मीडिया– आज के समय मे मीडिया का परिदृश्य बिल्कुल बदल गया है। अब मीडिया खबरों की तह तक जाने से ज्यादा आवश्यक खबरों को मिर्च मसाला लगाकर लोगों के मध्य प्रस्तुत करने की होड़ में लगी है। मीडिया के लिए अब ख़बर का सबसे बड़ा सोर्स सोशल मीडिया प्लेटफार्म बन गए हैं। वहीं वह खबर महत्वपूर्ण हो गई है जो जनता के मुद्दों पर नहीं जनता को बांटने का काम कर रही हो।
जाने कैसे चलता है मीडिया-
आज के समय मे अमुख मुद्दे जनता की समस्या हैं। पत्रकारिता का मूल मंत्र यही है कि एक पत्रकार जनता की समस्या को उजागर करे और सरकार से सवाल करे की कि जिस जनता के वोट से आप इस पद पर हैं। उस जनता की ओर आपका ध्यान क्यों नहीं जा रहा है।
आज बेरोजगारी, महंगाई, भ्रष्टाचार, अपराध, महिलाओं के साथ हो रहे दुर्व्यवहार, धार्मिक मतभेद की खबरें मीडिया से गायब सी हो गई हैं। जो मीडिया लोगों को जोड़ने का काम करता था आज वह लोगों को बांटने में अहम भूमिका निभा रहा है। आज मीडिया के लिए अमुख खबर दीपिका पादुकोण द्वारा भगवा रंग की बिकीनी पहनना है और धर्म के नाम पर लोगों को अलग करना है।
यदि हम गौर करें तो गिने चुने लोगों के अलावा कोई ऐसा मीडिया संस्थान नहीं है जिसने खुलकर यह कहा हो कि रंग को पहनने से भावनाएं कैसे आहत हो सकती हैं। रंग का कोई धर्म कैसे हो सकता है। क्या बीजेपी नेता नरोत्तम मिश्रा के की भावनाएं सिर्फ एक स्त्री द्वारा पहने गए भगवा रंग के कपड़े से ही आहत होती है। देश मे बढ़ते अपराध और महिलाओं के साथ हो रहे दोहरे व्यवहार से उनकी भावनाएं आहत नहीं होती।
मीडिया यदि यह सवाल लोगों से करती तो शायद आज देश हिन्दू मुस्लिम दो धर्मो में न विभक्त होता और लोग सकारात्मक रहते। आज मीडिया ने लोगों के मन मे इतना जगर भर दिया है कि हर मुस्लिम हिन्दू को जिहादी लगता है और हर हिन्दू मुस्लिम को अपना दुश्मन समझता है। कोई धर्म के नाम पर किसी को पीटने लगता है तो कोई धर्म के नाम पर खुलेआम किसी को मौत की धमकी देता है। लेकिन मीडिया सत्य को दिखाने की जगह अपनी टीआरपी बढ़ाने वाली खबरों को हवा देती रहती है।