RBI -भारत में शायद सबसे ज़्यादा इस्तेमाल होने वाला करेंसी नोट (Currency Note) 100 रुपये का ही है। रोज़मर्रा के छोटे-मोटे लेनदेन (Cash Transaction) हों या बड़े भुगतान का हिसाब-किताब, 100 रुपये का नोट (100 Rupee Note) हमारी जेब और बटुए का एक अभिन्न हिस्सा है। पिछले कुछ सालों में 100 रुपये के नोट का चलन (Circulation) ज़बरदस्त तरीके से बढ़ा है। लेकिन, जैसे-जैसे इसका इस्तेमाल बढ़ा है, वैसे-वैसे बाज़ार में 100 रुपये के नकली नोटों (Fake 100 Rupee Notes) का खतरा भी तेज़ी से बढ़ा है। ये नकली नोट (Counterfeit Currency) हमारी अर्थव्यवस्था (Economy) और हमारे विश्वास, दोनों के लिए एक बड़ा खतरा हैं।
इसी गंभीर समस्या को देखते हुए, भारतीय रिज़र्व बैंक (Reserve Bank of India – RBI) ने आम जनता के लिए एक बेहद ज़रूरी चेतावनी (Important Warning) जारी की है। आरबीआई (RBI) ने लोगों से 100 रुपये के नकली नोटों (Fake Notes) से सावधान रहने और उन्हें पहचानने के तरीके जानने का आग्रह किया है। (Indian Currency)
RBI ने बताया असली और नकली 100 रुपये के नोट में फर्क करने का सीधा तरीका!
अच्छी खबर यह है कि भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने खुद लोगों की सुविधा के लिए कुछ बेहद आसान और स्पष्ट निर्देश (Clear Instructions) जारी किए हैं, जिनकी मदद से कोई भी व्यक्ति बहुत आसानी से 100 रुपये के असली (Real 100 Rupee Note) और नकली नोट (Fake Note) के बीच का फर्क (Difference) पहचान सकता है। (Can you differentiate between real and fake 100 rupee notes) इन निर्देशों को समझकर आप खुद को और अपने पैसों को सुरक्षित रख सकते हैं।
तो चलिए, जानते हैं कि 100 रुपये के असली नोट (Real Note) को आप मिनटों में कैसे पहचान सकते हैं:
- जादुई सुरक्षा धागा (Magical Security Thread): 100 रुपये के असली नोट (Authentic Note) में एक खास सुरक्षा धागा (Security Thread) होता है। जब आप इस धागे को सीधे देखते हैं, तो यह हरे रंग का दिखाई देगा। लेकिन, जैसे ही आप नोट को हल्का सा तिरछा करके अलग-अलग एंगल (Angle) से देखेंगे, इस धागे का रंग हरे से बदलकर नीला (Blue) हो जाएगा। इस धागे पर छोटे-छोटे अक्षरों में ‘भारत’ (Bharat) और ‘RBI’ भी लिखा होता है, जिसे ध्यान से देखने पर पढ़ा जा सकता है। नकली नोटों (Fake Notes) में यह रंग बदलने वाला सुरक्षा धागा अक्सर नहीं होता, या होता भी है तो वह सिर्फ एक रंग की पट्टी होती है जो रंग नहीं बदलती।
- छिपी हुई वॉटरमार्क छवि और नंबर (Hidden Watermark Image and Number): 100 रुपये के असली नोट (Original Note) को जब आप किसी रोशनी के सामने रखते हैं, तो आपको नोट के बाएं तरफ खाली हिस्से में एक वॉटरमार्क (Watermark) दिखाई देगा। इस वॉटरमार्क एरिया (Watermark Area) में आपको राष्ट्रपिता महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) की स्पष्ट छवि (Image) के साथ-साथ ‘100’ का नंबर भी छिपा हुआ दिखाई देगा। इसके अलावा, वॉटरमार्क के पास एक वर्टिकल बैंड (Vertical Band) होता है जिस पर एक खूबसूरत फ्लोरल डिज़ाइन (Floral Design) बना होता है। नकली नोटों (Counterfeit Notes) में यह वॉटरमार्क या तो बहुत धुंधला होता है, या गांधीजी की छवि साफ नहीं होती, या फिर वॉटरमार्क होता ही नहीं है।
- गांधीजी और बैंड के बीच छिपी जानकारी (Hidden Information between Gandhi and Band): असली 100 रुपये के नोट (Genuine 100 Rupee Note) में, महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) की छवि और उस वर्टिकल बैंड (Vertical Band) के बीच की खाली जगह को ध्यान से देखें। इस जगह पर आपको बहुत बारीक अक्षरों में ‘RBI’ और ‘100’ लिखा हुआ दिखेगा। यह टेक्स्ट (Text) अक्सर थोड़ा उभरा हुआ या विशिष्ट स्याही (Special Ink) से प्रिंटेड होता है। नकली नोटों (Fake Currency) में यह बारीक प्रिंट अक्सर गायब होता है या बहुत खराब क्वालिटी का होता है।
इन तीन सरल तरीकों (Easy Methods) का इस्तेमाल करके आप 100 रुपये के असली (Real) और नकली (Fake) नोट के बीच बहुत आसानी से फर्क पहचान सकते हैं। बाज़ार में नकली नोटों (Counterfeit Notes) का बड़े पैमाने पर सर्कुलेशन (Circulation) होने की वजह से, 100 रुपये का कोई भी नोट (100 Rupee Note) लेते समय उसकी पहचान करना (Note Identification) बेहद ज़रूरी और आपकी सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है।
इसलिए, अगली बार जब भी आप 100 रुपये का नोट (Hundred Rupee Note) किसी से लें या दें, तो एक पल रुककर इन पहचान के तरीकों को ज़रूर जांच लें। थोड़ी सी सावधानी (Caution) आपको वित्तीय नुकसान (Financial Loss) और कानूनी परेशानी (Legal Trouble) से बचा सकती है। नकली नोटों (Fake Notes) के बारे में जानकारी होने से आप खुद को और दूसरों को भी सुरक्षित रख सकते हैं। आरबीआई (RBI) के ये निर्देश (Instructions) हर भारतीय नागरिक (Indian Citizen) के लिए जानना बेहद ज़रूरी हैं।