डेस्क। NIA ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के नापाक इरादों का खुलासा कर दिया है। एनआईए ने मुस्लिम युवकों को भड़काने और कट्टरपंथी बनाने, उन्हें भर्ती करने और विशेष रूप से आयोजित प्रशिक्षण शिविरों में हथियारों का प्रशिक्षण देने को लेकर PFI के पांच सदस्यों के खिलाफ एक आरोपपत्र भी दायर किया है। जिसके मुताबिक, पीएफ़आई का उद्देश्य 2047 तक भारत को इस्लामिक राज्य बनाने का है।
पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) की कोर टीम के सदस्यों में से एक रह चुके और एनआईए के संरक्षित प्रमुख गवाहों में से एक ने मजिस्ट्रेट के सामने अपने रिकॉर्ड किए गए बयान में दावा भी पेश किया है कि प्रतिबंधित संगठन के सभी गिरफ्तार सदस्यों को खतरनाक साजिशों को रचने के बारे में सिखाया गया था।
साथ ही जांच एजेंसी ने दिल्ली की एक अदालत में दायर अपने आरोप पत्र में यह कहा है कि पाकिस्तान से अशांति, भारतीय सेना के उत्तर में व्यस्त रहने और पीएफआई के प्रशिक्षण से ये सदस्य दक्षिण भारत पर कब्जा भी कर सकते हैं और उत्तर की ओर भी बढ़ रहे हैं।
भारत को इस्लामिक राज्य बनाना चाहता है PFI
देश को अस्थिर करने के उद्देश्य से आपराधिक साजिश के संबंध में पीएफआई के 19 वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ दायर चार्जशीट में यह भी कहा गया है कि एक सामाजिक-राजनीतिक आंदोलन की आड़ में, पीएफआई एक अत्यधिक प्रेरित, प्रशिक्षित वर्ग बल को एक साथ रख भी रहा था ताकि 2047 तक भारत में इस्लामिक शासन की स्थापना के अपने उद्देश्य को आसानी से पूरा किया जा सके।