राजनीति– राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी जे नंदकुमार ने वीफ को लेकर बड़ा बयान दिया है जो इस समय चर्चा का विषय बन गया है। उन्होंने कहा है कि मांस खाना वर्जित नहीं है और न देश इसपर प्रतिबंध लगा सकता है। लेकिन लोगो को वीफ खाने से बचना चाहिए। उन्होंने कहा यह उनकी व्यक्तिगत राय है और इसे संघ से जोड़ना गलत है।
उन्होंने गुवाहाटी में 20 सितंबर से देश की विविधता के उत्सव के रूप में तीन दिवसीय सम्मेलन लोकमंथन के आयोजन की घोषणा की और इसी दौरान मीडिया कर्मियों से बातचीत के दौरान कहा, इस समारोह का उद्धघाटन उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ करेंगे।
उन्होंने इस सम्मेलन के परिपेक्ष्य में कहा, विरोधी ताकते हमारे देश की एकता को खंडित करने के लिए काम कर रही है। वह अभियान चला रही है देश के माहौल को खराब करने का। हम सम्मेलन में हमारी एकता को मजबूत करने वाली विविधता का उत्सव मनाना चाहते हैं।
उन्होंने देश के लोगो के अलग अलग खान पान पर अपना पक्ष रखते हुए कहा, मांसाहार वर्जित नहीं है। यह लोगो की अपनी पसंद है। लेकिन उन्हें गौमांस खाने से बचना चाहिए। लोग जलवायु के आधार पर इस तरह का भोजन करते हैं। जहां का जैसा वातावरण होता है वहां के लोग उसी तरह का भोजन करना पसंद करते हैं।
उन्होंने आगे कहा, तटीय क्षेत्रों और पूर्वोत्तर राज्यों में लोग मांसाहार का सेवन करते हैं और यह वहां की आम जनता के लिए मुख्य आहार है. गोमांस के संदर्भ में उन्होंने कहा कि इसका सेवन नहीं करने के लिए वैज्ञानिक और पारंपरिक दोनों तरह के कारण हैं। वही उन्होंने यह भी साफ किया की यह उनकी व्यक्तिगत रराय है इसमे संघ की कोई भूमिका नही है।