डेस्क। भारतीय सशस्त्र बल पहली बार बड़े स्तर पर क्रॉस पोस्टिंग की योजना में लगी हैं, जिसमें ब्रिगेडियर और मेजर जनरल रैंक के सीनियर अधिकारी भी शामिल होंगे। इसका उद्देश्य तीनों सेनाओं के बीच अधिक तालमेल बढ़ाने के लिए समानता को लाना है। यह प्रक्रिया थिएटर कमांड का भीं हिस्सा है।
क्रॉस पोस्टिंग के तहत तीनों सेनाओं के अधिकारियों को एक निश्चित समय के लिए दूसरी सेना में भी भेजा जाएगा। जैसे थल सेना का कोई अधिकारी है, तो उसे कुछ दिन के लिए नेवी और एयरफोर्स में जिम्मेदारी भी संभालनी होगी। दोनों सेनाओं में थोड़ा-थोड़ा दिन रहकर वह अपनी रैंक के हिसाब से काम भी देखेगा।
द इंडियन एक्सप्रेस ने एक सीनियर अधिकारी के हवाले से यह जानकारी भी दी है। अखबार की एक पुरानी रिपोर्ट में बताया गया था कि इन अधिकारियों को यूएवी, लॉजिटिक्स हैंडलिंग से लेकर रिपेयर और आपूर्ति मैनेटजमेंट के लिए मिसाइल यूनिटों में ट्रांसफर भी किया जाना है।
40 अधिकारियों की क्रॉस पोस्टिंग की जाएगी और ताजा रिपोर्ट के अनुसार, एक अधिकारी ने यह बताया कि अगले कुछ महीनों में प्रक्रिया भी शुरू कर दी जाएगी। अधिकारी ने कहा कि 25 वन स्टार और 2 स्टार अधिकारियों की कुछ महीनों में क्रॉस पोस्टिंग भी होनी है। इससे पहले सीनियर अधिकारियों को ट्राई सर्विस ऑर्गेनाइजेश में तैनात भी किया जाता था, लेकिन वह क्रॉस पोस्टिंग बिल्कुल नहीं होती थी।
क्रॉस पोस्टिंग सेना के प्रोजेक्ट थिएटराइजेशन का हिस्सा है, और इसे थिएटर कमांड को मजबूती देने के प्रयास के रूप में भी देखा जा रहा है। काफी समय से तीनों सेनाओं को एक मंच पर लाने की कोशिश भी की जा रही है। ऐसा माना जा रहा है कि कमांड थिएटर के जरिए स्ट्रेटेजिक सुधार बेहतर होगा और दुश्मन को बेहतर तरीके से मुंहतोड़ जवाब भी दिया जा सकेगा।