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Join NowLoan : आज के समय में लोन (Loan) लेना लोगों की एक सामान्य आवश्यकता बन गया है, चाहे वह घर खरीदना हो, बच्चों की शिक्षा का खर्च उठाना हो, या फिर अचानक आई कोई आर्थिक इमरजेंसी (Financial Emergency) हो। ऐसे में, क्रेडिट स्कोर (Credit Score) या सिबिल स्कोर (CIBIL Score) एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह स्कोर आपकी क्रेडिट हिस्ट्री (Credit History) का आईना होता है, जो यह दर्शाता है कि आप पिछले कर्ज चुकाने (Loan Repayment) में कितने विश्वसनीय रहे हैं। हालांकि, कई बार अनजाने में या कुछ अप्रत्याशित कारणों से, हमारा सिबिल स्कोर कम हो जाता है, और बैंक या अन्य वित्तीय संस्थान लोन देने से इनकार कर देते हैं। यह स्थिति बेहद निराशाजनक हो सकती है, लेकिन इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि आपकी उम्मीदें खत्म हो गईं।
यदि आपका सिबिल स्कोर खराब (Bad CIBIL Score) है या कम क्रेडिट स्कोर (Low Credit Score) के कारण बैंक आपको लोन देने में आनाकानी कर रहे हैं, तो घबराएं नहीं। आज हम आपको ऐसे 5 असरदार और व्यावहारिक तरीके बताएंगे, जिनसे आप कम सिबिल स्कोर होने पर भी अपनी वित्तीय जरूरतों (Financial Needs) को पूरा कर सकते हैं और लोन प्राप्त कर सकते हैं। यह जानकारी आपके लिए बेहद काम की साबित हो सकती है, खासकर उन लोगों के लिए जो इस समस्या का सामना कर रहे हैं।
1. ज्वाइंट लोन: जब कोई भरोसेमंद साथ दे!
यह एक बहुत ही कारगर तरीका है, खासकर अगर आपके घर में कोई ऐसा सदस्य है जिसका सिबिल स्कोर बहुत अच्छा है, जैसे कि आपका जीवनसाथी, माता-पिता या भाई-बहन। आप उनसे ज्वाइंट होम लोन (Joint Home Loan) या किसी अन्य प्रकार का लोन लेने के लिए अनुरोध कर सकते हैं, जिसमें वे आपके लोन गारंटर (Loan Guarantor) या सह-आवेदक (Co-Applicant) बनें।
कैसे काम करता है यह: जब एक अच्छा सिबिल स्कोर वाला व्यक्ति आपके साथ लोन के लिए आवेदन करता है, तो बैंक आपकी संयुक्त क्रेडिट प्रोफ़ाइल (Combined Credit Profile) को देखेगा। अच्छी सिबिल स्कोर वाले व्यक्ति की विश्वसनीयता आपके लोन की मंजूरी की संभावनाओं को बहुत बढ़ा देती है। यह सिबिल स्कोर लोन (CIBIL Score Loan) की प्रक्रिया को आसान बनाता है। याद रखें, सिबिल स्कोर 300 से 900 के बीच होता है, और 750 से ऊपर का स्कोर अच्छा माना जाता है। आपका सह-आवेदक का अच्छा स्कोर आपकी फाइल को मजबूत बनाएगा।
2. गोल्ड लोन: जब सोना आपकी शान बन जाए!
यदि आपके पास सोना (Gold) है, तो यह आपके लिए एक बड़ा सहारा साबित हो सकता है। गोल्ड लोन (Gold Loan) लेना आमतौर पर बहुत आसान और झटपट प्रक्रिया वाला होता है, और सबसे अच्छी बात यह है कि अधिकांश बैंक और नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनियां (NBFCs) इस पर कम ध्यान देती हैं कि आपका सिबिल स्कोर कैसा है। सोना एक सुरक्षित संपदा (Secure Asset) है, और इसलिए बैंक और कंपनियां आसानी से लोन दे देती हैं।
कैसे लें गोल्ड लोन: आपको बस अपना सोना मूल्यांकन के लिए बैंक या फाइनेंस कंपनी में ले जाना होता है। वे आपके सोने की शुद्धता और वजन के आधार पर 75% तक की कीमत तक का लोन दे सकते हैं। उदाहरण के लिए, यदि आपके पास 1 लाख रुपये का सोना है, तो आप लगभग 75,000 रुपये का लोन प्राप्त कर सकते हैं। इसकी ब्याज दरें (Interest Rates) अक्सर अन्य अनसिक्योर्ड लोन की तुलना में कम होती हैं। आपको लोन की अवधि पूरी होने पर ब्याज सहित राशि चुकाकर अपना सोना वापस मिल जाता है। यह इमरजेंसी की जरूरतें पूरी करने का एक शानदार तरीका है।
3. सैलरी पर लोन/एडवांस सैलरी: नौकरीपेशा लोगों के लिए सुनहरा अवसर
यदि आप कहीं नौकरी करते हैं और वेतनभोगी (Salaried Person) हैं, तो आपके पास लोन लेने का एक और आसान रास्ता है – अपनी कंपनी से सैलरी पर लोन या एडवांस सैलरी लेना। कई कंपनियां अपने कर्मचारियों को वित्तीय सहायता के तौर पर उनकी मासिक सैलरी का कुछ हिस्सा एडवांस (Advance Salary) के रूप में देती हैं। इसके लिए आमतौर पर कोई ब्याज नहीं लिया जाता और यह कटौती अगले कुछ महीनों की सैलरी से एक छोटी ईएमआई की तरह कर ली जाती है।
यह आपकी छोटी-मोटी या मध्यम स्तर की वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए बहुत उपयोगी हो सकता है, और इसमें आपके सिबिल स्कोर की उतनी जांच नहीं होती जितनी बैंकों में होती है। बस अपनी कंपनी के नियमों के अनुसार इसके लिए आवेदन करना होता है। यह वेतन अनुसार तय होता है कि आप कितनी राशि एडवांस के रूप में ले सकते हैं।
4. NBFCs से प्राप्त करें लोन: थोड़ी ज्यादा EMI पर समाधान
नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनियां (NBFCs), बैंकों की तुलना में कम सिबिल स्कोर (Low CIBIL Score) वाले ग्राहकों के प्रति अक्सर अधिक लचीली होती हैं। ये कंपनियां कई बार ऐसे आवेदकों को भी लोन प्रदान कर देती हैं जिन्हें बैंक मना कर देते हैं। NBFCs लोन की मंजूरी के लिए आवेदक की आय के स्रोत, रोजगार की स्थिरता और अन्य वित्तीय स्वास्थ्य मापदंडों पर अधिक ध्यान केंद्रित करती हैं, बजाय सिर्फ सिबिल स्कोर के।
हालांकि, यह भी ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि NBFCs से मिलने वाले लोन पर ब्याज दरें बैंकों की तुलना में अधिक हो सकती हैं। इसका कारण यह है कि वे अधिक जोखिम उठा रही होती हैं। इसलिए, यदि आप अत्यधिक मजबूरी की स्थिति में हैं और आपको पैसों की तत्काल आवश्यकता है, तो यह एक व्यवहार्य विकल्प हो सकता है, लेकिन आपको उच्च ब्याज दरों का भुगतान करने के लिए तैयार रहना चाहिए। यह उन लोगों के लिए भी उपयोगी है जिनके पास न तो कोई बड़ा संपत्ति है और न ही अच्छा सिबिल स्कोर।
5. निवेश और संपत्तियों पर लोन: आपकी बचत बने सहारा
यदि आपने अपनी मेहनत की कमाई से कुछ निवेश (Investments) कर रखे हैं, जैसे कि फिक्स्ड डिपॉजिट (FD), जीवन बीमा पॉलिसी (LIC Policy), या पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF), तो ये आपके लोन के रास्ते को खोल सकते हैं। बैंक और वित्तीय संस्थान इन सुरक्षित निवेशों पर लोन देने में झिझकते नहीं हैं, क्योंकि ये आपके ऋण का भुगतान न कर पाने की स्थिति में बैंक के लिए एक गारंटी या संपार्श्विक (Collateral) का काम करते हैं।
आप अपनी FD या LIC की मैच्योरिटी वैल्यू (Maturity Value) पर लोन ले सकते हैं, या फिर अपनी PPF खाते पर भी कुछ शर्तों के साथ लोन मिल सकता है। इसके अलावा, अगर आपके पास कोई कीमती वस्तुएं हैं जैसे कि आभूषण (गोल्ड लोन से अलग), रियल एस्टेट (अन्यथा गिरवी रखे बिना), या कोई अन्य मूल्यवान संपत्ति, तो आप उसे गिरवी रखकर भी सुरक्षित लोन (Secured Loan) प्राप्त कर सकते हैं। यह खराब सिबिल स्कोर की स्थिति में लोन पाने के सबसे सुरक्षित और सुलभ तरीकों में से एक है।
इन विभिन्न विकल्पों को समझकर और अपनी व्यक्तिगत वित्तीय स्थिति का मूल्यांकन करके, आप यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि कम सिबिल स्कोर आपकी आर्थिक प्रगति या जरूरी जरूरतों के रास्ते में एक स्थायी बाधा न बने। सोच-समझकर और जिम्मेदारी से लोन लेना ही बुद्धिमानी है।