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Join NowSmartworks Coworking: भारतीय शेयर बाजार में आज एक नए अध्याय की शुरुआत हुई है! स्मार्टवर्क्स काउवर्किंग स्पेसेस लिमिटेड (Smartworks Coworking Spaces Ltd) का इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) आज, गुरुवार को सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गया है, जो भारतीय बाजार में इसकी शुरुआत को दर्शाता है। यह कदम उन निवेशकों के लिए एक बड़ा अवसर लेकर आया है जो फ्लेक्सिबल वर्कस्पेस इंडस्ट्री (Flexible Workspace Industry) में निवेश करना चाहते हैं।
IPO का पूरा विवरण: क्या है निवेश का गणित?
स्मार्टवर्क्स इस IPO के माध्यम से ₹576–583 करोड़ जुटाने की योजना बना रही है। इस राशि में ₹445 करोड़ का फ्रेश इश्यू और 33.79 लाख इक्विटी शेयरों का ऑफर फॉर सेल (OFS) शामिल है। कंपनी ने शेयर की कीमत ₹387–407 प्रति शेयर तय की है, जबकि कर्मचारियों के लिए ₹37 का डिस्काउंट भी उपलब्ध है। निवेशक 36 शेयरों के लॉट में और उसके गुणकों में बोली लगा सकते हैं। यह IPO 12 जुलाई तक खुला रहेगा, और शेयरों की लिस्टिंग 17 जुलाई को BSE और NSE पर होने वाली है। फिलहाल, इस स्टॉक का ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) इश्यू प्राइस से लगभग 8% ऊपर चल रहा है, जो निवेशकों के बीच मजबूत उत्साह का संकेत है।
निवेशकों का रुझान: रिटेल और NIIs की मजबूत भागीदारी!
सब्सक्रिप्शन के पहले दिन दोपहर 1 बजे तक, स्मार्टवर्क्स काउवर्किंग IPO 23% सब्सक्राइब हो चुका था। रिटेल निवेशकों (Retail Investors) और नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NIIs) की ओर से मजबूत रुचि देखी गई। कुल 1.04 करोड़ शेयरों के मुकाबले 24.35 लाख शेयरों के लिए बिड प्राप्त हुए। मांग में नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NIIs) सबसे आगे रहे, जिन्होंने अपने आवंटित कोटे का 37% सब्सक्राइब किया, जबकि रिटेल निवेशकों ने 30% की सब्सक्रिप्शन दर हासिल की। यह दर्शाता है कि बाजार में इस कंपनी को लेकर सकारात्मक रुझान है।
Smartworks Coworking: भारत की सबसे बड़ी मैनेज्ड ऑफिस स्पेस प्रोवाइडर!
2015 में स्थापित स्मार्टवर्क्स, लीज्ड एरिया के मामले में भारत की सबसे बड़ी मैनेज्ड ऑफिस स्पेस प्रोवाइडर है। कंपनी 15 शहरों में 50 केंद्रों पर 8.99 मिलियन वर्ग फुट से अधिक क्षेत्र में परिचालन कर रही है। इसके अतिरिक्त, सिंगापुर में भी इसके दो केंद्र हैं।
कंपनी मुख्य रूप से मध्य से बड़े आकार के उद्यमों (Mid-to-Large-sized Enterprises) को सेवा प्रदान करती है, जिनमें IT, BFSI (बैंकिंग, वित्तीय सेवाएं और बीमा), और स्टार्टअप क्षेत्र शामिल हैं। इसका बिजनेस मॉडल मुख्य रूप से स्ट्रेट लीज (Straight Leases) पर आधारित है, हालांकि वेरिएबल रेंटल कॉन्ट्रैक्ट्स (Variable Rental Contracts) पर इसका ध्यान बढ़ रहा है।
IPO के पैसों का उपयोग: विकास और विस्तार की योजना!
IPO से जुटाई गई राशि का एक बड़ा हिस्सा कंपनी के विकास और विस्तार में उपयोग किया जाएगा।
- ₹225.8 करोड़ का उपयोग नए केंद्र स्थापित करने और सुरक्षा जमा (Security Deposits) का भुगतान करने के लिए किया जाएगा।
- ₹114 करोड़ ऋण चुकाने (Debt Repayment) के लिए आवंटित किए गए हैं।
- शेष धनराशि का उपयोग सामान्य कॉर्पोरेट खर्चों (General Corporate Expenses) के लिए किया जाएगा।
वित्तीय प्रदर्शन: मजबूत विकास लेकिन घाटे में भी!
स्मार्टवर्क्स ने पिछले कुछ वर्षों में मजबूत वृद्धि दर्ज की है। कंपनी का ऑपरेटिंग रेवेन्यू (Operating Revenue) FY23 में ₹711.39 करोड़ से बढ़कर FY25 में ₹1,374.05 करोड़ हो गया। इसी अवधि में इसका EBITDA दोगुना से अधिक होकर ₹857.26 करोड़ हो गया। हालांकि, कंपनी अभी भी घाटे में चल रही है, FY25 में ₹63.17 करोड़ का नेट लॉस (Net Loss) हुआ है, लेकिन मार्जिन में सुधार देखा गया है।
मार्च 2025 तक, स्मार्टवर्क्स ने अपने परिचालन सुविधाओं में 83.1% का ऑक्यूपेंसी रेट बनाए रखा था, साथ ही 738 एंटरप्राइज क्लाइंट्स को सेवा प्रदान की थी, जिसमें 2 लाख से अधिक सीटिंग पोजिशन थे। कंपनी की राजस्व धाराओं में वेलनेस फैसिलिटीज, रिटेल आउटलेट्स और कस्टमाइज्ड डिजाइन-बिल्ड (FaaS) सॉल्यूशंस जैसे सहायक प्रस्ताव भी शामिल हैं।
निवेशकों के लिए आकर्षक पेशकश!
अपने विस्तारित परिचालन क्षेत्र और किफायती लीजिंग दृष्टिकोण पर ध्यान केंद्रित करने के साथ, स्मार्टवर्क्स की सार्वजनिक पेशकश, भारत के गतिशील वाणिज्यिक संपत्ति और लचीले कार्यक्षेत्र उद्योग में रुचि रखने वाले निवेशकों के लिए काफी आकर्षक साबित हो सकती है।
बुक-रनिंग मैनेजर्स की टीम:
JM Financial, BOB Capital, IIFL Capital और Kotak Mahindra Capital इस IPO की पेशकश के प्रबंधन में प्राथमिक बुक-रनिंग मैनेजर के रूप में सहयोग करेंगे।
निवेशकों के लिए यह IPO क्यों महत्वपूर्ण है?
यह IPO उन निवेशकों के लिए एक सुनहरा अवसर प्रदान करता है जो रियल एस्टेट (Real Estate) और कॉर्पोरेट सर्विसेज (Corporate Services) जैसे क्षेत्रों में निवेश करना चाहते हैं। स्मार्टवर्क्स का भारत में मजबूत ऑक्यूपेंसी रेट और क्लाइंट बेस इसकी सफलता की कहानी कहता है।
निवेशकों को सलाह:
IPO में निवेश करने से पहले कंपनी के फाइनेंशियल हेल्थ, मैनेजमेंट क्वालिटी, और भविष्य की योजनाओं का अच्छी तरह से विश्लेषण करना महत्वपूर्ण है। ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) एक संकेत है, लेकिन यह अंतिम नहीं होता।