डेस्क। लखनऊ विश्वविद्यालय का रसायन विज्ञान विभाग डिजिटल लैब बनाने की तैयारी में जुटा हुआ है। इसके तहत एलयू से सम्बद्ध कॉलेजों में पढने वाले छात्रों को काफी लाभ होगा। इसमें खासकर रायबरेली, हरदोई, लखीमपुर खीरी और सीतापुर के विद्यार्थियों को लाइव प्रैक्टिकल करके भी दिखाया जाना है।
जिससे वह आसानी से प्रैक्टिकल को सीख भी सकेंगे।
विभागाध्यक्ष प्रो. अनिल मिश्रा का यह कहना है कि डिजिटल लैब शुरू होने से विद्यार्थियों को काफी लाभ मिलेगा। उन्होंने बताया है कि दस वर्षीय विजन प्लान में डिजिटल लैब बनाने की योजना भी बनाई गई है। प्रो. अनिल मिश्रा के अनुसार बीएससी से लेकर एमएससी तक करीब 100 एक्सपेरिमेंट हैं जो इन एक्सपेरिमेंट को लाइव दिखाया जाएगा। इस दौरान यदि कोई छात्र सवाल पूछना चाहे, तो वह पूछ भी सकेंगे।
प्रो. मिश्रा के अनुसार दो नए कोर्स शुरू करने की दिशा में भी विभाग कार्य कर रहा है। वहीं हाई एंड स्पेक्ट्रोस्कोपी लैब खोलने की योजना भी तैयार की जा रही है और इससे मैटेरियल और केमिकल कैरेक्टराइज करने में सुविधा भी मिलेगी।
लैब टेक्नीशियन का डिप्लोमा भी कराया जाएगा
रसायन विज्ञान विभाग के आगामी 10 वर्षीय विजन प्लान के तहत लैब टेक्नीशियन का डिप्लोमा कोर्स कराने की तैयारी की है। इसके अलावा सर्टिफिकेट इन लैब मेथड्स का कोर्स भी शुरू किया जाएगा और सर्टिफिकेट इन लैब मेथड्स में इंटर के बाद भी छात्र प्रवेश ले सकेंगे।
स्नातक के बाद प्रवेश के लिए उनके पास इंटर में साइंस होना जरूरी होगा और यह कोर्स नौकरी पर आधारित होंगे। वहीं इंटर की कुछ सामग्री को बीएससी में शामिल करने का प्रयास भी किया जा रहा है। प्रो. अनिल मिश्रा का यह कहना है कि इंटर में मिक्चर एनालिसिस हट चुका है। इसी तरह कई अन्य चीजें भी हटी हैं, उन्हें भी शामिल किया जाएगा।