डेस्क। इस्लामी मुल्क ईरान में पुरातत्वविदों को खुदाई के दौरान कुछ ऐसा मिल गया है, जिसे देखकर हर कोई दंग ही रह गया। बता दें ईरान की एक ऐतिहासिक साइट पर हो रहे उत्खनन में खोजकर्ताओं को एक प्राचीन मंदिर के अवशेष मिले हैं।
वहीं यह मंदिर प्राचीन ईरान के सबसे ताकतवर साम्राज्यों में से एक ससनीद साम्राज्य का बताया जा रहा है बता दें ये साम्राज्य तीसरी सदी से छटवीं सदी तक फारस (Persia) पर शासन करता रहा और तब तक इस्लाम के पैगम्बर मुहम्मद का जन्म भी नहीं हुआ था।
आपको बता दें कि, पुरातत्वविदों को उत्तर पूर्वी ईरान में उत्खनन के दौरान प्राचीन मंदिर के ये अवशेष मिले हैं। साथ ही पहली बार अवशेषों को देखकर पुरातत्वविदों की टीम भी हैरान रह गई। वहीं साइट पर खुदाई कर रहे पुरातत्वविदों का यह कहना है कि यह खोज बेहद खास है, क्योंकि इसके माध्यम से प्राचीन ईरानी कला (फ़ारसी कला) इतिहास का एक नया अध्याय भी खुलकर सामने आ सकता है।
इसी कड़ी में सोमवार को ईरान की इस साइट पर खुदाई कर रही टीम में शामिल पुरातत्वविद मीसम लब्बाफ खानिकी ने बताया कि पुरातत्व विभाग उत्तरी पूर्व ईरान के एक गांव के नजदीक प्राचीन साइट पर खुदाई का काम कर रहा है। और उत्खनन के दौरान पुरातत्व विभाग की टीम को ससनीद साम्राज्य के एक अग्नि मंदिर के अवशेष भी मिले हैं। वहीं इसके साथ ही टीम को प्राचीन चित्रकला से सम्बंधित कुछ चीजें और भी मिली हैं, जो बेहद ही शानदार बताई जा रही हैं।
इसके आलावा खोज के दौरान जिओमेट्रिक प्लांट से सजे हुए प्लास्टरवर्क के कई बेहतरीन टुकड़े भी मिले हैं। और इस सबके मिलने से यह स्पष्ट होता है कि इस साइट का धार्मिक और आर्थिक पहलू भी है। और पुरातत्वविद मीसम लब्बाफ खानिकी ने बताया है कि इस साइट से जो भी खोज की गई हैं, यह ससनीद साम्राज्य के दौरान ईरानी कला के इतिहास का एक नया अध्याय साबित होगी।