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Join NowShefali Jariwala : जानी-मानी अभिनेत्री शेफाली जरीवाला (Shefali Jariwala) का आकस्मिक निधन (Unexpected Demise) हर किसी को सदमे में छोड़ गया है। उनके निधन का सटीक कारण (Exact Cause of Passing) अभी भी स्पष्ट नहीं है, और जैसे-जैसे उनके परिवार, दोस्त और प्रशंसक जवाबों का इंतजार कर रहे हैं, डॉक्टर और पुलिस अपनी जांच में जुटे हुए हैं। वे आने वाली टेस्ट रिपोर्ट्स (Test Results) के माध्यम से इस रहस्य से पर्दा उठाने की उम्मीद कर रहे हैं।
पोस्टमार्टम में खुलासा नहीं, आगे की जांच जारी!
कूपर अस्पताल (Cooper Hospital) के पांच फोरेंसिक डॉक्टरों की एक टीम ने शेफाली के शरीर का पोस्टमार्टम किया। हालांकि, इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने उनके निधन का कोई स्पष्ट कारण नहीं बताया है। इसके बजाय, उन्होंने पोस्टमार्टम हिस्टोलॉजी (Post-mortem Histology) के लिए ऊतक के नमूने (Tissue Samples) भेजे हैं और कालिन फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (Kalina Forensic Science Laboratory – FSL) में रासायनिक विश्लेषण (Chemical Analysis) के लिए उनके विसरा (Viscera) को अलग रख दिया है। पुलिस जांच से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि हिस्टोपैथोलॉजी केवल तभी की जाती है जब सामान्य पोस्टमार्टम से मौत का कारण स्पष्ट न हो और यदि विसरा को रासायनिक परीक्षण के लिए बचाया गया हो। एक बार ये दोनों जांच पूरी हो जाने और लैब से रिपोर्ट आ जाने के बाद, डॉक्टर ही शेफाली जरीवाला की मृत्यु का सटीक कारण बता पाएंगे।
शेफाली का अंतिम दिन: उपवास, फ्रिज का बासी चावल और असहज महसूस करना
रिपोर्ट में यह भी खुलासा हुआ कि पुलिस ने शेफाली के अंतिम घंटों की जांच के दौरान पाया कि उन्होंने पूरा दिन उपवास (Fasting) रखा था क्योंकि उनके घर में एक पूजा चल रही थी। केवल रात के लगभग 8:30 बजे उन्होंने तला हुआ चावल (Fried Rice) खाया, जो पिछले दिन पकाकर फ्रिज में रखा गया था। इस चावल को फिर से गरम करके खाया गया था।
खाना खाने के कुछ देर बाद, शेफाली को बेचैनी और एसिडिटी (Acidity) महसूस होने लगी। अपने पेट को शांत करने के लिए, उन्होंने पैंटोप्राज़ोल (Pantoprazole) की 40mg की टैबलेट और डोमपेरिडोन (Domperidone) की 30mg की टैबलेट ली। इससे पहले, उसी दिन उन्हें घर पर एक चिकित्सा पेशेवर से एंटी-एजिंग मेडिकेशन (Anti-aging Medication) की एक शीशी भी मिली थी।
स्थिति कैसे बिगड़ी: क्या थी असल वजह?
रात 10:15 बजे के बाद उनकी असहजता और बढ़ गई। रात 10:30 बजे तक, वह गिर पड़ीं और उनका शरीर कांपने लगा। घर के कर्मचारियों ने तुरंत उनके पति, Parag Tyagi, को बुलाया, जो अपने कुत्ते को घुमाने बाहर गए थे। अपनी पुलिस स्टेटमेंट में, Parag Tyagi ने बताया कि वह तुरंत ऊपर दौड़े और उन्होंने शेफाली की नब्ज महसूस की। उन्होंने तुरंत उन्हें पास के बेलेव्यू अस्पताल (Bellevue Hospital), अंधेरी वेस्ट में भर्ती कराने के लिए ले गए। दुर्भाग्यवश, वहां डॉक्टरों ने शेफाली को प्रवेश से पहले ही मृत घोषित कर दिया था। उनके परिवार को आगे की औपचारिकता के लिए उन्हें कूपर अस्पताल ले जाने के लिए कहा गया था। पुलिस को रात 11:30 बजे घटना की सूचना मिली और वे रात 11:45 बजे तक अस्पताल पहुंच गए थे।
पुलिस को घर से मिली कई दवाएं: एंटी-एजिंग से लेकर स्किन ग्लो तक!
शेफाली के घर की जांच के दौरान, पुलिस अधिकारियों को दवाओं के दो बक्से (Two Boxes of Medications) मिले, जिनमें ग्लूटाथियोन इंजेक्शन (Glutathione Injections), विटामिन सी की गोलियां (Vitamin C Pills) और कुछ अन्य दवाएं शामिल थीं। एक अधिकारी ने इंडिया टुडे को बताया, “हमने घर की जांच की और दवाओं के दो बक्से मिले, जिनमें ग्लूटाथियोन इंजेक्शन, विटामिन सी की गोलियां और कुछ अन्य दवाएं थीं। हमने डस्टबिन की जांच की और उसमें से खाने के पैकेट, रैपर, दवाओं के पैकेट और शीशियों को इकट्ठा किया। हमें यह भी पता चला कि इनमें से कई दवाएं या तो डॉक्टर की सलाह के बिना ली गई थीं या लंबे समय पहले निर्धारित की गई थीं। वह स्वयं एंटी-एजिंग और त्वचा की चमक के लिए दवाएं ले रही थीं।”
पुलिस ने उनके घर से CCTV फुटेज (CCTV Footage) भी एकत्र किया और परिवार के सदस्यों व उस व्यक्ति से भी बयान लिए जिसने उस दिन उन्हें वह शीशी दी थी। एक अधिकारी ने कहा, “घर से सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण किया गया है, और परिवार के सदस्यों और उस व्यक्ति के बयान दर्ज किए गए हैं जिसने उस दिन शीशी दी थी। फिलहाल, किसी भी तरह की गलत मंशा (Foul Play) सामने नहीं आई है या किसी के द्वारा आरोप नहीं लगाया गया है। लेकिन हम प्रक्रिया के अनुसार मृत्यु के कारण का पता लगाने के लिए सभी संभावित उपाय कर रहे हैं।”
फिलहाल, सभी संबंधित पक्ष फॉरेंसिक लैब (Forensic Lab) से हिस्टोलॉजी और रासायनिक विश्लेषण रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। इन जांचों के पूरा होने के बाद ही शेफाली जरीवाला की दुखद मृत्यु का वास्तविक कारण (Actual Reason) पता चल पाएगा। यह मामला सेल्फ-मेडिकेशन (Self-medication) और अनजाने में स्वास्थ्य के प्रति बरती गई लापरवाही के खतरों पर भी प्रकाश डालता है।