डेस्क। लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट का संशोधित आदेश जारी हुआ है और अब आयोजकों को केवल थाने में देनी होगी सूचना।
लखनऊ, 07 मई को लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट की ओर से ज्येष्ठ माह के बड़े मंगल पर आयोजित होने वाले भंडारों के आयोजन को लेकर जारी किए गए आदेश पर चौतरफा विरोध देखते हुए लखनऊ पुलिस ने अपना विवादित आदेश वापस भी ले लिया है।
साथ ही लखनऊ पुलिस ने अब संशोधित आदेश जारी किया है। इसके तहत अब आयोजकों को केवल थाने में सूचना भी देनी होगी।
दरअसल लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट ने पहले आदेश जारी किया था कि ज्येष्ठ माह के बड़े मंगल पर आयोजित होने वाले भंडारों के आयोजन के लिए पुलिस की अनुमति भी लेनी पड़ेगी। पुलिस के इस आदेश का राष्ट्रीय पर्व एवम् उत्सव समिति और लखनऊ में भण्डारा आयोजन से जुड़ी समिति मंगलमान के पदाधिकारियों ने विरोध भी किया था।
राष्ट्रीय पर्व एवं उत्सव समिति ने इस संबंध में पुलिस कमिश्नर को ज्ञापन भेज कर अपने आदेश को वापस लेने की मांग भी की थी। समिति ने यह स्पष्ट कहा था कि यह आदेश सनातन धर्मावलंबियों के आराध्य श्री हनुमान जी महाराज की भक्ति को बांधने और रोकने का कुत्सित प्रयास किया है।
पुलिस कमिश्नर को भेजे ज्ञापन में राष्ट्रीय पर्व एवं समिति ने कहा था कि भारत जैसे राष्ट्र में नियमों के दायरे में और शांतिपूर्ण ढंग से धार्मिक आस्था के पालन के लिए किसी भी तरीके की कानूनी बाध्यता नहीं होनी चाहिए साथ ही लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट के बड़े मंगल के भंडारों के लिए जारी आदेश कुछ इसी तरह की मंशा को जाहिर करता हैं।
राष्ट्रीय पर्व एवं उत्सव समिति ने पुलिस कमिश्नर से यह मांग भी की थी कि बड़े मंगल पर आयोजित होने वाले भंडारों के लिए जारी किए गए अनुमति आदेश को तत्काल वापस लिया जाए अथवा संशोधित भी किया जाए। यह आम सनातन धर्मावलंबियों की भावनाओं को आहत करने वाला आदेश है जो किन्ही भी परिस्थितियों में स्वीकार्य नहीं है साथ ही पुलिस के संशोधित आदेश जारी करने पर समिति के ललित श्रीवास्तव व शिवांक रमन भदौरिया व मंगलमान के राम कुमार ने इसका स्वागत किया है।