New Toll Tax Policy: अगर आपको भी लंबी दूरी की रोड ट्रिप और अपनी कार से नेशनल हाईवे पर सफर करना पसंद है, तो यह खबर निश्चित रूप से आपके चेहरे पर मुस्कान ला देगी। भारत सरकार जल्द ही एक ऐसी धांसू नई टोल पॉलिसी (New Toll Policy) लाने की तैयारी में है, जिससे देश भर के एक्सप्रेसवे और नेशनल हाईवे पर यात्रा करने वाले करोड़ों लोगों को बड़ी राहत मिलने वाली है। यह पॉलिसी हाईवे यात्रा के तरीके को पूरी तरह से बदल सकती है!
सूत्रों की मानें तो इस नई पॉलिसी के तहत हर टोल प्लाजा पर FASTag के साथ-साथ हाई-टेक कैमरे (ANPR – Automatic Number Plate Reader) लगाए जाएंगे। सबसे बड़ी बात यह है कि अब टोल का चार्ज सीधे आपकी कार के मालिक के बैंक अकाउंट या FASTag अकाउंट से ऑटोमैटिक तरीके से काटा जाएगा। यानी, टोल बूथ पर रुककर नकद भुगतान करने या FASTag बैलेंस चेक करने की झंझट काफी हद तक खत्म हो जाएगी।
जितने किमी की यात्रा, उतना ही टोल टैक्स! यह है नई पॉलिसी का गेम चेंजर
इस नई टोल पॉलिसी का सबसे क्रांतिकारी पहलू यह है कि अब आपको हाईवे पर जितने किलोमीटर की यात्रा आप करेंगे, सिर्फ उतना ही टोल टैक्स (Toll Tax) देना होगा। यह मौजूदा सिस्टम से बिल्कुल अलग है। फिलहाल, जब आप किसी टोल प्लाजा से गुजरते हैं, तो आपको एक निश्चित राशि का भुगतान करना पड़ता है, भले ही आप हाईवे का पूरा स्ट्रेच इस्तेमाल करें या सिर्फ उसका एक छोटा सा हिस्सा। यह उन लोगों के लिए अक्सर frustrating होता है जो टोल प्लाजा के पास रहते हैं और सिर्फ थोड़ी दूरी के लिए हाईवे का इस्तेमाल करते हैं।
नए सिस्टम में, टोल बूथों पर लगे कैमरे आपकी गाड़ी की नंबर प्लेट को रिकॉर्ड करेंगे। जैसे ही आपकी गाड़ी हाईवे पर एंट्री करेगी और फिर एग्जिट लेगी, यह सिस्टम आपके द्वारा तय की गई दूरी की गणना कर लेगा और उस दूरी के हिसाब से तय टोल शुल्क आपके FASTag अकाउंट के माध्यम से स्वतः (automatically) काट लिया जाएगा। सूत्रों का कहना है कि यह नई टोल पॉलिसी मौजूदा सिस्टम की तुलना में कहीं ज्यादा किफायती और सुविधाजनक होगी। इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि लोगों को टोल प्लाजा पर रोज होने वाली परेशानियों, ट्रैफिक जाम और लंबी कतारों से हमेशा के लिए छुटकारा मिल जाएगा। सोचिए, बिना रुके सीधे हाईवे पर गाड़ी चलाने का अनुभव कितना शानदार होगा!
हाइवे पर आपने कितने किमी का सफर किया? यही होगा अब टोल का आधार
फास्टैग बेस्ड किमी टोल पॉलिसी (Kilometer Based Toll Policy) एक पूरी तरह से नया सिस्टम है। इसका मूल सिद्धांत यह है कि टोल चार्ज इस आधार पर लिया जाएगा कि आपने हाइवे पर कितने किमी का सफर किया है। जैसा कि पहले बताया गया, वर्तमान में, टोल प्लाजा पर एक निश्चित शुल्क लगता है, चाहे आपकी यात्रा 5 किमी की हो या 50 किमी की। यह अक्सर लोगों को नागवार गुजरता था।
लेकिन इस नई पॉलिसी में पारदर्शिता और निष्पक्षता पर जोर दिया गया है। आप केवल उतने ही किलोमीटर के लिये पेमेंट करेंगे, जितना आपने वास्तव में हाइवे का इस्तेमाल किया। यह सटीक चार्ज आपके फास्टैग अकाउंट से खुद-ब-खुद कट जाएगा, जिससे मानवीय हस्तक्षेप कम होगा और टोल कलेक्शन प्रक्रिया ज्यादा एफिशिएंट होगी। यह एक तरह का पे-पर-यूज़ (Pay-Per-Use) मॉडल है जो कई विकसित देशों में पहले से चलन में है।
कैसे काम करेगी यह अत्याधुनिक टोल पॉलिसी?
यह स्मार्ट टोल सिस्टम मुख्य रूप से सैटेलाइट नेविगेशन (जीपीएस – GPS) और ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रीडर (ANPR) तकनीक का उपयोग करके काम करेगा। जैसे ही आपकी गाड़ी टोल रोड पर एंटर करेगी, ANPR कैमरा आपकी नंबर प्लेट को रीड करेगा और सिस्टम में आपकी एंट्री दर्ज हो जाएगी। जब आप हाईवे से एग्जिट लेंगे, तो दूसरा ANPR कैमरा आपकी नंबर प्लेट को फिर से रीड करेगा। GPS सिस्टम आपकी गाड़ी के पूरे यात्रा पथ को ट्रैक (Track Travel Path) करेगा, और इन दोनों पॉइंट्स के बीच की दूरी की सटीकता से गणना की जाएगी। इसी गणना के आधार पर टोल शुल्क की गणना की जाएगी और आपके FASTag से पैसा काट लिया जाएगा।
इस सिस्टम का प्राथमिक लक्ष्य टोल प्लाजा को खत्म करना है। टोल प्लाजा सड़कों पर bottleneck (अवरोध) पैदा करते हैं, जिससे ट्रैफिक जाम होता है और यात्रा की गति धीमी हो जाती है। टोल प्लाजा हटाकर यात्रा को तेज और सुगम बनाया जा सकेगा। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, एक शुरुआती अनुमान है कि आपको हर 100 किलोमीटर के लिए लगभग 50 रुपये का भुगतान करना पड़ सकता है, लेकिन यह एक संभावित आंकड़ा है और अंतिम दरें सड़क परिवहन मंत्रालय द्वारा तय की जाएंगी।
नई टोल पॉलिसी के फायदे ही फायदे! जानिए आपकी जेब और यात्रा पर क्या होगा असर
इस नई टोल पॉलिसी के कई बड़े फायदे हैं जो सीधे तौर पर वाहन मालिकों और यात्रियों को प्रभावित करेंगे:
- किफायती यात्रा: सबसे बड़ा फायदा यह है कि आप अब केवल उस दूरी के लिए पेमेंट (Payment) करेंगे, जितनी दूरी के लिए आपने वास्तव में हाइवे का इस्तेमाल किया है। यह छोटी दूरी के यात्रियों के लिए बहुत फायदेमंद होगा जो अब तक पूरा टोल चुका रहे थे।
- समय और ईंधन की बचत: टोल प्लाजा पर रुकने और कतारों में लगने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इससे आपका कीमती समय बचेगा और बार-बार रुकने और चलने से होने वाले ईंधन की बर्बादी भी रुकेगी। लंबी दूरी की यात्राएं अब काफी तेज हो जाएंगी।
- सुगम और तनाव मुक्त यात्रा: टोल प्लाजा पर रुकने का तनाव, खुले पैसे की चिंता या FASTag काम कर रहा है या नहीं, इसकी टेंशन खत्म हो जाएगी। यात्रा पहले से कहीं ज्यादा आसान और सुगम हो जाएगी।
- पारदर्शिता: GPS, ANPR और कैमरों के जरिये टोल अपने आप कटेगा, जिससे टोल कलेक्शन प्रक्रिया में ज्यादा पारदर्शिता आएगी और मानवीय त्रुटि या भ्रष्टाचार की गुंजाइश कम होगी।
- ट्रैफिक जाम से मुक्ति: टोल प्लाजा हटाए जाने से शहरों के एंट्री और एग्जिट पॉइंट्स पर होने वाले भारी ट्रैफिक जाम से मुक्ति मिलेगी।
कुल मिलाकर, सड़क परिवहन मंत्रालय की यह पहल भारत में रोड इन्फ्रास्ट्रक्चर के आधुनिकीकरण की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह न केवल हाइवे यात्रा को अधिक कुशल और किफायती बनाएगा, बल्कि डिजिटल इंडिया और स्मार्ट सिटी के लक्ष्यों को प्राप्त करने में भी मदद करेगा। करोड़ों कार मालिक और यात्री निश्चित रूप से इस नई टोल पॉलिसी के लागू होने का बेसब्री से इंतजार करेंगे। यह देखना दिलचस्प होगा कि यह सिस्टम जमीन पर कैसे काम करता है और आम लोगों के लिए यह कितना फायदेमंद साबित होता है।