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Join NowIndiqube Spaces IPO: टेक-ड्रिवन वर्कस्पेस सॉल्यूशन कंपनी, इंडिक्यूब स्पेसेज लिमिटेड का इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) आज यानी 23 जुलाई 2025 को खुल गया है। इस पब्लिक इश्यू के लिए बोली आज सुबह 10:00 बजे शुरू हो गई है, जिसका मतलब है कि Indiqube Spaces IPO सब्सक्रिप्शन स्टेटस अब सार्वजनिक रूप से उपलब्ध होने लगेगा। यह IPO 25 जुलाई 2025 तक खुला रहेगा, यानी निवेशक इस इश्यू में बुधवार से शुक्रवार तक बोली लगा सकते हैं।
कंपनी ने Indiqube Spaces IPO प्राइस बैंड ₹225 से ₹237 प्रति इक्विटी शेयर तय किया है। यह बुक बिल्ड इश्यू बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) दोनों पर लिस्टिंग के लिए प्रस्तावित है। वर्कस्पेस सॉल्यूशन देने वाली इस कंपनी का लक्ष्य इस पब्लिक ऑफर से ₹700 करोड़ जुटाना है, जिसमें से ₹50 करोड़ ऑफर फॉर सेल (OFS) के लिए आरक्षित है। शेष ₹650 करोड़ नए शेयर जारी करके जुटाए जाएंगे।
Indiqube Spaces IPO GMP Today: क्या कहता है ग्रे मार्केट?
Indiqube Spaces IPO खुलने से पहले ही कंपनी के शेयर ग्रे मार्केट में भी उपलब्ध हो गए हैं। बाजार विश्लेषकों के अनुसार, आज कंपनी के शेयर ग्रे मार्केट में ₹23 के प्रीमियम (GMP) पर उपलब्ध हैं। इसका मतलब है कि Indiqube Spaces IPO GMP आज ₹23 है। इस हिसाब से, ग्रे मार्केट में Indiqube Spaces IPO का अपेक्षित लिस्टिंग मूल्य ₹260 (₹237 + ₹23) है, जो निवेशकों निवेशकों का भरोसाके लिए लगभग 10% लिस्टिंग गेन का संकेत देता है, बशर्ते यह ट्रेंड शेयर लिस्टिंग की तारीख तक जारी रहे, जो संभवतः 30 जुलाई 2025 है।
Indiqube Spaces IPO Subscription Status (सब्सक्रिप्शन स्टेटस)
बुधवार सुबह 11:21 बजे तक, Indiqube Spaces IPO को बोली के पहले दिन 0.24 गुना से अधिक सब्सक्राइब किया गया। रिटेल सेगमेंट और एनआईआई (NII) को अब तक क्रमशः 1.02 गुना और 0.19 गुना सब्सक्राइब किया जा चुका है, जबकि क्यूआईबी (QIB) का खाता अभी नहीं खुला है।
Indiqube Spaces IPO Details: जानिए ये 10 महत्वपूर्ण बातें
- IPO GMP Today: आज ग्रे मार्केट में कंपनी के शेयर ₹23 के प्रीमियम पर कारोबार कर रहे हैं।
- IPO प्राइस बैंड: कंपनी ने IPO का प्राइस बैंड ₹225 से ₹237 प्रति इक्विटी शेयर घोषित किया है।
- IPO की तारीख: पब्लिक इश्यू 23 जुलाई को खुलेगा और 25 जुलाई 2025 को बंद होगा।
- IPO का साइज: कंपनी अपने इस ऑफर से ₹700 करोड़ जुटाने का लक्ष्य लेकर चल रही है।
- IPO का लॉट साइज: एक बोलीदाता लॉट में आवेदन कर सकता है, और एक लॉट में कंपनी के 63 शेयर शामिल हैं।
- IPO अलॉटमेंट की तारीख: शेयर आवंटन की सबसे संभावित तारीख 26 जुलाई 2025 है।
- IPO रजिस्ट्रार: MUFG इंटाइम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (लिंक इंटाइम) को इस इश्यू का ऑफिशियल रजिस्ट्रार नियुक्त किया गया है।
- IPO लीड मैनेजर: ICICI सिक्योरिटीज और JM फाइनेंशियल को इस इश्यू का लीड मैनेजर नियुक्त किया गया है।
- IPO लिस्टिंग की तारीख: पब्लिक इश्यू को BSE और NSE पर लिस्ट करने का प्रस्ताव है, और सबसे संभावित लिस्टिंग तारीख 30 जुलाई 2025 है।
- क्या निवेश करना चाहिए? – विशेषज्ञों की राय
Indiqube Spaces IPO Review: लगाएं या नहीं?
लक्ष्मीश्री इन्वेस्टमेंट के रिसर्च हेड अंशुल जैन लंबी अवधि के लिए निवेश की सलाह देते हुए कहते हैं, “कंपनी विस्तार के लिए ₹462.6 करोड़ और कर्ज चुकाने के लिए ₹93 करोड़ का उपयोग करेगी, जो मजबूत विकास को दर्शाता है। एंकर निवेशकों ने ₹314 करोड़ का निवेश करके संस्थागत विश्वास दिखाया है। वित्तीय रूप से, IndiQube ने प्रगति की है, FY25 में राजस्व ~27% बढ़ा है और शुद्ध घाटा लगभग आधा हो गया है, लेकिन यह अभी भी ₹140 करोड़ के घाटे में है। कमर्शियल रियल एस्टेट सेक्टर से जुड़े जोखिम प्रदर्शन को प्रभावित कर सकते हैं। यह इश्यू विकास पर ध्यान केंद्रित करने वाले मध्य से लंबी अवधि के निवेशकों के लिए उचित दिखता है।”
फाइनोक्रेट टेक्नोलॉजीज के संस्थापक और निदेशक गौरव गोयल कहते हैं, “Indiqube Spaces मैनेज्ड वर्कस्पेस सेगमेंट में एक उल्लेखनीय खिलाड़ी है। कंपनी ने राजस्व और EBITDA को अच्छी तरह से बढ़ाया है। हालांकि, इसकी लाभप्रदता दबाव में है और यह लगातार घाटे में है। इसके अलावा, बिजनेस भौगोलिक रूप से केंद्रित है। निकट अवधि में लाभ या पूंजी दक्षता पर कोई मजबूत दृश्यता नहीं होने के कारण, आईपीओ इस स्तर पर निवेशकों के लिए बहुत कम प्रोत्साहन प्रदान करता है। हम मानते हैं कि इस अवसर को फिलहाल दूर से देखना सबसे अच्छा है।”
कंपनी के वित्तीय संकेतक:
- Indiqube Spaces IPO का मार्केट कैप ₹4977.12 करोड़ है।
- 31 मार्च 2025 तक, कंपनी का ROE लगभग -2.20% था, और ROCE 34% से थोड़ा अधिक था।
- EBITDA मार्जिन लगभग 58% था।
- चूंकि कंपनी ने FY23, FY24, और FY25 में शुद्ध घाटा दर्ज किया है, इसलिए विशेषज्ञ कहते हैं कि IPO को पारंपरिक P/E आधार पर मूल्यांकित नहीं किया जा सकता है।