डेस्क। उत्तर प्रदेश के फूलपुर संसदीय क्षेत्र से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आगामी लोकसभा चुनाव लड़ने की संभावना जताई गई है। इसकी मुख्य वजह है क्षेत्र में चुनाव को लेकर कराया जा रहा सर्वे और इसमें क्या आया इस बारे में जेडीयू के पदाधिकारी गोपनीयता भी बरत रहे हैं लेकिन विपक्षी काफी सतर्क हो गए हैं। फूलपुर से मौजूदा सांसद केशरीदेवी पटेल का यह कहना है कि कोई भी व्यक्ति कही से भी चुनाव लड़ सकता है किसी को रोका नहीं जा सकता है, पर नीतीश कुमार की दाल यहां नहीं गलने वाली।
पटेल बहुल इस संसदीय क्षेत्र में लगभग 19.75 लाख मतदाता हैं और करीब चार लाख पटेल मतदाता जिसके पक्ष में एकतरफा झुकते हैं उसका पलड़ा भारी होने का अब तक का इतिहास भी रहा है। पार्टी के रणनीतिकारों ने नीतीश कुमार को यूपी की फूलपुर सीट से लोकसभा का चुनाव लड़ाने का मन बनाया जहां से कभी देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू सांसद हुए थे।
जेडीयू ने उनके चुनाव लड़ने के लिए फूलपुर सीट पर न सिर्फ कई स्तर पर सर्वे कराया है बल्कि पार्टी के एक सांसद, एमएलसी और बिहार के मंत्री को यहां सियासी ज़मीन तैयार करने की ज़िम्मेदारी भी दी गई। यह बताया जा रहा है कि नीतीश कुमार के फूलपुर से चुनाव लड़ने पर विपक्ष को दो दर्जन से ज़्यादा सीटों पर सीधा फायदा मिलेगा, जबकि उत्तर प्रदेश समेत उत्तर भारत की तमाम सीटों पर इसका असर भी देखने को मिलेगा। नीतीश कुमार वर्ष 2016 में इसी संसदीय क्षेत्र में जनसभा भी कर रहे हैं।