Israel Iran conflict: इज़रायल के हमलों के बीच वार्ता असंभव, पश्चिमी एशिया में गहराया तनाव

Published On: June 21, 2025
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Israel Iran conflict: इज़रायल के हमलों के बीच वार्ता असंभव, पश्चिमी एशिया में गहराया तनाव

Israel Iran conflict: पश्चिम एशिया (Western Asia Crisis) में तनाव अपने चरम पर पहुँच गया है, जहाँ इजरायल और ईरान (Israel and Iran Conflict) के बीच सैन्य टकराव और बयानबाजी ने वैश्विक चिंता बढ़ा दी है। इज़रायल के रक्षा मंत्री द्वारा “लंबे संघर्ष” (Prolonged Conflict Warning) की चेतावनी दिए जाने के कुछ ही घंटों बाद, ईरान ने स्पष्ट कर दिया है कि हमलों के साये में वह अपने परमाणु कार्यक्रम (Iran Nuclear Program) पर किसी भी तरह की वार्ता (Nuclear Talks) फिर से शुरू नहीं करेगा। यह सीधा टकराव अंतर्राष्ट्रीय समुदाय (International Community) के शांति प्रयासों के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है।

ईरान का दो-टूक बयान: हमले बंद करें, तब होगी वार्ता (Iran’s Stance on Talks and Attacks):

ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराक़ची (Foreign Minister Abbas Araghchi) ने जिनेवा (Geneva) में यूरोपीय राजनयिकों (European Diplomats) से मुलाकात की। इन राजनयिकों ने ईरान से अपने परमाणु कार्यक्रम पर अमेरिका के साथ राजनयिक प्रयासों (Diplomatic Efforts) को फिर से शुरू करने का आग्रह किया। हालांकि, अराक़ची ने दो-टूक शब्दों में कहा कि ईरान तभी कूटनीति पर विचार करने को तैयार है जब इज़रायल की “आक्रामकता रुक जाए” (Iran Ready for Diplomacy Only When Aggression Stops)।

उन्होंने दृढ़ता से कहा कि ईरान का परमाणु कार्यक्रम शांतिपूर्ण (Iran’s Peaceful Nuclear Program) है और इज़रायल के हमले अंतर्राष्ट्रीय कानून (Violation of International Law) का उल्लंघन करते हैं। अराक़ची ने जोर देकर कहा कि ईरान अपनी “आत्मरक्षा के वैध अधिकार (Legitimate Right of Self-Defense)” का प्रयोग करना जारी रखेगा। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा, “मैं स्पष्ट कर दूं कि ईरान की रक्षा क्षमताएं गैर-परक्राम्य (Iran’s Defense Capabilities Non-Negotiable) हैं।” यह बयान ईरान की दृढ़ता और बातचीत से पहले हमला बंद करने की शर्त को दर्शाता है।

इज़रायल की ‘लंबे संघर्ष’ की चेतावनी और जनसंहारवादी एजेंडा (Israel’s Warning of Prolonged Conflict and ‘Genocidal Agenda’):

दूसरी ओर, इज़रायल के रक्षा मंत्री इयाल ज़मीर (Eyal Zamir – Israel Defense Minister) ने एक वीडियो संबोधन में चेतावनी दी कि उनके देश को “लंबे अभियान” (Prolonged Campaign Warning) के लिए तैयार रहना चाहिए और आगे “कठिन दिनों” (Difficult Days Ahead Israel) की संभावना व्यक्त की।

इज़रायल के संयुक्त राष्ट्र राजदूत (Israel’s Ambassador to UN) ने ईरान पर “जनसंहारवादी एजेंडा” (Genocidal Agenda) रखने और एक सतत खतरा पैदा करने का आरोप लगाया। उन्होंने स्पष्ट किया कि इज़रायल ईरान के परमाणु प्रतिष्ठानों (Iran Nuclear Facilities) को तब तक निशाना बनाना बंद नहीं करेगा जब तक कि वे “ध्वस्त” (Nuclear Facilities Dismantled) नहीं हो जाते। यह इज़रायल की कठोर स्थिति और अपनी सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की नीति को उजागर करता है।

लगातार सैन्य कार्रवाई: मिसाइलें और जवाबी हमले (Continuous Military Action: Missiles and Counter-Strikes):

इज़रायल और ईरान (Israel Iran Military Conflict) के बीच युद्ध तेज हो गया है, जिसमें रात भर भीषण लड़ाई जारी रही। ईरानी सेना ने मध्य इज़रायल (Central Israel) की ओर मिसाइलें (Iranian Missile Strikes) लॉन्च कीं, जिसके बाद इज़रायली सेना (Israeli Military) ने हमलों की एक नई लहर की घोषणा की।

इज़रायली शहर तेल अवीव (Tel Aviv Explosions) के पास धमाकों की आवाज़ें सुनी गईं, जिससे वहाँ हड़कंप मच गया। रिपोर्टों में कहा गया है कि केंद्रीय इज़रायल में गिरते शार्कनल (Falling Shrapnel) से एक इमारत में आग (Building on Fire Israel) लग गई।

इज़रायली सेना ने घोषणा की कि उन्होंने पश्चिमी ईरान में बैलिस्टिक मिसाइल (Ballistic Missile Sites Attacked) भंडारण और लॉन्च बुनियादी ढांचे पर नए हमले (New Wave of Israeli Attacks) किए हैं। बीते सप्ताह, इज़रायली हवाई हमलों (Israeli Air Strikes) ने ईरानी सैन्य सुविधाओं (Iranian Military Facilities) और हथियारों (Weapons Destroyed) को नष्ट कर दिया है, और वरिष्ठ सैन्य कमांडरों (Senior Military Commanders Killed) व परमाणु वैज्ञानिकों (Nuclear Scientists Killed) को भी मार गिराया है, जिससे ईरान को भारी क्षति हुई है।

शुक्रवार को इज़रायल पर भी ईरानी हमलों (New Round of Iranian Strikes) का एक नया दौर चला, जिसमें इज़रायली सेना ने हैफा (Haifa Missile Attack) को निशाना बनाकर 20 मिसाइलों के हमले (20 Missiles Targeted Haifa) की सूचना दी। इस हमले में एक इज़रायली महिला की हार्ट अटैक (Israeli Woman Dies of Heart Attack) से मृत्यु हो गई, जिससे संघर्ष शुरू होने के बाद से इज़रायल में मरने वालों की संख्या 25 (25 Israeli Deaths) हो गई।

अंतर्राष्ट्रीय मध्यस्थता और ट्रंप की चेतावनी (International Mediation and Trump’s Warning):

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (US President Donald Trump) ने स्थिति को और भी तनावपूर्ण बना दिया। उन्होंने चेतावनी दी कि ईरान के पास संभावित अमेरिकी हवाई हमलों (Possible American Air Strikes) से बचने के लिए “अधिकतम” दो हफ्ते (2 Weeks Deadline for Iran) का समय है। ट्रंप ने संकेत दिया कि वह गुरुवार को निर्धारित 14-दिवसीय समय सीमा (14-Day Deadline) से पहले भी कोई निर्णय ले सकते हैं। उन्होंने कहा, “मैं उन्हें एक निश्चित समय दे रहा हूं, और मैं कहूंगा कि दो हफ्ते अधिकतम होंगे।” उनका लक्ष्य यह “देखना था कि लोग होश में आते हैं या नहीं।”

ट्रंप ने अराक़ची (Araghchi) और यूके, फ्रांस, जर्मनी और यूरोपीय संघ के विदेश मंत्रियों के बीच (UK, France, Germany, EU Foreign Ministers) चल रही बातचीत को भी खारिज कर दिया। ट्रंप ने कहा, “ईरान यूरोप से बात नहीं करना चाहता। वे हमसे बात करना चाहते हैं। यूरोप इस मामले में मदद नहीं कर पाएगा।” यह अमेरिका का सीधा रुख है, जो अन्य देशों की भूमिका को सीमित कर रहा है।

ब्रिटिश विदेश सचिव डेविड लैमी (David Lammy – UK Foreign Secretary) ने कहा कि अमेरिका ने मध्य पूर्व में संकट (Middle East Crisis) को हल करने के लिए “कम समय” (Short Window of Time) दिया है, जो “खतरनाक और बेहद गंभीर” (Perilous and Deadly Serious) है। फ्रांस के विदेश मंत्री जीन-नोएल बैरोट (Jean-Noel Barrot – French Foreign Minister) ने बताया कि मंत्रियों ने ईरानी मंत्री को “हमलों की समाप्ति की प्रतीक्षा किए बिना, संयुक्त राज्य अमेरिका सहित सभी पक्षों के साथ बातचीत” पर विचार करने के लिए आमंत्रित किया था। बैरोट ने चेतावनी दी कि “ईरान परमाणु समस्या (Iran Nuclear Problem)” का कोई “निश्चित समाधान सैन्य माध्यमों (No Definitive Military Solution)” से नहीं हो सकता और ईरान में “सरकार बदलने (Impose Regime Change)” की कोशिश करना “खतरनाक” है।

मानवीय त्रासदी और बढ़ती हताहत संख्या (Humanitarian Tragedy and Rising Casualties):

इस भीषण संघर्ष की मानवीय लागत भी बढ़ रही है। ईरान के स्वास्थ्य मंत्रालय (Iran Health Ministry) ने रविवार को बताया कि हमलों में कम से कम 224 लोग (224 Iranian Deaths) मारे गए हैं, जबकि एक मानवाधिकार समूह (Human Rights Group Iran) ने गुरुवार तक अनौपचारिक मौतों की संख्या 639 (639 Unofficial Deaths) बताई है, जो बताता है कि वास्तविक क्षति कहीं अधिक गंभीर हो सकती है। ईरान ने हवाई हमलों (Air Strikes) के जवाब में इजरायल पर सैकड़ों बैलिस्टिक मिसाइलें (Hundreds of Ballistic Missiles) लॉन्च की हैं, जिससे संघर्ष और तेज़ हो गया है।

यह संघर्ष वैश्विक शांति (Global Peace) और क्षेत्रीय स्थिरता (Regional Stability) के लिए गंभीर खतरा बन गया है, जिसके शांत होने के आसार फिलहाल कम दिख रहे हैं।

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