डेस्क। विश्व बैंक (World Bank) ने एक बार फिर से भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian Economy) को लेकर भरोसा भी जताया है। वहीं विश्व बैंक ने कहा है कि एक तरफ जहां ग्लोबल इकॉनमी मंदी के मुहाने पर खड़ी है, तो वहीं भारतीय अर्थव्यवस्था के 6.6 फीसदी की रफ्तार से आगे बढ़ने की संभावना भी है।
आपको बता दें विश्व बैंक ने कहा है बस एक झटका और लगेगा तो ग्लोबल इकॉनमी सीधे मंदी की खाई में गिर जाएगी। और ऐसा इसलिए होगा क्योंकि अभी दुनिया की सभी बड़ी अर्थव्यवस्थाएं सुस्ती से जूझ भी रही हैं। वहीं चाहे अमेरिका हो या यूरोप अथवा चीन, सभी को अपनी विकास दर बढ़ाने में पसीने भी छूट रहे हैं।
अगर आप ‘Global Economic Prospects’ के आंकड़ों में विश्व बैंक ने ग्लोबल इकॉनमी का ग्रोथ अनुमान भी घटा दिया है और इसके 1.7 फीसदी रहने का अनुमान भी लगाया है और दक्षिण एशिया में मंदी का ज्यादा असर नहीं पड़ने की भी संभावना जताई गई है, जिसमें भारत प्रमुख अर्थव्यवस्था बताई गई है।
विश्व बैंक को भारतीय अर्थव्यवस्था पर शुरू से ही भरोसा भी रहा है। और उसने चालू वित्तवर्ष 2022-23 में भी भारत की विकास दर 6.4 फीसदी रहने का अनुमान भी लगाया है, साथ ही अगले वित्तवर्ष के लिए इस अनुमान को और भी बढ़ा दिया है।
बता दें दक्षिण एशिया के कुल उत्पादन में 75 फीसदी हिस्सेदारी अकेले भारत की रहती है और चालू वित्तवर्ष की पहली छमाही में भारत की विकास दर 9.7 फीसदी भी रही है और इससे निवेश और खपत का मजबूत आधार भी दिखाई देता है। साथ ही विश्व बैंक ने कहा है कि भारत अगले साल भी उभरती अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेज विकास दर हासिल करने वाला है।