डेस्क। सोशल मीडिया के जमाने में हर कोई अपनी बात रखने के लिए जागरूक हो चुका है। आजकल आपने देखा होगा कि अगर किसी को कोई परेशानी होती है तो वह सोशल मीडिया के जरिए अपनी बात रखता है और इसमें सबसे अच्छी बात यह है कि अगर समस्या वास्तविक है तो उस पर कार्रवाई भी करी जाती है।
इसका सबसे बड़ा उदाहरण भारतीय रेलवे में देखने को मिलता है औरअगर किसी यात्री को कोई परेशानी होती है तो वह ट्विटर के जरिए अपनी समस्या रखता है ज्यादातर मामलों का समाधान रेलवे द्वारा तुरन्त किया जाता है।
ऐसे में जनता भी जागरूक हो चुकी है और अगर यात्रा के दौरान कोई परेशानी होती है तो फोटो या वीडियो बनाकर पोस्ट भी कर देती है। जिसका विभाग द्वारा समाधान भी किया जाता है।
हाल में इस वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि एक युवक को ऐसी चाय मिलती है, जिसे देखने के बाद उसे गुस्सा आ जाता है। यात्री कहता है कि सावन चल रहा है, ऐसे में आप हलाल सर्टिफिकेशन वाली चाय क्यों दे रहे हैं? इस पर रेलवे कर्मचारी द्वारा समझाया जा रहा है कि चाय शाकाहारी है और चाय शाकाहारी ही होता है, इस पर युवक कहता है कि आप ही बताइए कि हलाल सर्टिफिकेशन क्या होता है?
वीडियो में आप देख सकते हैं कि रेलवे कर्मचारी द्वारा काफी कुछ समझाया जा रहा है पर यात्री कहता है कि आप मेरे रिलीजियस सेटिंमेंट को हर्ट नहीं कर सकते हैं। आप आगे से ध्यान भी रखिएगा।
अब सवाल यह है आपके मन में भी आ रहा होगा कि हलाल सर्टिफिकेशन क्या है? तो आइए जानते हैं कि इस सर्टिफिकेशन को देखकर यात्री क्यों भड़क उठता है। कई इस्लामिक देशों में सरकार की ओर से हलाल सर्टिफिकेशन दिया जाता है तो भारत में लगभग प्रोडक्ट पर FSSAI (फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया) का सर्टिफिकेशन देखने को मिलता है, हालांकि कुछ कंपनियां ऐसी भी हैं, जो हलाल सर्टिफिकेशन को देती हैं, लेकिन यह सर्टिफिकेशन अथॉरिटी की ओर से नहीं दिया जाता। हलाल सर्टिफिकेशन खासकर इस्लाम के अनुयायियों के लिए ही होता है।