आध्यत्मिक- भगवान शिव इस ब्रह्मांड के रचयिता हैं। उनकी इच्छा के विरूद्ध इस संसार मे पत्ता तक नहीं हिलता है। वहीं शिव की जो भी व्यक्ति ध्यान पूर्वक आराधना करता है। शिव उसके सभी दुख हर लेते हैं और व्यक्ति का जीवन दुख क्लेश से मुक्त होकर व्यतीत होता है।
वहीं अगर कोई व्यक्ति महाशिवरात्रि के दिन शिव की पूजा आराधना करता है तो उसे शिव का आशीर्वाद प्राप्त होता है और शिव के आशीर्वाद से व्यक्ति के सभी दुख मिट जाते हैं। वैसे तो पूरे वर्ष 12 शिवरात्रि पड़ती हैं। लेकिन हिन्दू धर्म मे महाशिवरात्रि का अधिक महत्व है।
कहते हैं कि महाशिवरात्रि के दिन बेल पत्र, भांग धतूरा और सफेद पुष्प के साथ जो व्यक्ति पूजा करता है उसे स्वर्ग की प्राप्ति होती है। वहीं अगर कोई व्यक्ति इस दिन अपने घर मे रुद्राभिषेक करवाता है तो उसे मृत्यु पर विजय मिलती है।
जानें कब है महाशिवरात्रि-
ज्योतिष के मुताबिक इस साल महाशिवरात्रि का पावन पर्व 18 फरवरी को पड़ रहा है। धर्मात्माओं के मुताबिक इस दिन भगवान शिव दिव्य ज्योतिर्लिंग के रूप में प्रकट हुए थे। वहीं शिव पुराण के मुताबिक महाशिवरात्रि के दिन भगवान भोलेनाथ ने वैराग्य जीवन को त्याग करके माता पार्वती से विवाह किया था। यह दिन भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह के स्वरूप मनाया जाता है।