Jewar Airport Link Expressway: पिछले कुछ वर्षों में, उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) ने अपने रोड इंफ्रास्ट्रक्चर (Road Infrastructure UP), विशेषकर एक्सप्रेसवे नेटवर्क (Expressway Network UP) के विस्तार में जबरदस्त प्रगति की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) के नेतृत्व वाली सरकार ने राज्य में कनेक्टिविटी को सर्वोच्च प्राथमिकता पर रखा है, जिसके तहत कई बड़े एक्सप्रेसवे परियोजनाएं (Expressway Projects) जैसे पूर्वांचल एक्सप्रेसवे (Purvanchal Expressway), बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे (Bundelkhand Expressway), गंगा एक्सप्रेसवे (Ganga Expressway) और दिल्ली-वाराणसी हाई-स्पीड कॉरिडोर (Delhi-Varanasi High-Speed Corridor) की योजना और निर्माण कार्य तेज़ी से आगे बढ़े हैं। अब, इस श्रृंखला में एक और महत्वपूर्ण कड़ी जुड़ने जा रही है, जो राज्य के दो प्रमुख इकोनॉमिक और ट्रैवल कॉरिडोर को सीधे जोड़ेगी।
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर (Bulandshahr District UP) जिले की पांच तहसीलों के 48 गांवों और गौतमबुद्धनगर (Gautam Buddh Nagar District UP) जिले के जेवर तहसील के सात गांवों से होकर गुजरने वाला यह महत्वपूर्ण लिंक एक्सप्रेस-वे (Link Expressway UP) सीधे तौर पर निर्माणाधीन जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Jewar International Airport) को विशाल गंगा एक्सप्रेस-वे (Ganga Expressway Jewar Link) से जोड़ेगा। इस महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए लगभग 900 एकड़ जमीन (900 Acres Land Acquisition) आवंटित की जाएगी। इस एक्सप्रेस-वे को अक्सर ‘गंगा-यमुना कनेक्टर’ भी कहा जा रहा है, क्योंकि यह यमुना एक्सप्रेस-वे और गंगा एक्सप्रेस-वे को जोड़ने का एक सीधा मार्ग (Connecting Yamuna and Ganga Expressways) प्रशस्त करेगा। यूपीडा (UPIDA), जो राज्य की एक्सप्रेसवे विकास प्राधिकरण है, ने इसका प्रारंभिक सर्वेक्षण (UPIDA Survey) करके भू-उपयोग रिपोर्ट (Land Use Report) प्राप्त कर ली है, और जमीन अधिग्रहण (Land Acquisition UP) की प्रक्रिया जल्द ही शुरू होने वाली है। यह लिंक एक्सप्रेस-वे (Link Expressway Benefits) बनने से बुलंदशहर सहित आसपास के जिले के लोगों को सीधा लाभ मिलेगा और उनके लिए यातायात (Traffic Flow UP) कहीं अधिक सुगम हो जाएगा।
जमीन अधिग्रहण की जटिल प्रक्रिया और प्रभाव (Land Acquisition Process and Impact):
यह योजनाबद्ध लिंक एक्सप्रेस-वे (Link Expressway Route), जो जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Jewar Airport Connectivity) को गंगा एक्सप्रेस-वे (Ganga Expressway) से सीधे जोड़ेगा, दो जिलों – बुलंदशहर (Bulandshahr) और गौतमबुद्धनगर (Gautam Buddh Nagar) की कुल छह तहसीलों में फैला होगा। बुलंदशहर की पांच तहसीलों के 48 गांवों और गौतमबुद्धनगर की जेवर तहसील के सात गांवों सहित संभावित कुल 55 गांवों की ज़मीन पर इस लिंक एक्सप्रेस-वे का निर्माण (Construction of Link Expressway) किया जाएगा। यह एक विशाल भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया होगी, जिसके लिए यूपीडा (UPIDA Role in Land Acquisition) ने पहले ही व्यापक सर्वेक्षण (Land Survey for Expressway) कर लिया है और विकास प्राधिकरणों से आवश्यक भू-उपयोग रिपोर्ट (Land Use Status Report) प्राप्त कर ली है। एक बार इस एक्सप्रेस-वे का एलाइनमेंट (Alignment Approval) अंतिम रूप से जारी होने के बाद, बड़े पैमाने पर जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया (Land Acquisition Process UP) शुरू हो जाएगी।
74 किलोमीटर की महत्वपूर्ण कनेक्टिविटी (74 KM Connectivity):
राज्य शासन ने यूपीडा (UPIDA Expressway Project) को गंगा एक्सप्रेस-वे से जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Jewar Airport Linkage) को जोड़ने के लिए 74 किलोमीटर लंबी (74 KM Long Expressway) इस लिंक एक्सप्रेस-वे की विस्तृत कार्ययोजना (Project Work Plan) बनाने का काम सौंपा है। योजनाबद्ध यह लिंक राजमार्ग बुलंदशहर में चोला (Chola Bulandshahr) से शुरू होकर स्याना तहसील के लाडपुर (Ladpur Siyana Tehsil) में गंगा एक्सप्रेस-वे के 44वें किलोमीटर (44th KM of Ganga Expressway) तक बनाया जाएगा। इससे यमुना एक्सप्रेस-वे (Yamuna Expressway Connectivity) को भी एयरपोर्ट से 30 किलोमीटर दूर सीधे इस लिंक एक्सप्रेस-वे के माध्यम से जोड़ा जाएगा, जिससे नोएडा-ग्रेटर नोएडा से जेवर एयरपोर्ट की सीधी कनेक्टिविटी (Direct Connectivity to Jewar Airport) बनेगी।
यूपीडा (UPIDA Survey for Link Expressway) की टीम ने इस प्रस्तावित लिंक एक्सप्रेस-वे (Proposed Link Expressway) के निर्माण के लिए आवश्यक ज़मीनों का सर्वेक्षण (Land Survey for Construction) किया है, जिसमें गौतमबुद्धनगर की जेवर तहसील के सात गांव और बुलंदशहर जिले की पांच तहसीलों के 47 गांव शामिल हैं। इन गांवों का सर्वे करने के बाद, यूपीडा ने बुलंदशहर-खुर्जा-विकास प्राधिकरण से भू-उपयोग की स्थिति (Land Use Status) की रिपोर्ट मांगी है, और इसे प्राधिकरण को प्रस्तुत कर दिया है।
यह लिंक एक्सप्रेस-वे (Link Expressway Route Details) जेवर से सिकंदराबाद (Sikandrabad), खुर्जा (Khurja), शिकारपुर (Shikarpur), बुलंदशहर शहर और अंत में स्याना तहसील के लाडपुर (Ladpur) तक चलेगा। शासन से अंतिम मंजूरी मिलने के बाद ही यूपीडा (UPIDA Construction Approval) इस लिंक एक्सप्रेस-वे के निर्माण की औपचारिक अनुमति देगा। एलाइनमेंट जारी होने और जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू होने के साथ, उत्तर प्रदेश में एक्सप्रेसवे (Expressways in Uttar Pradesh) के विकास को एक नई गति मिलेगी।
परियोजना की लागत और स्थानीय लाभ (Project Cost and Local Benefits):
इस 74 किलोमीटर लंबे लिंक एक्सप्रेस-वे (74 KM Link Expressway Project) के निर्माण में लगभग 1,000 हेक्टेयर जमीन (1000 Hectares Land Acquisition) का अधिग्रहण होगा, और इसका अनुमानित खर्च (Estimated Cost of Expressway) ₹4,000 करोड़ (₹4000 Crore Project) होगा। यह परियोजना स्थानीय लोगों (Local People Benefits) और बाहर से आने वाले यात्रियों (Traveler Convenience) दोनों के लिए यातायात की सुविधा को अभूतपूर्व रूप से बढ़ाएगी। बेहतर कनेक्टिविटी (Better Connectivity in UP) से व्यापार (Business Growth), वाणिज्य (Commerce), और औद्योगिक विकास (Industrial Development) को बढ़ावा मिलेगा, जिससे क्षेत्र में रोज़गार (Job Creation) के नए अवसर भी पैदा होंगे। यह न केवल जेवर एयरपोर्ट की उपयोगिता (Jewar Airport Utility) बढ़ाएगा, बल्कि गंगा एक्सप्रेस-वे (Ganga Expressway Impact) को और अधिक प्रभावी बनाएगा, जिससे उत्तर प्रदेश के पूर्वी और पश्चिमी क्षेत्रों के बीच बेहतर संपर्क स्थापित होगा।
शामिल तहसीलें और गांव (Tehsils and Villages Included):
इस लिंक एक्सप्रेस-वे परियोजना (Link Expressway Project Affected Areas) में शामिल दो जिलों की छह तहसीलों में संभावित 55 गांव इस प्रकार हैं:
- बुलंदशहर (Bulandshahr District):
- स्याना तहसील: 7 गांव
- शिकारपुर तहसील: 2 गांव
- बुलंदशहर तहसील: 18 गांव
- खुर्जा तहसील: 15 गांव
- सिकंदराबाद तहसील: 2 गांव
- गौतमबुद्धनगर (Gautam Buddh Nagar District):
- जेवर तहसील: 7 गांव
यह परियोजना उत्तर प्रदेश में कनेक्टिविटी (Connectivity in UP), औद्योगिक गलियारे (Industrial Corridors UP) और नागरिक उड्डयन (Civil Aviation UP) को एक नया आयाम देगी, जो राज्य को 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था (1 Trillion Dollar Economy UP) बनाने के लक्ष्य में सहायक होगी।