डेस्क। भले ही पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के आर्थिक हालात अच्छे नहीं हैं पर कई ऐसे उत्पाद हैं जो पूरी दुनिया में काफी मशहूर हैं। वहीं इसमें खाने-पीने से लेकर जूते-चप्पल तक के कई ब्रांड भी शामिल हैं।
भारत में भी एक विशेष पाकिस्तानी ब्रांड की भारी मांग बनी हुई है और यह आपकी रसोई में भी मौजूद हो सकता है। वहीं अगर हम बात कर रहे हैं रूह अफजा शरबत की तो इसका प्रोडक्शन भी पाकिस्तान में ही होता है। तो आज आइए जानते हैं पाकिस्तान में बने कुछ ऐसे ही बड़े ब्रैंड्स के बारे में जो अलग-अलग देशों में अपना दबदबा कायम रखे हुए हैं।
B. Q Tonight
बी. क्यू टुनाइट का उद्घाटन 10 नवंबर 1988 को पाकिस्तान में हुआ था और आज यह एक बहुत प्रसिद्ध ब्रांड बन चुका है। वहीं जो प्रामाणिक पाकिस्तानी व्यंजनों के लिए जाना जाता है तो इसके व्यंजनों की गुणवत्ता और स्वाद के कारण इसे दुबई, ओमान, मलेशिया, सिंगापुर, बांग्लादेश तक में भी जाना जाता है। वहीं इसके अलावा, संयुक्त अरब अमीरात और जोहान्सबर्ग जैसे स्थानों में पाकिस्तान लाल किला ब्रांड रेस्तरां श्रृंखला अपने पारंपरिक पाकिस्तानी व्यंजनों के लिए भी बहुत ही प्रसिद्ध है।
रूह अफजा
रूह अफजा के पाकिस्तानी ब्रांड का कारोबार दुनिया के 33 देशों में होता है। वहीं इतना ही नहीं, यह न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वायर में प्रदर्शित होने वाले पहले पाकिस्तानी ब्रांडों में से एक बना हुआ है। हालांकि इसकी शुरुआत भारत से 1920 में मानी जाती है। वहीं साथ ही पाकिस्तान में निर्मित पकोला ब्रांड के कार्बोनेटेड पेय का विश्व स्तर पर निर्यात भी किया जाता है। और यह अमेरिका, अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, मध्य पूर्व, न्यूजीलैंड और यूनाइटेड किंगडम में भी उपलब्ध है।
छात्र बिरयानी खाद्य और पेय क्षेत्र में शामिल है और इसकी शुरुआत 1969 में पाकिस्तान के एक छोटे से स्टॉल से हुई थी और यह बिरयानी इतनी प्रसिद्ध हुई कि दुबई, ओमान, कनाडा और अबू धाबी तक इस ब्रांड के रेस्तरां अपने कदम जमा चुके हैं। वहीं साल्ट एन पेपर रेस्टोरेंट चेन के आउटलेट पाकिस्तान के अलावा लंदन जैसी दूसरी जगहों पर भी हैं। साथ ही यह पाकिस्तानी, भारतीय और महाद्वीपीय व्यंजन भी परोसता है।
मारखोर जूते
यह पाकिस्तानी फुटवियर ब्रांड वास्तव में जंगली बकरी की एक लुप्तप्राय नस्ल ‘मरखोर’ के नाम पर रखा गया है साथ ही जो मूल रूप से पाकिस्तान के उत्तरी और मध्य पहाड़ी क्षेत्रों में पाया भी जाता है। यह विशेष रूप से मशीनों के बजाय हाथ से तैयार चमड़े के जूते है। ये जूते 2010 से दुनिया भर में अपनी पहचान बनाए हुए हैं और दो पाकिस्तानी उद्यमी सिदरा कासिम और वकास अली ने 8 साल की कड़ी मेहनत के बाद अपने स्वदेशी ब्रांड को पाकिस्तान के बाहर एक बड़ा बाजार देने में कामयाबी पाई है।