8th Pay Commission: 8वां वेतन आयोग तय, TOR जारी होगा जल्द, ₹51,480 होगी न्यूनतम सैलरी? जानें अपनी जेब पर असर

Published On: June 23, 2025
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8th Pay Commission: 8वां वेतन आयोग तय, TOR जारी होगा जल्द, ₹51,480 होगी न्यूनतम सैलरी? जानें अपनी जेब पर असर

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8th Pay Commission: भारत सरकार (Government of India) द्वारा आठवें वेतन आयोग (8th Pay Commission) के गठन की घोषणा के बाद से ही, देश के लाखों केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों (Central Employees and Pensioners) में उत्सुकता और उम्मीदों का माहौल है। यह वेतन आयोग न केवल उनकी मासिक आय को प्रभावित करेगा, बल्कि उनकी सेवानिवृत्ति के बाद की वित्तीय सुरक्षा (Financial Security after Retirement) को भी आकार देगा। इस चर्चा का मुख्य बिंदु ‘फिटमेंट फैक्टर’ (Fitment Factor) है, जो नया मूल वेतन (New Basic Pay) निर्धारित करने में एक गुणक के रूप में कार्य करता है। हर कोई जानना चाहता है कि 8वें वेतन आयोग (8th Pay Commission Update) में फिटमेंट फैक्टर पर चल रही अटकलों (Speculations on Fitment Factor) के बीच उनकी सैलरी (Salary Hike) और पेंशन (Pension Hike) में कितनी वृद्धि होगी?

TOR जल्द होगा जारी, नियुक्ति प्रक्रिया जारी (TOR to be Released Soon, Appointment Process Underway):

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, सरकार बहुत जल्द आठवें वेतन आयोग (8th Pay Commission) के संदर्भ की शर्तें (TOR – Terms of Reference) जारी करेगी। TOR वह दस्तावेज होता है जो आयोग के जनादेश, उद्देश्य और कार्यक्षेत्र (Scope of Work for Pay Commission) को परिभाषित करता है। एक बार TOR (Finalization of TOR) को अंतिम रूप दिए जाने के बाद, वेतन आयोग के अध्यक्ष (Chairman of Pay Commission) और प्रमुख सदस्यों (Key Members Appointment) की नियुक्ति (Appointment Process for 8th Pay Commission) की जाएगी, जिसके बाद आयोग अपना कार्य शुरू करेगा।

पिछले महीने, सरकार ने दो महत्वपूर्ण सर्कुलर (Government Circulars) जारी किए थे, जिनमें बताया गया था कि आठवें वेतन आयोग (8th Pay Commission Staffing) में 40 कर्मचारियों की नियुक्ति प्रक्रिया (Staff Appointment for Pay Commission) चल रही है। वित्त मंत्रालय (Ministry of Finance Circular) के सर्कुलर में यह भी कहा गया था कि इन पदों में से अधिकांश प्रतिनियुक्ति (Deputation Basis Appointment) के आधार पर विभिन्न सरकारी विभागों (Government Departments Officials) के अधिकारियों द्वारा भरे जाएंगे, जिससे कार्य कुशलता और अनुभव दोनों सुनिश्चित हो सकें।

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उच्च फिटमेंट फैक्टर की मांग और सरकार का रुख (Demand for High Fitment Factor and Government’s Stance):

केंद्रीय कर्मचारी संगठन (Central Employee Organizations), जो अपने सदस्यों के हितों का प्रतिनिधित्व करते हैं, एक उच्च फिटमेंट फैक्टर (Demand for Higher Fitment Factor) की पुरजोर मांग कर रहे हैं। कुछ संगठनों ने तो 2.86 की बढ़ोतरी (Demand for 2.86 Fitment Factor) का अनुरोध किया है ताकि मौजूदा वेतन और पेंशन में पर्याप्त बढ़ोतरी हो सके। उनका मानना है कि यह बढ़ोतरी महंगाई (Inflation Compensation) को दूर करने और उनके जीवन स्तर को सुधारने के लिए आवश्यक है।

हालांकि, मीडिया रिपोर्ट्स (Media Reports on Fitment Factor) और सरकारी सूत्रों से संकेत मिल रहा है कि सरकार द्वारा इस मांग को पूरी तरह से स्वीकार करना मुश्किल लग रहा है, क्योंकि इससे सरकारी खजाने (Government Exchequer Burden) पर भारी वित्तीय बोझ पड़ सकता है। सरकार हमेशा वित्तीय स्थिरता (Fiscal Prudence) और संसाधनों की उपलब्धता को ध्यान में रखती है।

फिटमेंट फैक्टर: वास्तविक वेतन वृद्धि का गणित (Fitment Factor: Math of Real Salary Increase):

फिटमेंट फैक्टर एक ऐसा महत्वपूर्ण गुणांक (Multiplier for Basic Pay) है जिसका उपयोग सरकारी कर्मचारियों के पिछले मूल वेतन (Previous Basic Pay) से उनके नए मूल वेतन (New Basic Pay Calculation) की गणना करने के लिए किया जाता है। इससे कर्मचारियों को नए वेतनमान में उनकी वास्तविक आय का निर्धारण होता है।

पिछला अनुभव: 6वां और 7वां वेतन आयोग (Experience from 6th and 7th Pay Commission):

  • छठा वेतन आयोग (6th Pay Commission): इसमें फिटमेंट फैक्टर 1.86 (Fitment Factor 1.86 in 6th CPC) था, लेकिन वास्तविक वेतन वृद्धि (Actual Salary Hike in 6th CPC) लगभग 54 प्रतिशत थी। इसका कारण उस समय की आधारभूत संरचना और वेतनमान में बड़े परिवर्तन थे।
  • 7वां वेतन आयोग (7th Pay Commission): इसमें फिटमेंट फैक्टर बढ़कर 2.57 (Fitment Factor 2.57 in 7th CPC) हो गया। हालांकि, वास्तविक वेतन वृद्धि (Actual Salary Hike in 7th CPC) केवल 14 फीसदी (14% Actual Increase) हुई थी। यह अंतर बताता है कि सिर्फ फिटमेंट फैक्टर ही नहीं, बल्कि महंगाई भत्ता (Dearness Allowance – DA) और वेतन मैट्रिक्स (Pay Matrix) जैसे अन्य कारक भी कुल वेतन वृद्धि को प्रभावित करते हैं।
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8वें वेतन आयोग में क्या होगा वास्तविक वृद्धि? (What will be the Actual Increase in 8th Pay Commission?):

  • 1.92 फिटमेंट फैक्टर का अनुमान: मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यदि वेतन पैनल (Pay Panel Recommendations) फिटमेंट फैक्टर के रूप में 1.92 की सिफारिश करता है, तो न्यूनतम मूल वेतन (Minimum Basic Pay) 34,560 रुपये (₹34,560 Minimum Basic Pay with 1.92 Factor) हो जाएगा।
  • 2.86 फिटमेंट फैक्टर का अनुमान: इसी तरह, यदि 2.86 फिटमेंट फैक्टर (2.86 Fitment Factor Impact) लागू होता है, तो न्यूनतम सैलरी 51,480 रुपये (₹51,480 Minimum Basic Salary with 2.86 Factor) पहुँच जाएगी, जो कि एक बड़ी छलांग होगी।

ये आंकड़े केंद्रीय कर्मचारियों के लिए बंपर सैलरी हाइक (Bumper Salary Hike) की उम्मीद जगाते हैं।

कर्मचारियों की उम्मीदें और सरकार की तैयारी (Employee Expectations and Government’s Readiness):

फिलहाल, करीब 47 लाख केंद्रीय कर्मचारी (47 Lakh Central Employees) और 65 लाख पेंशनभोगी (65 Lakh Pensioners) सरकार द्वारा TOR (TOR Finalization) को अंतिम रूप दिए जाने और वेतन आयोग के सदस्यों की नियुक्ति (Appointment of Pay Commission Members) का इंतजार कर रहे हैं। उनकी उम्मीद है कि पैनल की सिफारिशों को समय पर (Timely Implementation) लागू किया जा सके ताकि उन्हें वित्तीय लाभ जल्द मिलें।

8वें वेतन आयोग का कार्यकाल (Tenure of 8th Pay Commission) जनवरी 2026 (8th Pay Commission from Jan 2026) से शुरू होगा, क्योंकि मौजूदा सातवें वेतन आयोग (7th Pay Commission Term End) का कार्यकाल 31 दिसंबर 2025 (Dec 31, 2025) को समाप्त हो रहा है। यह आयोग केंद्र सरकार के कर्मचारियों के वेतन (Employees Salary), भत्ते (Allowances) और पेंशन (Pension) में संशोधन की सिफारिश करेगा। पिछला, सातवां वेतन आयोग 2016 में लागू हुआ था, जिससे सरकार पर ₹1.02 लाख करोड़ (₹1.02 Lakh Crore Financial Burden) का अतिरिक्त वित्तीय भार पड़ा था। 8वां वेतन आयोग (8th Pay Commission Latest News) भी सरकार के खजाने पर काफी बोझ डालेगा, लेकिन यह कर्मचारियों के लिए बेहद ज़रूरी वित्तीय सुरक्षा और सम्मान प्रदान करेगा। यह देश के वित्तीय नियोजन (Financial Planning) में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

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