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Join NowIncome Tax Department: क्या आप जानते हैं कि इनकम टैक्स डिपार्टमेंट (Income Tax Department) न केवल देश में कर चोरी (Tax Evasion) के मामलों में सचेत रहता है, बल्कि नागरिकों द्वारा की जाने वाली प्रत्येक बड़ी वित्तीय लेन-देन (High-Value Financial Transactions) पर भी हर समय अपनी पैनी नजर रखता है? अनजाने में ही, लोग कैश ट्रांजेक्शन (Cash Transaction Rules) से जुड़े कई महत्वपूर्ण नियमों का उल्लंघन कर बैठते हैं, जिसके बाद उन्हें सीधे आयकर विभाग (Income Tax Department Action) की कड़ी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है।
आयकर विभाग ट्रांजेक्शन नियमों के उल्लंघन (Violation of Transaction Rules) पर तुरंत नोटिस (Income Tax Notice) भेज देता है, जिससे व्यक्ति के लिए कानूनी और वित्तीय परेशानी खड़ी हो जाती है। यह हैरान करने वाला है कि अधिकतर लोग वित्तीय लेन-देन से जुड़े इन आवश्यक नियमों से अभी भी पूरी तरह अनजान हैं। आइए, हम आपको बताते हैं उन 5 खास तरह की ट्रांजेक्शन (Specific Transactions) के बारे में, जिन पर इनकम टैक्स विभाग आपको आसानी से नोटिस भेज (Receive IT Notice) सकता है, और आप कैसे इन गलतियों से बच सकते हैं।
1. FD में इतना कैश जमा किया तो आएगा नोटिस! (FD Cash Deposit: The Trigger for IT Notice!)
आजकल बहुत से लोग बैंक में अलग-अलग अवधि वाली एफडी (FD in Banks for Various Tenures) कराते हैं और अपने निवेश पर सुरक्षित रिटर्न (Secure Investment Return) पाते हैं। हालांकि, यदि किसी फिक्स्ड डिपॉजिट (Fixed Deposit – FD) खाते में ग्राहक की ओर से ₹10 लाख रुपये से अधिक (Over ₹10 Lakh) की नकदी जमा (Cash Deposit in FD) की जाती है, तो आयकर विभाग को इसकी सूचना तुरंत भेज दी जाती है, और आपको तत्काल नोटिस (IT Notice) मिलने की पूरी संभावना है।
विभाग (Income Tax Department) द्वारा इस जमा किए गए पैसे के स्रोत (Source of Funds) के बारे में पूछा जाएगा, और करदाता को उसका सटीक और वैध जवाब (Accurate and Valid Reply) देना होगा। यदि विभाग आपके जवाब से संतुष्ट नहीं होता है या उसे आपकी आय का पुख्ता प्रमाण (Solid Proof of Income) नहीं मिलता, तो वह आगामी कड़ी कानूनी कार्रवाई (Further Action) कर सकता है, जिसमें भारी जुर्माना (Penalty) भी शामिल हो सकता है। यह FD जमा नियमों (FD Deposit Rules) का एक अहम हिस्सा है।
2. बैंक खाते में कैश जमा करने पर नियम (Bank Account Cash Deposit Rules)
आयकर विभाग (Income Tax Department) के नियमों (IT Rules) के अनुसार, यदि कोई भी ग्राहक एक वित्तीय वर्ष (Financial Year) के दौरान अपने बैंक खाते (Bank Account Rules) में कुल ₹10 लाख रुपये या इससे ज़्यादा की रकम नकद में जमा (Cash Deposit Over ₹10 Lakh in a Financial Year) कराता है, तो बैंक इसकी जानकारी सीधे विभाग को भेज देता है, जिसके परिणामस्वरूप आपको नोटिस (IT Notice for Cash Deposit) मिलने की संभावना रहती है।
इस नोटिस (Income Tax Notice for High Cash Deposit) में आपसे जमा किए गए पैसे का स्रोस (Source of Money) स्पष्ट रूप से पूछा जा सकता है। आपको निर्धारित समय-सीमा (Stipulated Timeframe) के भीतर इस नोटिस का संतोषजनक जवाब देना होगा, अन्यथा आप जुर्माना और जांच (Penalty and Scrutiny) के दायरे में आ सकते हैं। यह आयकर जांच (Income Tax Scrutiny) से बचने के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
3. प्रॉपर्टी खरीदते समय रखें इस बात का ध्यान (Important Note While Purchasing Property)
जब भी आप कोई प्रॉपर्टी (Property Purchasing Tips) खरीदने का विचार करें, तो एक बेहद महत्वपूर्ण बात का ध्यान रखें: ₹30 लाख रुपये या इससे ज़्यादा पैसों (Over ₹30 Lakh Cash Transaction) का नकद में लेन-देन (Cash Transaction) कभी न करें। ऐसा करने पर, आपको तुरंत आयकर विभाग का नोटिस (IT Notice on Property) मिल सकता है।
आपको बता दें कि बहुत ही कम लोग इस तथ्य से वाकिफ हैं कि ऐसे उच्च मूल्य के प्रॉपर्टी लेन-देन (High Value Property Transactions) पर, प्रॉपर्टी रजिस्ट्रार (Property Registrar) को आयकर विभाग (Income Tax Department) को अनिवार्य रूप से जानकारी देनी होती है। आयकर विभाग (IT Department) का नोटिस आने पर, प्रॉपर्टी लेन-देन (Property Transaction) करने वाले व्यक्ति को इस बड़ी नकदी का स्रोत बताना (Source Declaration) होगा, जिसका प्रमाण आपके पास होना आवश्यक है। यह ब्लैक मनी (Black Money) को रोकने के लिए एक कड़ा कदम है।
4. क्रेडिट कार्ड बिल भुगतान पर कब आता है नोटिस? (When Does IT Notice Arrive for Credit Card Bill Payment?)
क्रेडिट कार्ड बिल पेमेंट (Credit Card Bill Payment Rules) करने के भी कुछ विशेष नियम हैं जिन पर ध्यान देना ज़रूरी है। अगर कोई ग्राहक अपने क्रेडिट कार्ड बिल (Credit Card Bill) का भुगतान ₹1 लाख रुपये या इससे ज़्यादा (₹1 Lakh or More Cash Payment) की नकदी में करता है, तो उसे इनकम टैक्स का नोटिस (Income Tax Notice on Credit Card) आने में देर नहीं लगती।
इस तरह के बड़े नकद भुगतान (Large Cash Payments) सीधे आयकर विभाग की नजर (IT Dept’s Radar) में आते हैं। नोटिस (Avoid IT Notice) से बचने के लिए, सबसे बेहतर यही है कि आप क्रेडिट कार्ड बिल (Credit Card Bill) का भुगतान हमेशा बैंकिंग सिस्टम (Banking System) से जुड़े माध्यमों जैसे नेट बैंकिंग (Net Banking), UPI, डेबिट कार्ड (Debit Card), या चेक (Cheque) के जरिए करें। आप ऑनलाइन ट्रांजेक्शन (Online Transactions) का अधिक से अधिक उपयोग करके इस तरह के जोखिमों से बच सकते हैं, जो वित्तीय पारदर्शिता (Financial Transparency) को भी बढ़ावा देता है।
5. बॉन्ड की खरीददारी पर नियम (Rules for Bond Purchases)
प्रॉपर्टी (Property) की तरह ही शेयर बाजार (Share Market) में भी काफी पैसे का लेनदेन (Transactions) किया जाता है, जिसमें बॉन्ड की खरीददारी (Bond Purchasing) भी शामिल है। शेयर बाजार में निवेश (Investment in Share Market) के भी कई आयकर नियम (Income Tax Rules) हैं जिनका पालन करना जरूरी है। यदि कोई व्यक्ति किसी बॉन्ड (Bond) को खरीदने में ₹10 लाख रुपये या इससे अधिक नकदी का यूज (Use Cash Over ₹10 Lakh) करता है, तो आयकर विभाग का नोटिस (IT Notice for Bond Purchase) आना लगभग निश्चित है।
आपको नोटिस (Avoid IT Notice) से बचने के लिए, कैश में लेन-देन (Cash Transactions) की एक दिन की सीमा (Daily Cash Limit) और पूरे वित्तीय वर्ष की लिमिट (One Year Cash Transaction Limit) का विशेष ध्यान रखना चाहिए। आयकर विभाग द्वारा तय की गई इन सीमाओं का पालन करके ही आप कानूनी जटिलताओं (Legal Complexities) से बच सकते हैं।
संक्षेप में, अपनी सभी वित्तीय लेन-देन में सतर्कता और पारदर्शिता (Financial Transparency) बनाए रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है। वैध स्रोतों से प्राप्त धन को भी सही तरीके से दर्ज और सूचित करना आपको इनकम टैक्स विभाग की कार्रवाई (IT Department Action) से बचाएगा और मन की शांति (Peace of Mind) प्रदान करेगा।