Join WhatsApp
Join NowSamsung Galaxy: साल 2025 में फोल्डेबल स्मार्टफोन सेगमेंट (Foldable Smartphone Segment) में एक बार फिर तकनीकों की जंग छिड़ गई है! Samsung अपने बहुप्रतीक्षित Galaxy Z Fold 7 के साथ बाज़ार में उतरा है, जो शानदार डिज़ाइन, लेटेस्ट प्रोसेसर और लंबी सॉफ्टवेयर सपोर्ट के वादे के साथ प्रीमियम यूज़र अनुभव (premium user experience) देने का दावा कर रहा है। वहीं, Vivo ने भी अपने X Fold 5 को पेश करके सबको चौंका दिया है, जिसमें बड़ी बैटरी (large battery), तेज़ चार्जिंग (fast charging) और दमदार कैमरा सेटअप (powerful camera setup) जैसी कई ज़बरदस्त खासियतें हैं। अगर आप भी इन दोनों बेहतरीन फोल्डेबल्स में से किसी एक को खरीदने का मन बना रहे हैं, तो यह तुलना आपके लिए सही फैसला लेना बेहद आसान कर देगी। आइए जानते हैं, कौन है किस पर भारी!
डिज़ाइन की लड़ाई: पतलापन बनाम मजबूती!
जब बात आती है डिज़ाइन (Design) और बिल्ड क्वालिटी (Build Quality) की, तो दोनों ही फोन प्रीमियम फील (premium feel) देते हैं। Samsung Galaxy Z Fold 7 फोल्ड होने पर थोड़ा ज्यादा स्लिम (slim design) लगता है, इसकी मोटाई केवल 8.9mm है और अनफोल्ड होने पर यह अविश्वसनीय रूप से 4.2mm तक पतला हो जाता है। दूसरी ओर, Vivo X Fold 5 थोड़ा मोटा है, फोल्ड होने पर 9.2mm और अनफोल्ड होने पर 4.3mm। हालांकि, रोजमर्रा के इस्तेमाल में यह मामूली अंतर शायद ही महसूस हो। वज़न (Weight) के मामले में भी Samsung थोड़ा हल्का है, जो 215 ग्राम का है, जबकि Vivo का वज़न 217 ग्राम है।
सुरक्षा के लिहाज़ से, Samsung ने Gorilla Glass Victus 2 और Armor Glass का इस्तेमाल किया है और इसे IP48 रेटिंग मिली है, जो इसे पानी और धूल से अच्छी सुरक्षा प्रदान करती है। Vivo ने अपनी दूसरी पीढ़ी की Armor Glass और IP59 रेटिंग दी है, जो इसे धूल के कणों से और भी बेहतर सुरक्षा देती है। रंग विकल्पों की बात करें तो Samsung चार आकर्षक रंगों में उपलब्ध है, जबकि Vivo फिलहाल केवल Titanium Gray वेरिएंट में ही आता है।
डिस्प्ले का मुकाबला: जीवंत रंग और बिजली सी गति!
डिस्प्ले (Display) के मामले में, दोनों फोन हाई-क्वालिटी AMOLED पैनल (AMOLED panel) से लैस हैं जो 120Hz रिफ्रेश रेट (120Hz refresh rate) को सपोर्ट करते हैं, जिससे स्क्रॉलिंग और गेमिंग का अनुभव बेहद स्मूथ होता है। Vivo X Fold 5 में 8.03 इंच का बड़ा इनर डिस्प्ले है, जिसकी रेजोल्यूशन 2200×2480 पिक्सल है और ब्राइटनेस 4500 निट्स तक जा सकती है। Samsung का 8 इंच का डिस्प्ले थोड़ा कम रेजोल्यूशन (1968×2184) और 2600 निट्स पीक ब्राइटनेस प्रदान करता है। बाहर की कवर स्क्रीन (cover screen) में भी दोनों लगभग बराबरी पर हैं, लेकिन Vivo की 6.5 इंच की कवर स्क्रीन थोड़ी अधिक शार्प और ब्राइट लगती है। हालांकि, असलियत में दोनों के डिस्प्ले के बीच यह अंतर बहुत बड़ा नहीं लगता और दोनों ही उत्कृष्ट विजुअल अनुभव प्रदान करते हैं।
परफॉर्मेंस का ज़ोर: फ्लैगशिप चिपसेट और ढेर सारी स्टोरेज!
परफॉर्मेंस (Performance) की बात करें तो Galaxy Z Fold 7 को लेटेस्ट Snapdragon 8 Elite चिपसेट (Snapdragon 8 Elite chipset) से पावर मिलती है, जो इसे अत्यंत शक्तिशाली और भविष्य के लिए तैयार बनाता है। Vivo X Fold 5 में Snapdragon 8 Gen 3 दिया गया है, जो अपने आप में एक शानदार प्रोसेसर है, लेकिन Elite वर्जन की तुलना में थोड़ा पीछे है। स्टोरेज (Storage) के मामले में भी Samsung आगे है, जहाँ यूजर्स को 16GB तक रैम (RAM) और 1TB तक स्टोरेज का विकल्प मिलता है। Vivo केवल 16GB रैम और 512GB स्टोरेज वेरिएंट में ही उपलब्ध है। अगर आपको अधिक से अधिक रैम और स्टोरेज की ज़रूरत है, तो Samsung यहाँ बाजी मार ले जाता है।
सॉफ्टवेयर का दम: सालों का सपोर्ट और AI का जलवा!
सॉफ्टवेयर (Software) के मोर्चे पर, Samsung को एक बड़ी बढ़त मिलती है। Galaxy Z Fold 7 Android 16 पर आधारित OneUI 8 पर चलता है, और कंपनी सात साल तक सॉफ्टवेयर अपडेट्स (seven years of software updates) का वादा करती है, जो किसी भी फोन के लिए एक लंबा सपोर्ट पीरियड है। वहीं, Vivo का X Fold 5 Android 15 आधारित Funtouch OS 15 के साथ आता है, जिसमें चार साल तक अपडेट दिए जाएंगे। इसके अलावा, Samsung के OneUI में ज्यादा एडवांस AI फीचर्स (advanced AI features) भी शामिल हैं, जो Vivo की तुलना में एक ज्यादा बेहतर और स्मार्ट अनुभव देते हैं। सॉफ्टवेयर सपोर्ट और AI क्षमताएं लंबी अवधि के उपयोग के लिए महत्वपूर्ण हैं।
बैटरी का खेल: चार्जिंग स्पीड में Vivo आगे, लेकिन किस कीमत पर?
बैटरी (Battery) और चार्जिंग स्पीड (charging speed) की बात करें तो Vivo यहाँ बाजी मारता है। X Fold 5 में 6,000mAh की बड़ी बैटरी है जो 80W वायर्ड और 40W वायरलेस चार्जिंग को सपोर्ट करती है। वहीं Samsung की बैटरी 4,400mAh की है और चार्जिंग स्पीड भी सिर्फ 25W (वायर्ड) और 15W (वायरलेस) तक सीमित है। यदि आपको ज्यादा इस्तेमाल और जल्दी चार्जिंग चाहिए, तो Vivo एक बेहतर विकल्प बनता है। हालाँकि, Samsung की छोटी बैटरी अपने अनुकूलित सॉफ्टवेयर और कम पावर वाली चिपसेट के साथ अच्छा बैकअप दे सकती है, पर चार्जिंग में पिछड़ जाती है।
कैमरा की जंग: मेगापिक्सल वर्सेस संतुलन!
कैमरा सेटअप (Camera Setup) के सेगमेंट में, Samsung 200MP के मुख्य सेंसर के साथ आता है, जिसमें 10MP का टेलीफोटो (telephoto) और 12MP का अल्ट्रा-वाइड लेंस (ultra-wide lens) शामिल है। यह उच्च मेगापिक्सल डिटेल कैप्चर करने की क्षमता देता है। वहीं Vivo ने तीनों कैमरा लेंस में 50MP सेंसर का उपयोग किया है – वाइड (wide), अल्ट्रा-वाइड और टेलीफोटो। यह इमेज क्वालिटी (image quality) में एक बेहतर संतुलन प्रदान करता है, खासकर अलग-अलग शूटिंग परिदृश्यों में। Vivo में 20MP का सेल्फी कैमरा है जबकि Samsung में 10MP का कैमरा है, जो वीवो को सेल्फी के मामले में थोड़ा आगे रखता है।
कीमत का बड़ा फ़ैसला: कौन आपके बजट में फिट होगा?
कीमत (Price) की बात करें तो दोनों फोन अपनी प्रीमियम स्थिति को दर्शाते हैं। Samsung ने Galaxy Z Fold 7 को तीन वेरिएंट में पेश किया है: 12GB+256GB की कीमत ₹1,74,999, 12GB+512GB की ₹1,86,999, और टॉप वेरिएंट 16GB+1TB की कीमत ₹2,16,999 है। दूसरी ओर, Vivo X Fold 5 सिर्फ एक वेरिएंट में आता है – 16GB रैम और 512GB स्टोरेज के साथ, जिसकी कीमत ₹1,49,999 रखी गई है। Vivo स्पष्ट रूप से Samsung के टॉप-एंड मॉडलों की तुलना में अधिक किफायती है, खासकर उच्च स्टोरेज विकल्पों को देखते हुए।
अंतिम फैसला: आपकी ज़रूरत के हिसाब से चुनें बेस्ट फोल्डेबल!
यदि पूरी तुलना के आधार पर निष्कर्ष निकाला जाए, तो दोनों ही फोन अपनी-अपनी जगह पर मजबूत दावेदार हैं। Samsung Galaxy Z Fold 7 उन यूजर्स के लिए बेहतर है जो भविष्य में लंबे समय तक सॉफ्टवेयर सपोर्ट, एक बेहतर चिपसेट और हल्के डिजाइन को प्राथमिकता देते हैं। वहीं, Vivo X Fold 5 उन लोगों के लिए एक बेहतरीन विकल्प है जिन्हें ज्यादा बैटरी बैकअप, बहुत तेज चार्जिंग और कैमरा गुणवत्ता में बेहतर संतुलन चाहिए, और साथ ही वे थोड़ी कम कीमत में भी एक प्रीमियम फोल्डेबल अनुभव चाहते हैं। आपका अंतिम फैसला आपकी व्यक्तिगत ज़रूरतों और प्राथमिकताओं पर निर्भर करेगा।