Axis Bank के नतीजों ने बढ़ाई निवेशकों की चिंता, Sensex-Nifty धड़ाम

Published On: July 18, 2025
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Axis Bank के नतीजों ने बढ़ाई निवेशकों की चिंता, Sensex-Nifty धड़ाम

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Axis Bank: क्या आप जानते हैं? आज, शेयर बाज़ार में निवेशकों का मूड अचानक सावधान हो गया है, क्योंकि Axis Bank के जून तिमाही के निराशाजनक नतीजे सामने आए हैं। नतीजों के बाद वित्तीय शेयरों (Financials) में बिकवाली का दबाव देखा जा रहा है, जिसने सेंसेक्स (Sensex) और निफ्टी (Nifty) दोनों को नीचे धकेल दिया है। यह बाज़ार की चाल उन सभी के लिए महत्वपूर्ण है जो शेयर बाज़ार में निवेश करते हैं।

Axis Bank के नतीजों ने मचाई हलचल, Sensex-Nifty गिरे

आज benchmark equity indices में तेज गिरावट दर्ज की गई। इसका मुख्य कारण Axis Bank की कमजोर कमाईविदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) द्वारा धन की निकासी (Outflows) का जारी रहना, और नकारात्मक वैश्विक संकेत (Global Cues) रहे।

  • सेंसेक्स (Sensex) 630.98 अंक या 0.76 प्रतिशत गिरकर 81,628.26 के इंट्राडे निचले स्तर पर आ गया।
  • वहीं, निफ्टी (Nifty) 186.2 अंक या 0.74 प्रतिशत गिरकर 24,925.25 पर कारोबार कर रहा था।

कौन से शेयर सबसे ज़्यादा गिरे?

  • Axis Bank
  • SBI Life Insurance Company
  • Shriram Finance
  • HDFC Life Insurance Company
  • Kotak Mahindra Bank

ये प्रमुख शेयर इंट्राडे में 6 प्रतिशत तक गिरे, जिससे निवेशकों को भारी नुकसान हुआ।

1) Axis Bank की कमाई उम्मीदों से कम: शेयर 6% से ज़्यादा गिरे!

Axis Bank के शेयर 6% से ज़्यादा टूट गए, क्योंकि बैंक ने जून तिमाही में 3% की गिरावट के साथ ₹6,243.72 करोड़ का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट दर्ज किया। यह नतीजा बैंक की गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों (NPAs) के वर्गीकरण में बदलाव और लोन अपग्रेड नीति से प्रभावित हुआ। यह Axis Bank के नतीजों ने पूरे वित्तीय क्षेत्र में चिंता बढ़ा दी है।

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बाज़ार पर असर और आगे क्या?

Axis Bank के नकारात्मक नतीजों का असर पूरे शेयर बाज़ार पर देखा गया। वित्तीय शेयरों में बिकवाली बढ़ने से सेंसेक्स और निफ्टी दोनों पर दबाव बना रहा। विदेशी निवेशक भी भारतीय बाज़ार से पूंजी निकाल रहे हैं, जो बाज़ार की गिरावट को और बढ़ा रहा है। वैश्विक संकेतों का भी सेंटीमेंट पर असर पड़ रहा है।

निवेशकों के लिए यह समय सावधानी बरतने का है। बाज़ार के उतार-चढ़ाव को देखते हुए, सही निवेश रणनीति बनाना महत्वपूर्ण है। Long-term investment के लिए मजबूत फंडामेंटल वाली कंपनियों पर ध्यान देना चाहिए। Stock market analysis और financial planning इस समय अत्यंत आवश्यक है।

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