Baba Ramdev: बिहार के व्यवसायी की हत्या पर जताई गहरी चिंता, और कांवड़ यात्रियों को सुनाई खरी-खरी! जानिए क्या है पूरा मामला? 

Published On: July 6, 2025
Follow Us
Baba Ramdev: बिहार के व्यवसायी की हत्या पर जताई गहरी चिंता, और कांवड़ यात्रियों को सुनाई खरी-खरी! जानिए क्या है पूरा मामला? 

Join WhatsApp

Join Now

Baba Ramdev: भारत की आध्यात्मिक और सामाजिक शख्सियत, योग गुरु बाबा रामदेव (Baba Ramdev) ने हाल ही में देश की कुछ प्रमुख ज्वलंत मुद्दों पर अपनी बेबाक राय रखी है, जिसने पूरे देश का ध्यान अपनी ओर खींचा है। महाराष्ट्र में चल रहे भाषा विवाद (language dispute) पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए, बाबा रामदेव ने सभी भाषाओं के प्रति सम्मान और राष्ट्रीय एकता पर ज़ोर दिया है। इसके साथ ही, बिहार की राजधानी पटना में एक प्रतिष्ठित व्यवसायी गोपाल खेमका की निर्मम हत्या (Gopal Khemka murder) पर चिंता व्यक्त करते हुए उन्होंने देश में नागरिक सुरक्षा (citizen security) और न्याय (justice) की अनिवार्यता पर बल दिया है। इतना ही नहीं, आगामी कांवड़ यात्रा (Kanwar Yatra) के पवित्र अवसर पर, उन्होंने शिव भक्तों से नशे से दूर रहने (stay away from intoxication) और श्रद्धा व संयम के साथ यात्रा पूरी करने की मार्मिक अपील की है।

महाराष्ट्र में भाषावाद पर बाबा रामदेव का संतुलित पैगाम: “सभी भाषाएं गौरव की प्रतीक!”

महाराष्ट्र में चल रहे मराठी भाषा (Marathi language) को लेकर विवाद के बीच, योग गुरु बाबा रामदेव ने एक बेहद संयमित और संतुलित दृष्टिकोण अपनाया है। उन्होंने एक स्पष्ट बयान देते हुए कहा है कि भारत में बोली जाने वाली सभी भाषाएं गौरव का प्रतीक हैं और हमें उन सभी का समान रूप से सम्मान करना चाहिए। उनका यह बयान ऐसे समय में आया है जब राजनीतिक और सामाजिक ध्रुवीकरण को अक्सर भाषाओं के आधार पर बढ़ाने का प्रयास किया जाता है। बाबा रामदेव ने इस बात पर जोर दिया कि भाषा, जाति, लिंग या समुदाय के नाम पर किसी भी प्रकार का विभाजन (division on basis of language, caste, gender or community) करना हमारे राष्ट्रीय हिंदू एकता (national Hindu unity) को कमजोर करता है। इसलिए, उन्होंने सभी भारतवासियों से एकजुट होकर देश की अखंडता को मजबूत (strengthen national integrity) करने का आह्वान किया। उनके अनुसार, ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ (Ek Bharat, Shreshth Bharat) का संकल्प तभी पूरा हो सकता है जब हम अपनी सांस्कृतिक विविधता (cultural diversity) का जश्न मनाएं और भाषाओं का समान आदर (equal respect for languages) करें। यह वक्तव्य महाराष्ट्र की राजनीति और भारत की भाषाई पहचान पर एक महत्वपूर्ण टिप्पणी है, जो राष्ट्रीय सामंजस्य पर ध्यान केंद्रित करती है।

READ ALSO  Patna: खूंखार अपराधियों ने मशहूर बिजनेसमैन को गोलियों से भूना, मचा हड़कंप

पटना में व्यवसायी गोपाल खेमका की हत्या पर चिंता, सुरक्षा पर उठाए सवाल!

योग गुरु बाबा रामदेव ने बिहार के पटना में हुई बड़े व्यवसायी गोपाल खेमका की हत्या (businessman Gopal Khemka’s murder in Patna) की घटना पर भी अपनी गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने इस वारदात को राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था और नागरिक सुरक्षा पर एक गंभीर सवाल के तौर पर देखा। बाबा रामदेव ने कहा, “प्रत्येक व्यक्ति की स्वाधीनता, सुरक्षा और न्याय शासन-प्रशासन की सबसे बड़ी जिम्मेदारी है।” उनका यह बयान सरकार पर यह सुनिश्चित करने का दबाव बनाता है कि प्रत्येक नागरिक सुरक्षित महसूस करे और कानून का राज बना रहे। उन्होंने आगे कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को स्वतंत्र रूप से कहीं भी आने-जाने (freedom to travel anywhere) और सुरक्षित रहने का मौलिक अधिकार है। इस अधिकार की रक्षा के लिए सभी सरकारों को मिलकर ऐसे माहौल का निर्माण करना चाहिए, जो हर नागरिक को सुरक्षा का भरोसा (assurance of safety) दे सके। इस बयान के माध्यम से, उन्होंने बिहार की कानून व्यवस्था और केंद्र व राज्य सरकारों की जिम्मेदारियों को रेखांकित किया। सुरक्षित भारत (Secure India) का निर्माण, उनकी बातों से स्पष्ट होता है कि, उनकी प्राथमिकताओं में से एक है।

कांवड़ यात्रा के लिए बाबा रामदेव की खास अपील: ‘नशे से दूर रहें, पहचान छिपाने की ज़रूरत नहीं!’

श्रावण मास के आगमन के साथ ही पवित्र कांवड़ यात्रा (Kanwar Yatra) का भक्तों का तांता लगना शुरू हो जाएगा। इस बार बाबा रामदेव ने कांवड़ यात्रा को लेकर एक खास और अत्यंत महत्वपूर्ण अपील की है। उन्होंने विशेष रूप से मुस्लिम समुदाय (Muslim community) से आग्रह किया है कि यदि वे शिव भक्तों की सेवा के लिए आगे आ रहे हैं, तो उन्हें अपनी पहचान छिपाने की कोई आवश्यकता नहीं है। यह अपील सांप्रदायिक सद्भाव (communal harmony) को बढ़ावा देने और सभी समुदायों को एक साथ मिलकर पर्वों के उत्सव में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है।

READ ALSO  Uttar Pradesh: नाबालिग को बंधक बनाकर पीटा, पेशाब पिलाया, वीडियो वायरल

साथ ही, उन्होंने लाखों की संख्या में शामिल होने वाले शिव भक्तों (Shiva devotees) से भी यह विनम्र आग्रह किया है कि वे यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार की हिंसा या मारपीट (violence or assault) से खुद को दूर रखें। उनका संदेश था कि यह यात्रा पूर्ण श्रद्धा (devotion) और संयम (restraint) के साथ पूरी की जानी चाहिए। सबसे विशेष बात यह है कि बाबा रामदेव ने इस पवित्र यात्रा के संदर्भ में नशे से पूरी तरह दूर रहने (stay completely away from intoxication) की वकालत की। उनका कहना था कि तभी यह यात्रा सच्ची आस्था (true faith) और भक्ति का प्रतीक बन पाएगी। यह बयान धार्मिक आयोजनों में अनुशासन और आध्यात्मिक आचरण के महत्व को उजागर करता है, जो देश भर में श्रद्धा यात्राओं (pilgrimages) के दौरान आवश्यक है। बाबा रामदेव का संदेश निश्चित रूप से भक्तों को अनुशासित और भक्तिपूर्ण यात्रा के लिए प्रेरित करेगा, और भारत, अमेरिका तथा ब्रिटेन में भी आस्था और समाज पर उनके विचारों पर चर्चा होगी।


Join WhatsApp

Join Now

Join Telegram

Join Now