देश- विपक्ष को यह अधिकार है कि वह सरकार से सवाल पूंछ सके। विपक्ष सदन में जनता की आवाज बनने का प्रयास करता है और सरकार की नीतियों पर सवाल उठाता है। लेकिन कई बार विपक्ष आवेश में आकर सदन की सभी गरिमाओं को लांघ देता है और देश के सम्मानित पद पर बैठे लोगों को अपमानित कर देता है।
वहीं अब ऐसा काम कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने किया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ एक ऐसा बयान दिया कि उनके खिलाफ नोटिस जारी किया गया।
बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे और संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी के विशेषाधिकार हनन के नोटिस पर लोकसभा सचिवालय ने राहुल गांधी से 15 फरवरी तक जवाब दाखिल करने को कहा है।
राहुल गांधी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस जारी कर जवाब लोकसभा अध्यक्ष के सम्मुख प्रस्तुत करने को कहा है। असल मे जब सदन में सुनवाई हो रही थी। तो राहुल गांधी ने हिंडनबर्ग-अडाणी के मुद्दे पर बयान दिया था।
बीजेपी नेताओं ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को भेजे अपने नोटिस में आरोप लगाया है कि गांधी की टिप्पणी निराधार थी और उन्होंने गलत, असंसदीय और अपमानजनक आरोप लगाए। यह सभी निराधार हैं।