डेस्क। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भाजपा द्वारा मीडिया पर प्रतिबंध लगाने के आरोपों का रविवार को जवाब दिया है। वहीं सिंह ने कहा कि मीडिया की स्वतंत्रता के उल्लंघन का आरोप लगाने वाले भूल भी जाते हैं कि अटलजी की सरकार हो या मोदी सरकार, उन्होंने कभी किसी मीडिया हाउस पर कोई भी प्रतिबंध नहीं लगाया है। और न ही किसी के बोलने और अभिव्यक्ति के अधिकार को कम भी किया है।
इसी कड़ी में उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस सरकार ने फ्री स्पीच पर अंकुश लगाने के लिए संविधान में संशोधन किया और राजनाथ सिंह ने कांग्रेस द्वारा मीडिया पर प्रतिबंध के आरोपों का जवाब भी दिया।
राजनाथ सिंह ने कहा, ‘अभिव्यक्ति की आजादी को लेकर देश में लगातार बहस चल रही है और मजे की बात यह है कि आज मीडिया की आजादी के हनन का आरोप लगाने वाले भूल जाते हैं कि चाहे अटलजी की सरकार हो या मोदी सरकार, उन्होंने कभी किसी भी मीडिया हाउस पर पाबंदी नहीं लगाई और न ही अभिव्यक्ति की आजादी पर किसी तरह की कटौती की है।’
इस कड़ी में उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस सरकार ने फ्री स्पीच पर अंकुश लगाने के लिए संविधान में संशोधन भी किया है। साथ ही कांग्रेस पार्टी का पूरा इतिहास हर तरह की आजादी के हनन की घटनाओं से भरा हुआ है।
साथ ही रक्षा मंत्री ने कहा कि 26 जनवरी 1950 को भारतीय संविधान के लागू होने के साथ ही संविधान निर्माताओं ने भारतीय संविधान के अनुच्छेद 19 में प्रत्येक भारतीय नागरिक के लिए अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता सुनिश्चित भी की गई है। वहीं लेकिन राष्ट्रवादी विचारधारा को दबाने और कुचलने के लिए, तत्कालीन सरकारों ने भारतीय संविधान में संशोधन किया और उस पर प्रतिबंध भी लगा दिया है।