India – पश्चिम बंगाल की सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी के मध्य नबन्ना अभियान को लेकर बवाल मचा हुआ है। बीजेपी नबन्ना अभियान को लेकर लगातार सत्ताधारी दल को घेर रही है और इस परिपेक्ष्य के बीजेपी के कार्यकर्ता सड़क पर उतरे है। लेकिन अब सभी के मस्तिष्क में सवाल यह उठता है कि आखिर नबन्ना अभियान है क्या जिसको लेकर बीजेपी ममता बनर्जी सरकार को घेर रही है।
जाने क्या है नबन्ना –
अगर हम बात नबन्ना की करे तो पहले बंगाल का सचिवालय रायटर्स बिल्डिंग में हुआ करता था. लेकिन जब 2011 में ममता बनर्जी सरकार में आई तो उन्होंने हावड़ा में हुबली नदी के किनारे बिल्डिंग को सचिवालय बनाया और उसे नबान्न नाम दिया। नबान्न का स्पष्ट मतलब होता है नया। बीजेपी के लोग नबान्न जाने की बात कर रहे हैं वह ममता बनर्जी सरकार के खिलाफ यहां प्रदर्शन करने जाना चाहते थे। लेकिन उन्हें इस बात की अनुमति नही मिली।
अगर हम बात नबान्न अभियान की बात करे तो बीजेपी के लोग लगातार ममता बनर्जी सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा रही है और उनके खिलाफ नबान्न अभियान चला रही है। इस अभियान में तय किया गया था कि बीजेपी कार्यकर्ता नबन्ना की ओर कूच करेंगे. इसके बाद अलग अलग जुलूस के जरिए बीजेपी कार्यकर्ता नबन्ना जा रहे थे.