था। साथ ही वे सबसे लंबे समय तक उस पद पर बनी रही और उनके निधन के बाद ही परंपराओं के मुताबिक किंग चार्ल्स को राजा घोषित किया गया है। लेकिन तब औपचारिक रूप से उनकी ताजपोशी नहीं की गई थी वहीं उस प्रक्रिया को अब अगले साल 6 मई को पूरा किया जाना हैं।
यहां ये जानना भी जरूरी है कि ब्रिटेन में कानून द्वारा सीमित राजशाही प्रणाली है और ब्रिटेन का राजा या रानी हेड ऑफ स्टेट तो होता है, साथ ही उनकी शक्तियां पूरी तरह से औपचारिक या प्रतीकात्मक भी होती हैं। इसका मतलब यह है कि ब्रिटेन के सरकारी कामकाज में उनका हस्तक्षेप बहुत कम पड़ा।