Gold Price Today: सोने की कीमतें (Gold Price) इन दिनों सुर्ख़ियों में बनी हुई हैं। कभी इनमें तेज़ी आती है, तो कभी गिरावट देखने को मिलती है, खासकर मई के महीने में तो सोने के भावों (Sone Ke Bhav) में खूब उठापटक देखने को मिली है। पिछले कुछ दिनों की गिरावट के बाद आज फिर से सोने की कीमतों (Gold Price Latest Update) में तेजी देखी जा रही है, जिसने सोने खरीदने (Buy Gold) वालों और निवेशकों (Gold Investors) को थोड़ा puzzled कर दिया है। ऐसे में हर किसी के मन में एक ही सवाल है: क्या सोने के भाव (Gold Rate) ऐसे ही बढ़ते रहेंगे, या जल्द ही इनमें बड़ी गिरावट आएगी?
इस साल की शुरुआत यानी जनवरी महीने से लेकर मई तक, सोने के दाम (Gold Price) ने सचमुच नई ऊंचाइयों को छुआ है। इन कुछ ही महीनों में सोना इतना महंगा हो गया है कि एक आम आदमी के लिए 10 ग्राम या एक तोला सोना खरीदना (Gold Buying Tips) भी मुश्किल लगने लगा है। लेकिन अब एक नई रिपोर्ट और मार्केट एक्सपर्ट्स (Market Experts) के विश्लेषण से पता चला है कि आने वाले समय में सोने की कीमतों में एक बड़ी गिरावट आ सकती है, और सोना लगभग ₹19,000 प्रति 10 ग्राम तक सस्ता हो सकता है! आइए जानते हैं इस भविष्यवाणी का पूरा सच।
सोने ने दिया है शानदार रिटर्न, लेकिन अब क्या?
अगर हम पिछले 10 से 15 सालों के आंकड़ों को देखें, तो सोना हमेशा से एक सुरक्षित निवेश विकल्प (Safe Investment Option) रहा है। इस साल 2024 में तो सोने ने रिकॉर्ड स्तर (Gold at Record High) बनाया है। जनवरी से लेकर अब तक की पहली छमाही (First Half) में ही सोने ने 30 प्रतिशत से ज़्यादा का रिटर्न (Gold Return) अपने निवेशकों को दिया है, जबकि पिछले साल पूरे वर्ष में यह रिटर्न लगभग 27 प्रतिशत था। यह दिखाता है कि कम समय में भी सोने ने कितना अच्छा प्रदर्शन किया है।
फिलहाल क्या चल रहा है सोने का भाव?
साल की शुरुआत में जो सोना ₹75,000 से ₹76,000 प्रति 10 ग्राम के आसपास मिल रहा था, वह हाल ही में ₹95,000 से ₹1 लाख प्रति 10 ग्राम (₹1 Lakh Gold Price) के करीब तक पहुंच गया था। पिछले कुछ दिनों से इसमें हल्की गिरावट देखी जा रही थी, लेकिन आज फिर इसमें तेज़ी आई है।
ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यही है: क्या आने वाले दिनों में सोने की कीमतें बढ़ेंगी (Gold Rate Hike) या गिरेंगी (Gold Rate Down)? जैसा कि हमने बताया, हाल ही में सामने आई एक रिपोर्ट में सोने में ₹19,000 की संभावित गिरावट (₹19000 Fall in Gold Price) की बात कही गई है।
क्यों आ सकती है सोने की कीमतों में गिरावट?
मार्केट एक्सपर्ट्स (Market Experts) इस संभावित गिरावट के पीछे कई कारणों का हाथ बता रहे हैं:
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वैश्विक तनाव में कमी: सोने को अक्सर सुरक्षित पनाहगार (Safe Haven) माना जाता है। जब दुनिया भर में आर्थिक अनिश्चितता (Economic Uncertainty), राजनीतिक अस्थिरता (Political Instability) या ट्रेड वॉर (Trade War) जैसी स्थितियां होती हैं, तो निवेशक शेयर बाज़ार जैसे जोखिम भरे विकल्पों से पैसा निकालकर सोने में निवेश करते हैं, जिससे सोने की डिमांड और कीमतें बढ़ती हैं। एक्सपर्ट्स का मानना है कि अमेरिका और चीन जैसे बड़े देशों के बीच चल रही ट्रेड वॉर (Trade War) जैसी स्थितियों में अब नरमी आई है या यह रुक गई है।
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निवेशकों का रुख बदलना: जैसे ही वैश्विक हालात थोड़े स्थिर होते हैं और अनिश्चितता कम होती है, निवेशक फिर से जोखिम भरे, लेकिन ज़्यादा रिटर्न देने वाले विकल्पों (Riskier Assets) की ओर लौटने लगते हैं। वे सोने से अपना निवेश निकालकर शेयर बाज़ार (Stock Market), प्रॉपर्टी (Property) या अन्य संपत्तियों में पैसा लगाने लगते हैं। सोने की डिमांड घटने से उसकी कीमतों पर दबाव पड़ता है और उनमें गिरावट आती है।
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बदलती आर्थिक परिस्थितियां: कुछ देशों की केंद्रीय बैंकों (Central Banks) द्वारा ब्याज दरों में संभावित कटौती या मुद्रास्फीति (Inflation) पर नियंत्रण पाने की कोशिशें भी निवेश के माहौल को प्रभावित कर सकती हैं, जिससे सोने पर असर पड़ सकता है।
कितनी और कब तक आ सकती है गिरावट?
एक्सपर्ट्स ने संभावना जताई है कि अगर मौजूदा वैश्विक हालात स्थिर रहते हैं और निवेशक सोने से दूरी बनाए रखते हैं, तो अगले 4 से 6 महीनों (Gold Price Forecast Next 4-6 Months) में सोने की कीमत (Sone Ka Bhav) अपने ऑल टाइम हाई (All Time High) से लगभग 19,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक सस्ता हो सकता है।
कुछ एक्सपर्ट्स का तो यह भी मानना है कि कीमतें गिरकर ₹80,000 से ₹85,000 प्रति 10 ग्राम (₹80000 Gold Price) के आसपास तक पहुंच सकती हैं। याद दिला दें कि हाल ही में सोना ₹95,000 से ₹1 लाख के करीब था। इसका मतलब है कि एक महत्वपूर्ण गिरावट संभव है।
हाल की तेजी के पीछे क्या था कारण?
मार्केट एक्सपर्ट्स मानते हैं कि पिछले साल दर साल और इस साल की शुरुआत में सोने की कीमतों में जो जोरदार तेजी आई थी, उसके पीछे मुख्य कारण यही वैश्विक तनाव (Global Tensions) और आर्थिक अनिश्चितता (Economic Uncertainty) थी। अमेरिका, चीन, जर्मनी और जापान जैसे देशों के बीच ट्रेड वॉर जैसी बातें चल रही थीं, जिससे सोने को सुरक्षित निवेश (Safe Investment) के तौर पर देखा गया और कीमतें आसमान छू गईं।
लेकिन अब इन स्थितियों में नरमी दिख रही है, जिसकी वजह से सोने में हल्की गिरावट आई है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि यदि यह गिरावट अगले कुछ दिनों या हफ्तों तक बनी रहती है, तो यह एक बड़ी गिरावट का संकेत हो सकता है।
कुल मिलाकर, जहाँ हाल के महीनों में सोने ने निवेशकों को शानदार रिटर्न दिया है और रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचा है, वहीं अब मार्केट एक्सपर्ट्स (Market Experts) आने वाले 4 से 6 महीनों में इसमें एक बड़ी गिरावट की संभावना जता रहे हैं। यह गिरावट वैश्विक स्थितियों में नरमी और निवेशकों के रुख में बदलाव पर निर्भर करेगी।
हालांकि, सोने की कीमतें (Gold Prices) कई जटिल कारकों से प्रभावित होती हैं, इसलिए यह भविष्यवाणी कितनी सच साबित होगी, यह देखना बाकी है। अगर आप सोने में निवेश (Gold Investment) करने या खरीदने की सोच रहे हैं, तो इन बातों का ध्यान रखें, बाज़ार पर नज़र रखें और किसी वित्तीय सलाहकार से सलाह ज़रूर लें।