Puri, Odisha: ओडिशा के पुरी (Puri, Odisha) में भगवान जगन्नाथ की भव्य रथ यात्रा (Lord Jagannath’s Rath Yatra) के दौरान हुए हादसे (Stampede Incident) के बाद ओडिशा सरकार (Odisha Government) ने तत्काल और कड़ी कार्रवाई की है। इस दुखद घटना में तीन लोगों की मौत (Three Deaths) हो गई और लगभग 50 अन्य श्रद्धालु घायल (Around 50 Injured) हो गए, जिससे पूरे प्रदेश में शोक की लहर दौड़ गई है। मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी (CM Mohan Charan Majhi) ने इस लापरवाही (Negligence) को देखते हुए दोषियों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
इस हादसे के लिए जिम्मेदार माने जा रहे पुरी के जिला कलेक्टर (District Collector) और पुलिस अधीक्षक (Superintendent of Police – SP) को तत्काल प्रभाव से निलंबित (Suspended) कर दिया गया है, जो सरकार की ओर से घटना पर त्वरित प्रतिक्रिया को दर्शाता है। यह घटनास्थल पर त्वरित कार्रवाई (Immediate Action on Site) की आवश्यकता को उजागर करती है।
मुख्यमंत्री कार्यालय का बयान और अधिकारियों पर कार्रवाई (CMO Statement & Action Against Officials):
मुख्यमंत्री कार्यालय (Chief Minister’s Office – CMO) की ओर से जारी बयान में स्पष्ट किया गया है कि पुरी के जिला कलेक्टर सिद्धार्थ शंकर स्वैन (District Collector Sidharth Shankar Swain) और एसपी विनीत अग्रवाल (SP Vineet Agarwal) का तत्काल प्रभाव से तबादला (Transferred with Immediate Effect) कर दिया गया है। वहीं, डीसीपी विष्णु पति (DCP Vishnu Pati) और कमांडेंट अजय पाधी (Commandant Ajay Padhi) को ड्यूटी में घोर लापरवाही (Gross Negligence in Duty) बरतने के आरोप में निलंबित (Suspended) कर दिया गया है। यह सख्त कदम यह सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।
नए अधिकारियों की नियुक्ति और जांच के आदेश (New Officials Appointed & Investigation Ordered):
चंचल राणा (Chanchal Rana) को पुरी का नया जिला कलेक्टर (New District Collector of Puri) नियुक्त किया गया है, जबकि पिनाक मिश्रा (Pinak Mishra) ने नए एसपी का कार्यभार संभाला है। यह प्रशासनिक फेरबदल (Administrative Reshuffle) प्रभावित क्षेत्र में सामान्य स्थिति बहाल करने और व्यवस्था को मजबूत करने के प्रयासों का हिस्सा है। इसके अतिरिक्त, सीएम माझी (CM Majhi) ने विकास आयुक्त (Development Commissioner) की देखरेख में मामले की गहन प्रशासनिक जांच (Detailed Administrative Enquiry) के भी आदेश दिए हैं, ताकि हादसे के वास्तविक कारणों का पता लगाया जा सके और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ उचित कार्रवाई सुनिश्चित हो सके। ओडिशा सरकार (Odisha Govt) इस घटना को बहुत गंभीरता से ले रही है।
शोकाकुल परिवारों के प्रति सरकार की संवेदनाएं और मुआवजा (Government’s Condolences and Compensation for Bereaved Families):
ओडिशा के सीएम मोहन चरण माझी (Odisha CM Mohan Charan Majhi) ने प्रत्येक मृतक श्रद्धालु के परिजनों (Kin of Deceased Devotees) को ₹25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता (₹25 Lakhs Ex-gratia) देने की घोषणा की है। यह मुआवजा दुखद घटना में मारे गए लोगों (Victims of Stampede) के परिवारों के प्रति सरकार की संवेदना और सहायता व्यक्त करता है। सीएम ने विकास आयुक्त (Development Commissioner) की देखरेख में विस्तृत प्रशासनिक जांच (Detailed Administrative Enquiry) के आदेश भी दिए हैं। साथ ही, मुख्यमंत्री ने सभी श्रद्धालुओं से इस दुर्भाग्यपूर्ण हादसे (Unfortunate Incident) को लेकर क्षमा भी मांगी है। उन्होंने भावुक होकर कहा, “मैं और मेरी सरकार महाप्रभु जगन्नाथ के सभी भक्तों से क्षमा याचना करते हैं। जो श्रद्धालु इस हादसे में अपनी जान गंवा बैठे, उनके परिवारों के प्रति हमारी गहरी संवेदना है। हम प्रार्थना करते हैं कि भगवान उन्हें यह दुख सहने की शक्ति दें।” यह मुख्यमंत्री का बयान (CM’s Statement) दिखाता है कि सरकार स्थिति की गंभीरता को समझ रही है।
हादसा कब और कैसे हुआ? रात के अंधेरे में मातम! (When and How Did the Incident Occur? Tragedy in the Dark of Night!)
यह दुर्भाग्यपूर्ण हादसा (Stampede Accident) ओडिशा के पुरी में श्री गुंडिचा मंदिर (Shree Gundicha Temple) के निकट रविवार को तड़के करीब चार बजे सुबह (Around 4 AM) हुआ। यह वह समय था जब रथ यात्रा उत्सव (Rath Yatra Festival) का उत्साह चरम पर था और सैकड़ों श्रद्धालु भगवान जगन्नाथ (Lord Jagannath), भगवान बलभद्र (Lord Balabhadra) और देवी सुभद्रा (Goddess Subhadra) के भव्य रथों के दर्शन के लिए मंदिर के पास एकत्रित थे।
हादसे की वजह (Cause of Stampede):
अधिकारियों (Officials) ने बताया कि अनुष्ठान के लिए सामग्री ले जा रहे दो ट्रकों (Two Trucks) के रथों के पास भीड़भाड़ वाले स्थान (Crowded Area Near Chariots) पर घुसने के बाद अचानक अफरा-तफरी मच गई, जिससे भगदड़ का माहौल बन गया। लोगों की चीख-पुकार के बीच भगदड़ इतनी भीषण थी कि कम से कम तीन लोगों की दर्दनाक मौत (Tragic Deaths) हो गई और लगभग 50 अन्य घायल (Around 50 Injured) हो गए। घायलों को तत्काल नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया, और उनमें से छह लोगों की हालत चिंताजनक (Critical Condition) बताई गई है।
मृतकों की पहचान (Identification of Victims):
दुर्घटना (Accident Details) में मारे गए तीन व्यक्तियों की पहचान बोलागढ़ निवासी बसंती साहू (Basanti Sahu from Bolagarh), बालीपटना निवासी प्रेमकांत मोहंती (Premkant Mohanty from Balipatna) और प्रवती दास (Pravati Das) के रूप में हुई है। इन दुखद घटनाओं के बाद, शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है (Bodies Sent for Postmortem) और मामले की गहन जांच की जा रही है ताकि इस दुखद हादसे के पीछे की पूरी सच्चाई सामने आ सके। पुरी रथ यात्रा में भगदड़ (Puri Rath Yatra Stampede) की यह घटना एक बार फिर सुरक्षा इंतजामों पर सवाल उठा रही है।