EPFO: भारत में लाखों वेतनभोगी कर्मचारियों के लिए भविष्य की सुरक्षा और वित्तीय नियोजन का एक महत्वपूर्ण आधार रहे कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (Employees’ Provident Fund Organisation – EPFO) ने एक बहुत बड़ा और प्रशंसनीय कदम उठाया है! केंद्र सरकार ने ईपीएफओ (EPFO) के लाखों सदस्यों को उनकी आपातकालीन वित्तीय ज़रूरतों (Emergency Financial Needs) को पूरा करने में बड़ी राहत दी है। केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया (Mansukh Mandaviya) ने घोषणा की है कि अब PF खाताधारक (PF Account Holders) अपनी आवश्यकतानुसार ₹5 लाख रुपये (₹5 Lakh Advance Claim) तक के एडवांस क्लेम (Advance Claim) को बिना किसी मानवीय सत्यापन (Manual Verification) के, सीधे और स्वचालित रूप से निकाल सकेंगे। यह क्रांतिकारी फैसला EPFO सदस्यों (EPFO Members) के लिए पैसा निकालना (PF Withdrawal) और भी आसान (Easier Withdrawal) और तेज़ (Faster Withdrawal) बना देगा, जिससे उन्हें समय पर वित्तीय सहायता मिल सके।
बढ़ी हुई सीमा और ‘ऑटो-सेटलमेंट’ सुविधा का महत्व (Increased Limit and Importance of ‘Auto-Settlement’ Facility):
EPFO (EPFO Latest Update) ने सदस्यों के लिए ‘ऑटो-सेटलमेंट क्लेम’ (Auto-Settlement Claim) के तहत ₹5 लाख (New Limit of ₹5 Lakh for PF Advance) तक पैसा निकालने की लिमिट तय कर दी है। इससे पहले, यह सीमा मात्र ₹1 लाख (Previous Limit was ₹1 Lakh) रुपये थी। इस बदलाव का सबसे बड़ा लाभ यह है कि अब इसके लिए किसी भी मैनुअल वेरिफिकेशन (No Manual Verification Required) की ज़रूरत नहीं होगी, जिससे प्रक्रिया बेहद तेज़ (Faster Process) और आसान (Simplified Process) हो जाएगी।
यह ‘ऑटो-सेटलमेंट’ सुविधा (Auto-Settlement Feature) सबसे पहले कोरोना महामारी (Corona Pandemic) के दौरान (Started During COVID-19) शुरू की गई थी, ताकि गंभीर आपात स्थितियों (Emergency Situations) में लोगों को तुरंत आर्थिक मदद (Immediate Financial Help) मिल सके। EPFO ने उस समय वित्तीय कठिनाइयों (Financial Difficulties) का सामना कर रहे लाखों सदस्यों को त्वरित सहायता प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। अब, इस सुविधा को एक बड़े दायरे तक बढ़ाया गया है, जिससे यह सभी योग्य सदस्यों के लिए सुलभ हो सके।
सीमा में वृद्धि का इतिहास और दावे में भारी बढ़ोतरी (History of Limit Increase and Surge in Claims):
EPFO द्वारा इस ऑटो-सेटलमेंट लिमिट (Auto-Settlement Limit Hike) को बढ़ाने की प्रक्रिया चरणबद्ध तरीके से की गई है:
- मार्च 2025 में मंजूरी (Approved in March 2025): मार्च 2025 में, कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) की केंद्रीय न्यासी बोर्ड (Central Board of Trustees – CBT) की कार्यकारी समिति (Executive Committee – EC) ने ऑटो-सेटलमेंट लिमिट (ASAC) को ₹1 लाख से बढ़ाकर ₹5 लाख रुपये (Proposal Approved to Increase ASAC to ₹5 Lakh) करने के प्रस्ताव को सैद्धांतिक मंजूरी दी थी।
- मई 2024 में भी वृद्धि (Previous Increase in May 2024): इससे पहले मई 2024 (May 2024 Limit Increase) में भी यह लिमिट ₹50,000 रुपये (Previous Limit ₹50,000) से बढ़ाकर ₹1 लाख रुपये की गई थी।
EPFO के इस निर्णय के बाद ऑटो-सेटलमेंट क्लेम (Auto-Settlement Claims Statistics) की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि देखी गई है, जो इस सुविधा की बढ़ती आवश्यकता और लोकप्रियता को दर्शाती है:
- वित्त वर्ष 2023-24 (FY 2023-24 Claims): लगभग 90 लाख (90 Lakh Auto-Settlement Claims) ऑटो-सेटलमेंट क्लेम किए गए थे।
- वित्त वर्ष 2024-25 (FY 2024-25 Claims): यह संख्या बढ़कर करीब 2 करोड़ (2 Crore Auto-Settlement Claims) हो गई, जो बताता है कि यह सुविधा कितनी तेजी से अपनाई जा रही है।
किसके लिए है यह सुविधा? किन खर्चों में मिलेगा लाभ? (Purpose of this Facility? Benefits for Specific Expenses):
ईपीएफओ सदस्य (EPFO Members Benefits) अब ऑटो-सेटलमेंट सुविधा (Auto-Settlement Facility) के तहत ₹5 लाख (₹5 Lakh Advance Withdrawal for Specific Needs) तक का एडवांस (Advance Withdrawal) आसानी से निकाल सकते हैं। यह सुविधा विशेष रूप से उन महत्वपूर्ण खर्चों (Important Expenses Covered by PF Advance) के लिए डिज़ाइन की गई है जो कर्मचारियों के जीवन में अप्रत्याशित रूप से आ सकते हैं:
- बीमारी (Illness Advance): चिकित्सा आपात स्थिति (Medical Emergencies) या बीमारी के इलाज (Treatment for Illness) के लिए।
- बच्चों की शिक्षा (Children’s Education Advance): बच्चों की पढ़ाई के लिए वित्तीय सहायता (Financial Assistance for Education) हेतु।
- शादी (Marriage Advance): परिवार में शादी (Marriage Expenses) जैसे आयोजनों के लिए।
- घर निर्माण/खरीद (House Construction/Purchase Advance): नया घर बनाने (Home Construction) या खरीदने (Home Purchase) जैसे बड़े खर्चों के लिए।
यह प्रक्रिया पहले से कहीं अधिक तेज़ (Faster and Smoother Process) और सुगम (Convenient Process) हो गई है, जिससे सदस्य बिना किसी परेशानी के तुरंत फंड (Instant Funds from PF) प्राप्त कर सकते हैं।
EPFO के इस कदम का व्यापक प्रभाव (Wider Impact of EPFO’s Move):
EPFO (EPFO Member Welfare) का यह कदम सदस्य कल्याण (Member Welfare) के प्रति उसकी प्रतिबद्धता (Commitment to Member Welfare) को दर्शाता है। यह न केवल वित्तीय समावेशन (Financial Inclusion) को बढ़ावा देता है, बल्कि पारदर्शिता (Transparency in PF Withdrawals) और दक्षता (Efficiency in Services) को भी सुनिश्चित करता है। अब कर्मचारियों को जटिल प्रक्रियाओं या कागजी कार्यवाही (Reduced Paperwork for PF Withdrawal) में उलझे बिना अपनी बचत तक पहुँचने में मदद मिलेगी, खासकर संकट के समय में। यह डिजिटल सशक्तिकरण (Digital Empowerment of Employees) और बेहतर शासन (Good Governance) का एक उदाहरण है, जो केंद्रीय कर्मचारियों (Central Government Employee PF) और अन्य PF खाताधारकों के जीवन को बेहतर बनाएगा।