डेस्क। कोविड के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन बीए.2.86 को लेकर ‘वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन’ ने भारी चिंता जताई है। ‘वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन’ ने बोला है कि यह कोरोना के बाकी दूसरे वेरिएंट से ज्याद म्यूट वेरिएंट है।
BA.2.86 ओमिक्रॉन के BA से है और इसका पहला केस इज़राइल में पाया गया था। अब तक यह केवल पांच देशों में पाया गया है – डेनमार्क (2), इज़राइल (1), अमेरिका (1), और यूके (1) में और वेरिएंट के खतरनाक लक्षण भी दिखाई दिए हैं इससे ताजा कोविड की आशंका बढ़ गई है। केवल तीन मामलों के बाद WHO ने इसे निगरानी के तहत एक प्रकार (VUM) bhi घोषित किया. और इसके प्रसार और गंभीरता को समझने के लिए इस पर निगरानी भी रखी है।
WHO ने क्या बोला?
वैश्विक स्वास्थ्य निकाय ने एक्स (जिसे पहले ट्विटर के नाम से जाना जाता था) पर एक पोस्ट में लिखा हुआ था, “डब्ल्यूएचओ ने बड़ी संख्या में उत्परिवर्तन के कारण आज कोविड-19 वेरिएंट बीए.2.86 को ‘निगरानी के तहत वेरिएंट’ के रूप में नामित भी किया है। डब्ल्यूएचओ में कोविड-19 प्रतिक्रिया के लिए तकनीकी प्रमुख मारिया वान केरखोव ने एक पोस्ट में कहा है कि “अभी इसके बारे में बहुत सीमित जानकारी उपलब्ध है, पर बड़े उत्परिवर्तन, वेरिएंट को ट्रैक करने/नए वेरिएंट का पता लगाने के लिए कड़ी निगरानी, अनुक्रमण और कोविड-19 रिपोर्टिंग की आवश्यकता भी है।
भले ही कोविड वायरस का प्रसार और विकास जारी है, डब्ल्यूएचओ ने भी बेहतर निगरानी, अनुक्रमण और रिपोर्टिंग करने वाली है। ऐसा लगता है कि BA.2.86 असली चीज़ है – अब लंदन, इंग्लैंड से भी पता चला है।
एक नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, 09 अगस्त 2023 तक जन धन खातों की कुल संख्या 50 करोड़ को पार कर गई है साथ ही केंद्र सरकार की ओर से शुक्रवार को यह जानकारी भी साझा की गई।
केंद्र सरकार ने यह बताया है कि इन खातों में से 56% खाते महिलाओं के हैं और 67% खाते ग्रामीण या अर्ध-शहरी क्षेत्रों में भी खोले गए हैं। केंद्र सरकार के अनुसार इन खातों में जमा राशि 2.03 लाख करोड़ रुपये से अधिक है और इन खातों में करीब 34 करोड़ रुपे कार्ड मुफ्त में जारी भी किए गए हैं। केंद्र सरकार ने यह बताया है कि पीएमजेडीवाई (प्रधानमंत्री जन धन योजना) खातों में औसत शेष राशि 4,076 रुपये है और 5.5 करोड़ से अधिक पीएमजेडीवाई खातों को डीबीटी लाभ भी प्राप्त हो रहा है।