डेस्क। साल 2010 में चीन के उत्तर पूर्वी प्रांत लियाओनिंग में देश के अरबपतियों के लिए ग्रीनलैंड कंपनी ने मल्टीमिलेनियर प्रोजेक्ट की शुरुआत करी थी पर दो सालों के बाद इस परियोजना को छोड़ दिया गया था।
कारण मालूम नहीं है पर ये बजट की कमी या फिर खरीदारों के इसमें दिलचस्पी न होने की वजह से हो सकता है।
ग्रीनलैंड कंपनी ने लियाओनिंग में यूरोपीय देशों के तेज पर अरबपतियों के लिए 260 विला का प्रोजेक्ट शुरू किया था पर किसी कारणवश ये प्रोजेक्ट पूरा नहीं हुआ इसे आधे अधूरे बने घरों के साथ ही छोड़ कर जाना पड़ा। वीरान पड़ी ये जगह किसी भूतिया शहर से कम नहीं लगता है, लेकिन समय के साथ इसमें बड़े बदलाव हुए।
आधे अधूरे बने विला पर किसानों ने कब्जा कर लिया और परित्यक्त जमीनों पर किसान फसल लगाना शुरू कर दिया है। वहीं, यहां उजड़े हुए घर किसी टूटे फूटे मकबरे की तरह दिखाई देते हैं किसानों ने ये विला जो अब अरबपतियों का नहीं रहा है वहां जावनरों को पालते हैं। घरों के बीच खाली जमीन और घरों में भी किसान खेती करते हैं। आप देख सकते हैं जानवर यहां यूरोपियन शैली में घरों में जानवर घूमते रहते है।
इमारतों के अंदर का हिस्सा देख कर लगता है कि जैसे वेबसरीज ‘द लास्ट ऑफ अस’ से सीधे शॉट्स लिए गए हो इन भवनों के निर्माण देखकर ऐसा लगता है कि ये चीन के अरबपतियों के लिए स्वर्ग बनाने के लिए किया जा रहा था, लेकिन यहीं अब खस्ताहाल में पड़े हुए है।
चीन में परित्यक्त इमारतें और प्लांड सिटीज आम समस्या हो गई हैं वहीं ऐसा बताया जाता है कि एवरग्रांडे के रियल एस्टेट के दिग्गजों ने कई ऐसे विकास परियोजनाओं पर रोक भी लगा दी थी। आपको मालूम हो कि 2022 में एवरग्रांडे पर 300 मिलियन डॉलर से अधिक का कर्ज था।