डेस्क। हर्ट अटैक सभी आयु वर्ग में हो रहे हैं, जो बुजुर्गों और बच्चों दोनों को प्रभावित भी कर रहे हैं। पिछले तीन वर्षों में, दिल के दौरे के मामलों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई और दुर्भाग्य से , कई मरीज इससे जान भी खो बैठे हैं।
इसका प्रमुख कारण दिल के दौरे के लक्षणों और निवारक उपायों के बारे में जागरूकता की कमी है और दुखद बात यह है कि कुछ व्यक्तियों की मौके पर ही दिल का दौरा पड़ने से मौत हो जाती है।
हाल के महीनों में अचानक दिल का दौरा पड़ने की घटनाएं देखी गई हैं, जिससे तेजी से मौतें हुईं वहीं अगर समय पर दवा ले ली जाएं तो मरीज की जान भी बच सकती हैं।
COVID-19 महामारी के बाद या इसके कारण दिल के दौरे के मामलों में वृद्धि हुई है और रक्त के थक्के दिल के दौरे के पीछे एक प्रमुख कारण हैं, जो सभी उम्र के व्यक्तियों को प्रभावित भी करते हैं। चिंताजनक बात यह है कि बहुत से लोग अपने शरीर में रक्त के थक्के बनने से काफी अनजान रहते हैं, जिसका मुख्य कारण संबंधित लक्षणों के बारे में जानकारी की कमी होना है।
जब किसी में हार्ट अटैक के लक्षण दिखें तो उन्हें अपनी जीभ के नीचे एस्पिरिन की गोली रख लेनी चाहिए यह दिल के दौरे के खतरे को काफी हद तक कम कर देती है, क्योंकि एस्पिरिन रक्त को पतला करने का काम करती है और थक्का बनने से रोक देती है।