Tirupati Airport: भारत के सबसे प्रमुख तीर्थस्थलों में से एक, तिरुपति (Tirupati) में स्थित रेनीगुंटा एयरपोर्ट (Renigunta Airport) को अब एक नई, अधिक आध्यात्मिक पहचान मिलने वाली है। तिरुपति तिरुमाला देवस्थानम (Tirumala Tirupati Devasthanams – TTD) ट्रस्ट बोर्ड (TTD Trust Board) ने हाल ही में केंद्र सरकार से एक महत्वपूर्ण सिफारिश की है, जिसके तहत इस हवाईअड्डे का नाम बदलकर ‘श्री वेंकटेश्वर इंटरनेशनल एयरपोर्ट’ (Sri Venkateswara International Airport) रखने का प्रस्ताव दिया गया है। यह कदम न केवल इस क्षेत्र की समृद्ध आध्यात्मिक विरासत को दर्शाएगा, बल्कि तिरुपति में तीर्थयात्रियों (Pilgrims in Tirupati) और पर्यटकों के अनुभव को भी एक नया आयाम देगा।
भगवान वेंकटेश्वर के नाम पर हवाईअड्डे का नामकरण (Airport Renaming for Lord Venkateswara):
टीटीडी ट्रस्ट बोर्ड की बैठक 7 जून को हुई थी, जिसमें इस औपचारिक प्रस्ताव को केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय (Union Civil Aviation Ministry) को भेजा गया। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, बोर्ड ने कहा है कि हवाईअड्डे का नाम बदलना भगवान वेंकटेश्वर (Lord Venkateswara) की आध्यात्मिक महत्ता को दर्शाता है, जो तिरुमाला मंदिर (Tirumala Temple) के पीठासीन देवता हैं और करोड़ों भक्तों की आस्था के केंद्र हैं। यह नाम परिवर्तन आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) की वैश्विक सांस्कृतिक और आध्यात्मिक पहचान (Global Cultural and Spiritual Identity) को और सशक्त बनाने के राज्य के व्यापक प्रयासों के अनुरूप है। यह कदम तिरुपति पर्यटन (Tirupati Tourism) को भी बढ़ावा देगा और अंतरराष्ट्रीय आगंतुकों (International Visitors to Tirupati) को आकर्षित करेगा।
मंदिर की प्रेरणा से एयरपोर्ट का नया डिज़ाइन (Tirumala Temple Inspired Airport Design):
टीटीडी के अध्यक्ष, बीआर नायडू (BR Naidu – TTD Chairman) ने तिरुमाला में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान इस महत्वपूर्ण घोषणा की। उन्होंने बताया कि केवल नाम ही नहीं, बल्कि रेनीगुंटा एयरपोर्ट (Renigunta Airport Redesign) को भी फिर से डिज़ाइन किया जाएगा। इस रीडिज़ाइन में तिरुमाला मंदिर (Tirumala Temple Aesthetics) से प्रेरित सौंदर्य तत्वों को शामिल किया जाएगा, जिससे हवाईअड्डे पर ही तीर्थयात्रियों और अन्य आगंतुकों के लिए एक अद्वितीय आध्यात्मिक वातावरण (Spiritual Ambiance at Airport) तैयार हो सके। कल्पना कीजिए, जब आप हवाईअड्डे पर उतरते ही भगवान वेंकटेश्वर की महिमा और तिरुमाला के शांत वातावरण का अनुभव करेंगे, तो आपकी यात्रा कितनी दिव्य हो जाएगी!
नायडू ने यह भी पुष्टि की कि यह प्रस्ताव पहले से ही भारतीय एयरपोर्ट्स अथॉरिटी (Airports Authority of India – AAI) के विचाराधीन है। एएआई (AAI) देश में हवाईअड्डे के बुनियादी ढांचे के विकास और प्रबंधन के लिए जिम्मेदार है, और उनकी मंजूरी इस परियोजना को आगे बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण होगी। यह कदम भारत में धार्मिक पर्यटन (Religious Tourism in India) को बढ़ावा देने की सरकार की प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है।
तीर्थयात्री अनुभव को बेहतर बनाने का प्रयास (Enhancing Pilgrim Experience):
तिरुपति एक ऐसा स्थान है जहाँ हर साल लाखों तीर्थयात्री भगवान वेंकटेश्वर (Lord Venkateswara Darshan) के दर्शन के लिए आते हैं। हवाईअड्डे का नया नामकरण और इसका मंदिर-प्रेरित डिज़ाइन निश्चित रूप से इन तीर्थयात्रियों के अनुभव को कहीं अधिक समृद्ध करेगा। यह उन्हें हवाईअड्डे पर उतरते ही आध्यात्मिक यात्रा का एक सहज और पवित्र अनुभव प्रदान करेगा। एक हवाईअड्डा जो न केवल यात्रियों को जोड़ता है, बल्कि उन्हें एक पवित्र भूमि की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत से भी जोड़ता है, वह अपने आप में अनूठा होगा।
यह पहल आंध्र प्रदेश में बुनियादी ढांचा विकास (Infrastructure Development in Andhra Pradesh) और पर्यटन विकास (Tourism Development AP) के बीच एक तालमेल को दर्शाता है। यदि यह प्रस्ताव स्वीकृत हो जाता है, तो ‘श्री वेंकटेश्वर इंटरनेशनल एयरपोर्ट’ (Sri Venkateswara International Airport Tirupati) न केवल यात्रियों के लिए एक आवागमन का बिंदु होगा, बल्कि यह भारत की समृद्ध धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान का एक प्रतीक भी बनेगा, जो वैश्विक मंच पर तिरुमाला की महत्ता (Significance of Tirumala) को और भी बढ़ाएगा। यह निश्चित रूप से दक्षिण भारत के पर्यटन (South India Tourism) और आध्यात्मिक केंद्रों (Spiritual Centers India) के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा।