8th Pay Commission: अब सैलरी में 50% का बंपर उछाल, 8वें वेतन आयोग का Fitment Factor 3.0 तक संभव

Published On: June 27, 2025
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8th Pay Commission: अब सैलरी में 50% का बंपर उछाल, 8वें वेतन आयोग का Fitment Factor 3.0 तक संभव

8th Pay Commission: देश के लाखों केंद्रीय कर्मचारी (Central Government Employees) और पेंशनभोगियों (Pensioners) के लिए एक बेहद बड़ी खबर सामने आई है! केंद्र सरकार ने अभी तक 8वें वेतन आयोग (8th Pay Commission) के सदस्यों की औपचारिक नियुक्ति या उनके संदर्भ की शर्तों (TOR – Terms of Reference) को अंतिम रूप देने की कोई बड़ी घोषणा नहीं की है, जिसके चलते उत्सुकता का माहौल बना हुआ है। हालाँकि, लगभग 1 करोड़ से अधिक केंद्रीय कर्मचारी और पेंशनभोगी (1 Crore+ Central Employees and Pensioners) अपने वेतन (Salary Revision), पेंशन (Pension Revision) और भत्तों (Allowance Revision) में संशोधन का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। सभी की निगाहें अब आयोग की आधिकारिक घोषणा (Official Announcement of Pay Commission) और उसके TOR (Final TOR) पर टिकी हैं, जिससे उनके वित्तीय भविष्य की स्पष्ट तस्वीर सामने आ सके।

संभावित फिटमेंट फैक्टर और सैलरी में बढ़ोतरी की उम्मीदें (Expected Fitment Factor and Salary Hike Expectations):

यह जानकर उत्साह बढ़ जाता है कि जब से केंद्र सरकार (Central Government) ने इस साल जनवरी (8th Pay Commission Announced in January) में आठवें वेतन आयोग (8th Pay Commission) की घोषणा की है, तब से संभावित फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor) के बारे में बहुत सारी अटकलें (Speculations about Fitment Factor) लगाई जा रही हैं। ‘फिटमेंट फैक्टर’ (What is Fitment Factor) वह मीट्रिक है जो अंततः कर्मचारियों के वेतन में बढ़ोतरी (Salary Increase) की मात्रा तय करेगा। चूंकि कर्मचारियों के संभावित वेतन और पेंशन (Potential Salary and Pension for Employees) के बारे में बहुत कुछ कहा जा चुका है, इसलिए आज हम आपको 8वें वेतन आयोग (8th Pay Commission Latest Update) के तहत भत्तों में संभावित बदलावों (Potential Changes in Allowances) के बारे में विस्तार से बता रहे हैं।

प्रमुख भत्तों के पुनर्गठन का प्रस्ताव (Proposal for Restructuring Key Allowances):

SCOVA (Standing Committee of Voluntary Agencies) की 34वीं बैठक (34th SCOVA Meeting) में यह महत्वपूर्ण संकेत दिया गया था कि 8वां वेतन आयोग (8th Pay Commission Allowances) वेतन के साथ-साथ प्रमुख भत्तों (Major Allowances) का भी पुनर्गठन (Restructuring of Allowances) करेगा। इस साल मार्च (March SCOVA Meeting) में हुई बैठक के अनुसार, हाउस रेंट अलाउंस (HRA)ट्रैवल अलाउंस (TA)महंगाई भत्ता (DA – Dearness Allowance) और मेडिकल अलाउंस (Medical Allowance) जैसे भत्तों में बड़े बदलाव (Major Changes in Allowances) की तैयारी चल रही है। यह दिखाता है कि आयोग सिर्फ मूल वेतन (Basic Pay) पर ही नहीं, बल्कि कर्मचारियों के कुल पारिश्रमिक (Total Emoluments) पर व्यापक विचार करेगा। यह पिछले वेतन आयोगों (Previous Pay Commissions) के समान ही वेतन और भत्तों (Salary and Allowances) दोनों पर ध्यान केंद्रित करेगा, जिससे केंद्रीय कर्मचारियों (Central Employees) के लिए महत्वपूर्ण और सकारात्मक प्रभाव (Significant Positive Impact) पड़ने की उम्मीद है।

फिक्स मेडिकल अलाउंस बढ़कर ₹3,000 हो सकता है! (Fixed Medical Allowance May Increase to ₹3,000!):

एक विशेष राहत भरी खबर पेंशनभोगियों (Pensioners) के लिए है। 11 मार्च 2025 को विज्ञान भवन, नई दिल्ली में (Vigyan Bhawan, New Delhi) आयोजित SCOVA की 34वीं बैठक (SCOVA Meeting) में, पेंशनभोगियों के लिए फिक्स मेडिकल अलाउंस (Fixed Medical Allowance – FMA) को मौजूदा ₹1,000 रुपये (Current FMA is ₹1,000) से बढ़ाकर ₹3,000 रुपये प्रति माह (Proposed FMA is ₹3,000) करने का प्रस्ताव (Proposal Passed for FMA Hike) पारित किया गया था।

  • बढ़ोतरी क्यों ज़रूरी (Why FMA Hike is Necessary?): वर्तमान में मिल रही ₹1,000 रुपये की राशि आज की महंगाई (Rising Inflation) और इलाज के बढ़ते खर्च (Increasing Medical Expenses) के मुकाबले काफी अपर्याप्त (Insufficient FMA) मानी जा रही है। कई पेंशनभोगियों (Pensioners Demand for FMA) ने लंबे समय से सरकार (Government) से इसे बढ़ाने (Appeal to Increase FMA) की अपील की थी, क्योंकि वृद्धावस्था में चिकित्सा खर्च एक बड़ा बोझ होते हैं।
  • कब लागू होगा? (When will it be implemented?): यह बढ़ोतरी 1 जनवरी 2026 (FMA Hike Effective from Jan 1, 2026) से लागू होने की संभावना है, क्योंकि इसे आठवें वेतन आयोग (8th Pay Commission Latest Update) की टर्म्स ऑफ रेफरेंस (TOR – Terms of Reference) में शामिल करने (Recommended to be Included in TOR) की सिफारिश की गई है। इसका मतलब है कि अब यह सिर्फ एक सुझाव नहीं रहेगा, बल्कि आधिकारिक समीक्षा (Official Review) और अंतिम निर्णय का हिस्सा (Part of Final Decision) बन जाएगा।

फिटमेंट फैक्टर में बढ़ोतरी: क्या है नया अनुमान? (Fitment Factor Increase: What’s the New Estimate?):

फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor) वेतन वृद्धि का मुख्य आधार होता है। पिछले आयोग में फिटमेंट फैक्टर 2.57 गुना (Previous Fitment Factor 2.57) था, जिससे न्यूनतम वेतन 18,000 रुपये (Minimum Wage ₹18,000 with 7th CPC) तय हुआ था। अब खबरें हैं कि सरकार इसे 2.8 से बढ़ाकर 3.0 गुना (Fitment Factor May Increase to 3.0) करने पर विचार (Government Considering 3.0 Fitment Factor) कर रही है।

  • न्यूनतम वेतन (Minimum Wage Hike): अगर ऐसा होता है तो न्यूनतम वेतन 26,000 से ₹27,000 रुपये (Minimum Wage ₹26,000-₹27,000) तक पहुंच सकता है।
  • पेंशन में वृद्धि (Pension Increase): पेंशनभोगी (Pensioners) के लिए, उनकी पेंशन (Pension Hike Expectation) भी मौजूदा ₹9,000 रुपये से बढ़कर (Pension from ₹9,000 to) करीब ₹25,000 रुपये (Pension up to ₹25,000) तक हो सकती है।
    हालांकि, अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि (No Official Confirmation Yet) नहीं हुई है, लेकिन ये आंकड़े केंद्रीय कर्मचारियों (Central Government Employees Salary) और पेंशनभोगियों (Pensioners Pension Hike) के लिए बड़ी उम्मीद जगाते हैं।

अन्य भत्तों और डीए विलय में संभावित बदलाव (Potential Changes in Other Allowances and DA Merger):

  • HRA, यात्रा भत्ता और अन्य भत्ते (HRA, TA and Other Allowances): रिपोर्ट्स के अनुसार, सरकार एचआरए (House Rent Allowance), परिवहन भत्ता (Transport Allowance) और अन्य भत्तों (Other Allowances) की नई दरों (New Rates) और संरचना (New Structure) पर काम कर रही है।
    • मेट्रो शहरों में HRA (HRA in Metro Cities): मेट्रो शहरों में एचआरए की दरें (Higher HRA in Metros) अधिक रखी जा सकती हैं।
    • ग्रामीण क्षेत्रों में TA (TA in Rural Areas): ग्रामीण या अर्ध-शहरी क्षेत्रों (Semi-Urban Areas) में तैनात कर्मचारियों (Posted Employees) के लिए ट्रैवल अलाउंस (Travel Allowance – TA) की गणना अलग हो सकती है, जो उनकी वास्तविक खर्चों के अनुरूप होगा।
  • अप्रचलित भत्ते समाप्त (Obsolete Allowances May End): रिपोर्ट के अनुसार, सरकार पहले से ही सिस्टम को अधिक पारदर्शी (More Transparent System) और व्यावहारिक (Practical System) बनाने के लिए कई पुराने और अप्रासंगिक भत्तों (Old and Irrelevant Allowances) को हटाने (Removing Obsolete Allowances) पर विचार कर रही है, जो अब समय के साथ अपनी उपयोगिता खो चुके हैं।
  • डीए को मूल वेतन में विलय करने की योजना (Plan to Merge DA into Basic Pay): एक और बड़ा बदलाव जो चर्चा में है, वह है महंगाई भत्ते (Dearness Allowance – DA) को मूल वेतन (Basic Pay) में विलय करना (Merge DA into Basic Pay)। हालांकि इससे कर्मचारियों के कुल वेतन (Total Salary) पर ज्यादा फर्क (No Major Impact on Total Salary) नहीं पड़ेगा, लेकिन भविष्य में डीए दरों में बढ़ोतरी (Future DA Hike Limitations) कुछ सीमित हो सकती है, क्योंकि यह एक बड़े मूल वेतन का हिस्सा बन जाएगा।

कार्यान्वयन में देरी संभव (Delay in Implementation Possible):

आठवें वेतन आयोग (8th Pay Commission Latest Update) की घोषणा अभी बाकी (Announcement Awaited) है और संदर्भ की शर्तें (TOR) भी अभी तक तय (TOR Not Finalised) नहीं हुई हैं। आमतौर पर, आयोग के गठन (Pay Commission Formation) से लेकर उसकी सिफारिशों को लागू करने (Implementation of Recommendations) में 18-24 महीने (18-24 Months Implementation Time) लगते हैं। इस कारण, यह संभावना कम है कि आठवें वेतन आयोग (8th Pay Commission) की सिफारिशें 1 जनवरी, 2026 (Jan 1, 2026 Deadline) से पूरी तरह से लागू हो पाएंगी। इनमें थोड़ी देरी (Slight Delay Possible) हो सकती है, लेकिन केंद्रीय कर्मचारियों को लाभ अवश्य मिलेगा। यह भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian Economy Impact) पर भी बड़ा असर डालेगा।

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