डेस्क। उत्तर प्रदेश में कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव से पहले बड़ा दांव खेल दिया है। कांग्रेस ने पूर्व विधायक अजय राय को उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया है वहीं कांग्रेस ने रणदीप सिंह सुरजेवाला को मध्य प्रदेश का प्रभारी भी नियुक्त किया है। यूपी के नए कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय 2014 और 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ वाराणसी से लोकसभा चुनाव लड़ भी चुके हैं। अजय राय अब तक पांच बार विधायक बन चुके हैं। तीन बार उन्होंने बीजेपी के टिकट पर चुनाव भी जीता है जबकि दो बार कांग्रेस के टिकट पर विधायक बने हैं।
2009 के लोकसभा चुनाव के दौरान अजय राय वाराणसी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे पर कांग्रेस ने टिकट नहीं दिया तो वह सपा में शामिल हो गए। वाराणसी से बीजेपी की ओर से मुरली मनोहर जोशी चुनाव लड़ रहे थे और अजय राय समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव तो लड़े लेकिन हार भी गए।
मुरली मनोहर जोशी ने जीत हासिल की और बता दें कि 2009 के लोकसभा चुनाव में मुख्तार अंसारी भी वाराणसी लोकसभा सीट से उम्मीदवार थे। हालांकि वह दूसरे नंबर पर रहे जबकि अजय राय तीसरे नंबर पर थे। 2009 का चुनाव खत्म होने के बाद अजय राय फिर से कांग्रेस में वापस आ गए थे।
अजय राय को वाराणसी का कद्दावर नेता भी माना जाता है और उनकी जनता में अच्छी पकड़ भी है। अजय राय भूमिहार समाज से आते हैं और वाराणसी, गाजीपुर, जौनपुर समेत अगल बगल के जिलों में उनकी अच्छी संख्या भी है। भूमिहारों के साथ ब्राह्मणों को साधने के लिए पार्टी ने उन्हें उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष भी बनाया है।
मुख़्तार अंसारी से रह चुकी है दुश्मनी
अजय राय के भाई अवधेश राय की 1991 में हत्या हो गई थी और इस हत्या का आरोप मुख्तार अंसारी पर लगा था। इसी साल जून महीने में अवधेश राय हत्याकांड में मुख्तार अंसारी को सजा भी मिली थी। अजय राय ने ही इस मामले की शिकायत चेतगंज पुलिस थाने में की थी और उन्होंने कहा था कि मैं मौके पर मौजूद था और हमलावरों में खुद मुख्तार अंसारी भी शामिल था वहीं इस मामले में मुख्तार समेत पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया गया था।