डेस्क। इसमें कोई दो राय नहीं है कि पिछले कुछ सालों में ओटीटी प्लेटफॉर्म्स काफी ज्यादा ही पॉपुलर हो गए हैं, जहां मनोरंजन के लिए कंटेंट की कोई कमी नहीं है तो आए दिन नई-नई वेब सीरीज और फिल्में भी रिलीज होती रहती हैं।
लेकिन डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के कंटेंट सेंसर बोर्ड के दायरे में नहीं आते हैं जिस वजह से कई सीरीज-फिल्मों में वल्गैरिटी और गाली-गलौज भी देखने को मिलता है।
समय-समय पर ये मांग उठती रही है कि ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर भी लगाम लगनी चाहिए। इसको लेकर केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने तमाम बड़े ओटीटी प्लेटफॉर्म्स के रिप्रेजेंटेटिव के साथ बैठक की और इस बात पर जोर दिया कि वल्गैरिटी पर लगाम लग सके।
इस बैठक में कंटेंट रेगुलेशन, यूजर एक्सपीरियंस और इस सेक्टर के ग्रोथ और इनोवेशन को लेकर बात हुई तो वहीं अनुराग ठाकुर ने इस बात पर जोर दिया कि क्रिएटिव एक्सप्रेशन के नाम पर अश्लीलता और गाली-गलौज को बढ़ावा ना दिए जाए और ओटीटी प्लेटफॉर्म्स इसको लेकर अपनी जिम्मदेरी को अच्छे से समझें। साथ ही प्लेटफॉर्म हमारी सांस्कृतिक विविधता को लेकर संवेदनशील हों।
इस बैठक के बारे में अनुराग ठाकुर ने ट्वीट करते हुए जानकारी दी है और साथ ही मीटिंग की तस्वीरें भी शेयर की गई हैं। बैठक में इस पर भी बात हुई कि ओटीटी प्लेटफॉर्म्स इस चीज को एंश्योर करें कि सभी एज ग्रुप के लोगों को बेहतर यूजर्स एक्सपीरियंस भी मिल सके।
लोगों को डिजिटली कंटेंट देखना पसंद
बहरहाल, लॉकडाउन के समय से ओटीटी प्लेटफॉर्म्स मनोरंजन के लिए एंटरटनमेंट के लिए लोगों की पहली पसंद भी बनकर उभरा है। अब ऐसा देखने को मिलता है कि भारी संख्या में लोग डिजिटली ही कंटेंट देखना काफी पसंद भी करते हैं। इसी के मद्देनजर फिल्ममेकर्स भी अक्सर कुछ न कुछ नया लेकर आते हैं और थिएटर्स से ज्यादा आज कल ओटीटी पर कंटेंट रिलीज किए जाते हैं, जिनमें बड़े सितारों की भी फिल्मों और सीरीज शामिल होती हैं।